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Aligarh News: AMU में गणतंत्र दिवस पर नारों का दूसरा वीडियो आया सामने, छात्रों ने की कार्यवाही की मांग
Aligarh News: एएमयू प्रॉक्टर वसीम ने छात्रों को बताया कि जो जांच कमेटी पहले बनी है। उसकी रिपोर्ट आने पर एक्शन लेंगे। बीए छात्र वाहिदुर्जमा का निलंबन परमानेंट नहीं हुआ है। उसे फाइनल एक्शन नहीं कह सकते है.
Aligarh News: अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में गणतंत्र दिवस समारोह का दूसरा वीडियो अब सामने आया है। जिसमें धार्मिक नारा लगाया गया है। इसे लेकर एएमयू के छात्रों ने कार्यवाही को मांग को लेकर सोमवार देर रात प्रॉक्टर ऑफिस का घेराव किया। AMU छात्रों ने बताया कि पहली बार जो नारों का वीडियो वायरल हुआ था। उस पर एक्शन लिया गया। लेकिन अब दूसरा वीडियो सामने आया है। उस पर कोई एक्शन नहीं लिया गया है, छात्रों ने कहा कि कानून सभी के लिए बराबर है।
एएमयू छात्र हैदर अली ने बताया कि एक नारा लगाने पर छात्र को सस्पेंड कर दिया जाता है और मुकदमा लिखा जाता है। वहीं जब दूसरी वीडियो सामने आती है तो उस छात्र को सस्पेंड क्यों नहीं किया गया। छात्र हैदर अली ने बताया कि भाजपा सांसद ने कुलपति को फोन कर कार्यवाही के लिए दबाव बनाया। लेकिन दूसरी वीडियो जारी होने पर कुलपति पर कौन दबाव बनाएगा? छात्र हैदर अली ने बताया कि जिसने अल्लाहुअकबर का नारा लगाया उसे सस्पेंड कर दिया। जबकि दूसरे वीडियो में 'जय सिया राम' के धार्मिक नारा लगाया गया। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई।
रिपोर्ट आने के बाद होगी कार्यवाही
हालांकि एएमयू प्रॉक्टर वसीम ने छात्रों को बताया कि जो जांच कमेटी पहले बनी है। उसकी रिपोर्ट आने पर एक्शन लेंगे। बीए छात्र वाहिदुर्जमा का निलंबन परमानेंट नहीं हुआ है। उसे फाइनल एक्शन नहीं कह सकते है. वहीं छात्र हैदर अली ने बताया कि जब धार्मिक नारे लगाने पर एक समुदाय का छात्र सस्पेंड हो सकता है. तो उसी ग्राउंड पर दूसरे समुदाय के छात्र पर कार्यवाही क्यों नहीं हो रही है. छात्रों ने कहा कि भाजपा सांसद सतीश गौतम के दबाव में पार्शियल्टी हो रही है।
छात्रों में रोष
छात्र हैदर अली ने बताया कि सांसद सतीश गौतम का कुलपति को धमकाते हुए वीडियो वायरल हो रहा है. इसका मकसद है कि मुस्लिम यूनिवर्सिटी से मोहब्बत रखने वाले यह जान ले कि सांसद ज्यादा बड़ा होता है. वाइस चांसलर की कोई हैसियत नहीं होती है. छात्र हैदर ने बताया कि कुलपति से इस तरह से बात करने कि मुझे तकलीफ है. संवैधानिक पद पर बैठे हुए व्यक्ति से इस लहजे में बात करना ठीक नहीं है।
वहीं छात्र आरिफ त्यागी ने बताया कि जो वीडियो वायरल हो रही है . उसमें साजिश नजर आ रही है. नारों में अपने मजहब के कट्टरपंथी नजरिया को बताया जा रहा है. इससे अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय की छवि खराब हो रही है. नई उम्र के लड़के जज्बाती हो जाते है. इससे AMU बदनाम हो रही है . छात्र आरिफ त्यागी ने बताया कि जिस तरीके से भाजपा सांसद सतीश गौतम ने AMU कुलपति से धमकाने के लहजे से बात कर रहे थे यह सरासर गलत है.
विडियो की जांच की जा रही है
वही कुछ और वीडियो वायरल होने के बारे में एएमयू प्रॉक्टर वसीम अली ने बताया कि छात्रों ने इसकी जानकारी दी है. उसको नोटिस में लिया गया है और यह वीडियो जांच कमेटी के सामने रखी गई है. जांच कमेटी सारी बातों की छानबीन कर रही है और इंक्वायरी की रिपोर्ट जल्द सामने आएगी. उसी के हिसाब से चीजें आगे तय होगी.