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Aligarh News: पति ने पत्नी को जिंदा जलाकर उतारा मौत के घाट, अवैध संबंधों का कर रही थी विरोध, गिरफ्तार
Aligarh News: पति का मोहल्ले की ही रहने वाली एक तलाकशुदा महिला के साथ चल रहे नाजायज संबंधों का विरोध करने पर परिवार के लोगों के साथ मिलकर पत्नी पर तेल डालकर जिंदा जला दिया गया।
Aligarh News: देहली गेट थाना क्षेत्र में तलाकशुदा महिला से चल रहे नाजायज संबंधों का विरोध करने पर जालिम पति द्वारा अपनी पत्नी पर केरोसिन डालकर जिंदा जलाए जाने के कई दिन बाद उसकी उपचार के दौरान दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में मौत हो गई। मौत की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची पुलिस ने आरोपी पति को हत्या करने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने पीड़ित मायके पक्ष के लोगों की तहरीर पर उनकी विवाहिता बेटी को मौत के आगोश में सुलाने वाले आशिक मिजाज दामाद सहित ससुरालीजनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है।
विरोध करने पर जिंदा जलाया
प्राप्त जानकारी के अनुसार एडीए कॉलोनी शाहजमाल का है। जहां पति का मोहल्ले की ही रहने वाली एक तलाकशुदा महिला के साथ चल रहे नाजायज संबंधों का विरोध करने पर अपने परिवार के लोगों के साथ मिलकर अपनी पत्नी के ऊपर तेल डालकर जिंदा जला दिया गया। पति और ससुराली जनों द्वारा विवाहिता को जिंदा जलाए जाने के चलते उसकी उपचार के दौरान दिल्ली के अस्पताल में मौत हो गई। विवाहित बेटी की मौत की सूचना पर मायके पक्ष के लोग मौके पर पहुंचे और अपने दामाद सहित ससुरालीजनों पर अपनी विवाहिता बेटी को जिंदा जलाकर उसकी हत्या करने का आरोप लगाते हो पुलिस को तहरीर दी।
भाई ने लगाए आरोप
थाना रोरावर क्षेत्र के करबला रोड स्थित शाहजमाल निवासी युवक मोहम्मद फरमान पुत्र सूफी अब्दुल ने पुलिस को दी तहरीर में आरोप लगाया है कि बहन आसिफा की शादी थाना देहली गेट इलाके के एडीए कॉलोनी शाहजमाल निवासी युवक मुइनुद्दीन उर्फ फौजी पुत्र डॉक्टर सलीम के साथ 2016 में अपनी इच्छा अनुसार दान दहेज देते हुए मुस्लिम रीति रिवाज के अनुसार संपन्न की थी। शादी में करीब 20 लाख रुपया खर्च किए गए थे। आरोप है कि करीब 1 साल पहले उसकी बहन आसिफ़ और उसके जीजा नईमुद्दीन उर्फ फौजी बीच झगड़ा रहने लगा। मायके पक्ष के लोगों को दोनों पति-पत्नी के बीच हो रहे झगड़े की असली वजह जाने की कोशिश की तो पता चला कि उसके जीजा मुईन के जंगलगढ़ी निवासी एक तलाकशुदा महिला सोनी पुत्री हानिका के साथ नाजायज संबंध चल रहे थे।
अस्पताल में मौत
तलाकशुदा महिला के साथ चल रहे नाजायज संबंधों का विरोध करने की बात उसके जीजा को नागवार गुजरी। जिसके बाद उसके जीजा नईम ने अपने परिजनों के साथ मिलकर उसकी बहन को रास्ते से हटाने के लिए प्लानिंग की। 8 अक्टूबर की देर शाम करीब 8 बजे उसकी बहन आसिफा के ऊपर ज्वलनशील पदार्थ डालकर जिंदा जला दिया। बाद में उसे एएमयू के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में भर्ती कर दिया। आरोप है कि उसके पति और ससुरालीजनों द्वारा उसकी बहन को जिंदा जलाए जाने की सूचना पड़ोसियों द्वारा फोन कर मायके पक्ष लोगों को दी गई। डॉक्टर ने उसकी बहन की हालात को गंभीर देखते हुए दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल रेफर कर दिया। यहां उपचार के कई दिन बाद आग में 99% झुलसी उसकी बहन की मौत हो गई।
मुकदमा दर्ज
पोस्टमार्टम के बाद मायके पक्ष के लोग डेडबॉडी को दिल्ली से लेकर अलीगढ़ पहुंचे और अपनी मृतक बहन आशिफा के पति नईम सहित ससुरालीजनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई किए जाने की मांग की है। पुलिस ने पीड़ित परिजनों की तहरीर पर अपने दामाद नईम और ननंद रूही समेत उसके दोनों भाई कलीम, काइम के खिलाफ बीएनएस एक्ट की धारा - (103(1),61/2) के तहत मुकदमा दर्ज करते हुए आरोपी पति को गिरफ्तार किया गया। पुलिस मामले में जांच पड़ताल करते हुए अग्रिम कार्यवाही करने में जुटी है।