Aligarh News: मुस्लिम टीचर ने भारत माता व सरस्वती माता के चित्र पर पुष्प अर्पित करने से किया इंकार, वीडियो वायरल

Aligarh News: अलीगढ़ प्राथमिक विद्यालय में तैनात शिक्षक हसमुद्दीन ने गणतंत्र दिवस के मौके पर भारत माता व सरस्वती माता के चित्र पर पुष्प अर्पित करने से साफ तौर पर इंकार कर दिया।

Lakshman Singh Raghav
Published on: 26 Jan 2023 10:29 AM GMT
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अलीगढ़: मुस्लिम टीचर ने भारत माता व सरस्वती माता के चित्र पर पुष्प अर्पित करने से किया इनकार, वीडियो वायरल

Aligarh News: जहां एक और देश में 74 वा गणतंत्र दिवस बड़े ही धूमधाम ओर हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है। तो वहीं यूपी के जनपद अलीगढ़ मुख्यालय से करीब 25 किलोमीटर दूर तहसील इगलास क्षेत्र के गांव लखटोई के प्राइमरी प्राथमिक विद्यालय से एक मुस्लिम शिक्षक हसमुद्दीन का हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। जहां लखटोई गांव के प्राथमिक विद्यालय में तैनात शिक्षक हसमुद्दीन के द्वारा 74 वें गणतंत्र दिवस के मौके पर भारत माता व सरस्वती माता के चित्र पर पुष्प अर्पित करने से साफ तौर पर इंकार कर दिया।

मुस्लिम शिक्षक हिंदू शिक्षकों से बोला हम किसी के भी सामने अपना मत्था नहीं टेक पाएंगे सिवाए ऊपर वाले के

गणतंत्र दिवस के मौके पर भारत माता व सरस्वती माता के चित्र पर शिक्षक हसमुद्दीन के द्वारा पुष्प अर्पित करने से इनकार किए जाने का 2 मिनट 33 सेकंड का एक वीडियो सोशल मीडिया पर काफी तेजी के साथ वायरल हो रहा है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा यह वीडियो कोतवाली इगलास क्षेत्र के गांव लखटोई के प्राइमरी प्राथमिक विद्यालय का बताया जा रहा है। तो वही सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस वीडियो में मुस्लिम शिक्षक हसमुद्दीन का कहना है कि वह केवल ऊपरवाले के सामने अपना मत्था टेक सकते हैं ओर ऊपरवाले के सिवाय वह कभी किसी के सामने अपना मत्था बिल्कुल नहीं टेक सकता हैं। ये उसकी मजबूरी है।

जानकारी के अनुसार उत्तर प्रदेश के जनपद अलीगढ़ के तहसील इगलास क्षेत्र के गांव लखटोई के प्राइमरी प्राथमिक विद्यालय में तैनात शिक्षक हसमुद्दीन का 2 मिनट 33 सेकंड का एक वीडियो काफी तेजी के साथ सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में शिक्षक हसमुद्दीन लकड़ी की कुर्सी पर बैठा हुआ है और क्लास रूम के अंदर बच्चे शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं।

हिंदू शिक्षक मुस्लिम शिक्षक से बोलें जब हम मुस्लिमों को प्रोग्राम में अपना मत्था टेक सकते हैं तो आप क्यों नहीं?

तभी 74 वें गणतंत्र दिवस के मौके पर लकड़ी की कुर्सी पर बैठे मुस्लिम शिक्षा हसमुद्दीन के पास 2 से 3 लोग पहुंचते हैं और मुस्लिम शिक्षक हसमुद्दीन से कहते हैं कि ये आपकी गलत बात है, हम लोग भी तो मुस्लिम लोगों के कार्यक्रम में जाते हैं। हम लोग भी तो वहां पर मत्था टेकते हैं। जिस पर मुस्लिम शिक्षक कहता है वह बात उनकी सही है कि आप मत्था टेकते हैं। जिस पर वो लोग मुस्लिम शिक्षक से फिर कहते हैं कि उनकी बात को माने और भारत माता व सरस्वती माता के चित्र पर पहुंचकर एक पुष्प चढ़ाकर आए। क्योंकि हम हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई सब एक हैं।

इस पर मुस्लिम शिक्षक हसमुद्दीन ने कहा कि हम किसी के सामने बिल्कुल भी अपना मत्था नहीं टेक पाएंगे सिवाए ऊपर वाले के, जिस पर उन लोगों ने कहा कि तुमसे से कोई मत्था टेकने के लिए नहीं कह रहे हैं। तुम भारत माता सरस्वती माता के चित्र पर पुष्प चढ़ाओ ओर तुम चले आओ। जिस पर मुस्लिम शिक्षक ने कहा कि वह झंडा फहराने के लिए तैयार है ओर जैसे आप लोग कहोगे वैसे तैयार हूं, जिस पर उन लोगों ने मुस्लिम शिक्षक हसमुद्दीन से कहा कि वह भारत माता और सरस्वती माता के चित्र पर केवल पुष्प चढ़ा दें उनसे कोई लोग मत्था टेकने के लिए नहीं कह रहा है।

जिस पर उन लोगों ने मुस्लिम शिक्षक हसमुद्दीन से कहा कि मां साहब आपका मेन रीजन और मैन प्रॉब्लम क्या है,कि आपने सरस्वती माता के चित्र पर पुष्प अर्पित करने से मना कर दिया।जिस पर शिक्षक से हिंदू समुदाय के लोगों से कहा कि उसकी तीन-चार दिन से तबीयत खराब थी। जिस पर उन लोगों ने कहा अच्छा" तो आपको छुट्टी ले लेनी चाहिए थी, शिक्षक बोला उसने छुट्टी ली थी, लेकिन उसकी छुट्टी मान्य नहीं हुई, जिस पर उन लोगों ने कहा छुट्टी लेना अलग बात है लेकिन आप 74 वें गणतंत्र दिवस के मौके पर हाथरस से यहां स्कूल आए हैं,आपको चित्र पर माल्यार्पण करने में परेशानी है, लेकिन हाथरस से तबीयत खराब के बाद आपको यहां स्कूल आने में कोई परेशानी नहीं हुई हैं।

घटना का वीडियो मोबाइल में कैद

जिस पर अन्य हिंदू शिक्षकों ने मुस्लिम शिक्षक हसमुद्दीन से कहा कि संविधान के दायरे में तो उन्हें भारत माता के सरस्वती माता के चरणों में पुष्प अर्पित करने चाहिए। जिस पर मुस्लिम शिक्षक हसमुद्दीन ने कहा कि उसकी मजबूरी है वह किसी भी तस्वीर पर पुष्प अर्पित नहीं करेगा इस दौरान हिंदू शिक्षकों और मुस्लिम शिक्षक के बीच 74 वे गणतंत्र दिवस के मौके पर भारत माता व सरस्वती माता के चित्र पर पुष्प अर्पित करने को लेकर हो रही विरोधाभासी के दौरान मौके पर मौजूद कुछ ग्रामीणों द्वारा घटना का वीडियो अपने मोबाइल कैमरे में कैद कर लिया गया जिसके बाद ग्रामीणों ने 74 वें गणतंत्र दिवस के मौके पर संविधान को ताक पर रख भारत माता वे सरस्वती माता के चित्र पर पुष्प अर्पित करने से इनकार करने वाले मुस्लिम शिक्षक हसमुद्दीन का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया गया ग्रामीणों द्वारा सोशल मीडिया पर वायरल किया गया यह 2 मिनट 33 सेकंड का वीडियो काफी तेजी के साथ वायरल हो रहा है।

Shashi kant gautam

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