Aligarh News: भागवत कथा में हुआ गोवर्धन पूजा का प्रसंग

Aligarh News: ब्रज मंडल पहुंचते ही दुर्वासा मुनि को लघुशंका हुई। जिसकी वजह से उन्होंने गोवर्धन को वहीं रख दिया। जिसके बाद गोवर्धन वहीं पर स्थापित हो गए।

Lakshman Singh Raghav
Published on: 20 May 2024 7:40 AM GMT
Aligarh News Photo- Newstrack
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Aligarh News:- गंगीरी की ग्राम पंचायत शादीपुर कुमरौआ में चल रही। श्रीमद्भागवत कथा के कथा वाचक आरती भारद्वाज ने गोवर्धन पूजन के साथ गोवर्धन के संबंध में अपनी बात रखते हुए कहा। कि गोवर्धन पर्वतराज द्रोण के पुत्र है। एक समय दुर्वासामुनि पर्वत द्रोणगिरी गए। वहां उन्होंने गोवर्धन को उनसे मांग लिया। तब गोवर्धन ने कहा। कि अगर रास्ते में आपने मुझे रख दिया। तो मैं वहीं स्थापित हो जाऊंगा। दुर्वासा मुनि ने गोवर्धन की बात ली। और लेकर चल पड़े। बताया जाता है। कि ब्रज मंडल पहुंचते ही दुर्वासा मुनि को लघुशंका हुई। जिसकी वजह से उन्होंने गोवर्धन को वहीं रख दिया। जिसके बाद गोवर्धन वहीं पर स्थापित हो गए। कथा व्यास ने बताया। कि रामायण काल में भी जब लंका जाने के लिए। पुल बनाने की बात हो रही थी। तो वीर हनुमान गोवर्धन को उठाकर चले ही थे। कि समाचार आया। कि पुल बनाने का काम पूरा हो गया है।

तब हनुमान जी ने श्रीराम से कहा। कि मैने गोवर्धन को आपके दर्शन करवाने का वचन दिया था। तब भगवान बोले कि गोवर्धन से कहो। कि मैं उसे कृष्ण अवतार में दर्शन दूंगा। भगवान श्री कृष्ण ने गोवर्धन को सात दिन तक अपनी छोटी ऊंगली पर धारण करके अपना ही रूप गोवर्धन को दिया था। तभी से भक्त गोवर्धन की पूजा करके अपनी मनोकामना पूर्ण करते है। कथा वाचक आरती भारद्वाज ने कहा। कि भगवान श्री कृष्ण की लीलाओं से हमें काफी कुछ सीखने को मिलता है। वहीं उन्होंने कहा। कि हमें भगवान की भक्ति में कंजूसी नहीं करनी चाहिए। अपने व्यस्त समय में से भगवान को भी समय देकर अराधना करनी चाहिए। इस अवसर पर डा सीवी सिंह, रोचक वर्मा, भोला टाईगर , होरीलाल राजपूत, सुभाष, अरुण कुशवाहा, अनिल, राजकुमार,गोपाल, महेंद्र सिंह, राजेंद्र सिंह, कालीचरण, रामखिलाडी, सहित अन्य भी मौजूद रहे।

Shalini Rai

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