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AMU: अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी इंजीनियरिंग के दो स्टूडेंट अरेस्ट, छात्रों ने प्रॉक्टर ऑफिस को घेरा, पुलिस से छोड़ने की मांग
Aligarh News: अलीगढ़ पुलिस ने दोनों को बादाम नगर में हुई मारपीट के आरोप में धारा- 307 के तहत मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया है। प्रदर्शन कर रहे छात्रों का कहना है, कि घटना के समय दोनों छात्र वहां मौजूद नहीं थे।
Aligarh News: अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (AMU) के दो छात्रों की गिरफ्तारी को लेकर स्टूडेंट्स ने प्रॉक्टर ऑफिस का घेराव किया। छात्रों का प्रदर्शन जारी है। प्रदर्शनकारी छात्रों की मांग है कि, सफदर और साकिर वसीम पर लगाए गए मुकदमों को वापस लिया जाए। सफदर और साकिर वसीम इंजीनियरिंग फैकल्टी के छात्र हैं। सफदर AMU के सुलेमान हॉस्टल में रहता है, जबकि साकिर वसीम नदीम तरीन हॉस्टल में रहता है।
अलीगढ़ पुलिस ने इन दोनों को बादाम नगर में हुई मारपीट के आरोप में धारा- 307 के तहत मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया है। प्रदर्शन कर रहे छात्रों का कहना है, कि घटना के समय दोनों छात्र वहां मौजूद नहीं थे। प्रदर्शनकारी छात्रों का ये भी कहना है, कि ये AMU से जुड़े हैं इसलिए इन्हें जेल भेजा गया है।
क्या कहना है प्रदर्शनकारी छात्रों का?
घटना को लेकर एएमयू छात्र नेता फरहान जुबैरी (Farhan Zubairi) ने कहा, 'एएमयू के दो छात्रों को सिर्फ इसलिए जेल भेज दिया गया, क्योंकि वो अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (Aligarh Muslim University) के छात्र हैं। दोनों छात्र बीटेक कर रहे हैं। उन पर 307 जैसी संगीन धाराएं लगाई गई हैं। उनका आरोप है ये दबंग लोगों के इशारों पर किया गया है।'
फरहान जुबैरी- 'मुसलमान होने की मिली सजा'
छात्र नेता फरहान जुबैरी ने आगे कहा, 'जिन्होंने मारपीट की है, उन्हें जेल भेजा जाए। लेकिन जिनका इस लड़ाई से कोई ताल्लुक नहीं है, केवल एएमयू के छात्र हैं और मुसलमान हैं। इसलिए उन्हें जेल भेज दिया गया। यह बहुत शर्म की बात है। उन्होंने कहा, अगर इस तरह छात्रों छात्र को संगीन धाराओं में जेल भेजा जाएगा, तो देश का मुस्तकबिल किस तरफ जाएगा।'
जमकर हुई नारेबाजी
प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने गिरफ्तार किए गए दोनों छात्रों को छोड़ने के लिए नारेबाजी भी की। घटना को लेकर पुलिस की तरफ से बताया गया है, कि गाड़ी पार्किंग को लेकर पड़ोसियों के बीच मारपीट का मामला है। इसमें मुकदमा दर्ज कर 5 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।