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Aligarh News: किसान 10 दिसंबर को करेंगे बड़ा प्रदर्शन, जानें क्या हैं इनकी मांगे
Aligarh News:किसान नेता सुंदर सिंह बालियान ने कहा हम लोगों की यमुना विकास प्राधिकरण से मांग है कि टप्पल इलाके का सत्यानाश न करें और जब तक हमारी जमीन का रेट न मिल जाए तब तक मकान न तोड़े जाएं।
Aligarh News: अलीगढ़ जनपद के टप्पल थाना इलाके में यमुना विकास प्राधिकरण के अधिकारी बिल्डरों से जमीनों को मुक्त कराने पहुंचे। लेकिन, विरोध के चलते पीछे हटना पड़ा। यमुना विकास प्राधिकरण द्वारा मंगाए गए बुलडोजर खड़े के खड़े ही रह गए। एक तरफ किसानों का विरोध प्रदर्शन तो दूसरी तरफ पुलिस फोर्स नहीं मिलने से यमुना विकास प्राधिकरण को बुलडोजर के साथ वापस लौटना पड़ा। किसानों का आरोप है कि जेवर एयरपोर्ट करीब में बनने की वजह से उनकी जमीनों पर बिल्डरों द्वारा कॉलोनी बनाने का प्रयास किया जा रहा है। साथ ही इस इलाके में विकास प्राधिकरण किसानों की जमीन अधिग्रहण भी कर रहा है। लेकिन उन्हे उचित मुआवजा नहीं दिया जा रहा है।
डीएम को संबोधित ज्ञापन सौंपा
भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) के लोगों ने बुधवार देर शाम टप्पल थाने पहुंचकर विरोध प्रदर्शन किया। भारतीय किसान यूनियन के जिला अध्यक्ष सुंदर सिंह बालियान ने बताया यमुना विकास प्राधिकरण मनमानी कर रहा है। उन्होने कहा हम लोगों की यमुना विकास प्राधिकरण से मांग है कि टप्पल इलाके का सत्यानाश न करें और जब तक हमारी जमीन का रेट न मिल जाए तब तक मकान न तोड़े जाएं। इस मामले में जिलाधिकारी को संबोधित ज्ञापन पुलिस क्षेत्राधिकारी खैर को दिया गया है। किसान नेता सुन्दर सिंह बालियान ने बताया सन 1989 में किसानों ने मंडी एक्ट तोड़ा था, जिसमें कई किसान शहीद हुए थे। वहीं, 2010 में टप्पल का जिकरपुर कांड हुआ था, चार किसान शहीद हुए थे। जिसके चलते भूमि अधिग्रहण कानून में संशोधन कराया गया था।
किसान नेता सुन्दर सिंह ने बताया अगर यमुना विकास प्राधिकरण नहीं मानता है, तो इसकी जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी। सुंदर सिंह ने कहा किसानों की भलाई के लिए कुछ भी हो सकता है। उन्होंने बताया जट्टारी के किसान की समस्या, ग्रेटर अलीगढ़ बसाने को लेकर किसानों की जमीन ली जा रही है और टप्पल में भी किसानों को परेशान किया जा रहा है। इन सभी समस्याओं को लेकर खैर तहसील में 10 दिसंबर को प्रदर्शन किया जाएगा। उन्होंने बताया इस प्रदर्शन के लिए किसान नेता राकेश टिकैत से भी अनुमति ली गई है। किसान खैर तहसील में ही 24 घंटा रहकर अपनी मांगों को लेकर धरना देगा।