Aligarh: मंत्री धर्मवीर प्रजापति पहुंचे जिला कारागार, 10 बंदियों के जुर्माने की राशि भरी जेब से, कराया रिहा

Aligarh News: मंत्री धर्मवीर प्रजापति को चला जो जुर्माने की राशि जमा नहीं कर पाने की वजह से जेल में बंद थे। मंत्री ने इस पर पहल की। उन्होंने लंबे समय से कारागार में कैद 10 बंदियों के जुर्माने की राशि अपनी जेब से भरी और रिहा करवाया।

Lakshman Singh Raghav
Published on: 3 Jan 2024 11:33 AM GMT (Updated on: 3 Jan 2024 12:04 PM GMT)
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मंत्री धर्मवीर प्रजापति (Social Media) 

Aligarh News: मंत्री धर्मवीर प्रजापति बुधवार (3 जनवरी) को अलीगढ़ जिला कारागार पहुंचे। यहां उन्होंने बंदियों के बीच गर्म कपड़े और कम्बल आदि बांटे। कारागार में हनुमान चालीसा का पथ भी करवाया गया। सुंदरकांड पाठ के उपरांत बंदियों में हनुमान चालीसा बांटी गई। मंत्री ने लंबे समय से सजा काट रहे करीब 10 बंदियों के जुर्माने की राशि अपनी जेब से भरी और रिहा कराया।

जिला कारागार व होमगार्ड मंत्री धर्मवीर प्रजापति (Dharamveer Prajapati) आज अलीगढ़ जिला कारागार पहुंचे। इस दौरान कारागार में सुंदरकांड और हनुमान चालीसा का पाठ कराया गया। मंत्री मोहदय ने कड़ाके की सर्दी के बीच गरीब, असहाय बंदियों को राहत प्रदान करते हुए गर्म कपड़े और कंबल दिए। साथ ही, बंदियों को हनुमान चालीसा की पुस्तकें भी भेंट की।

10 बंदियों की जुर्माना राशि मंत्री ने भरी

अलीगढ़ जिला जेल में कई ऐसी बंदी का पता मंत्री धर्मवीर प्रजापति को चला जो जुर्माने की राशि जमा नहीं कर पाने की वजह से जेल में बंद थे। मंत्री ने इस पर पहल की। उन्होंने लंबे समय से कारागार में कैद 10 बंदियों के जुर्माने की राशि अपनी जेब से भरी और उन्हें रिहा करवाया। कारागार से रिहा बंदियों को फूलमाला पहनाया गया। इस मौके पर वरिष्ठ जेल अधीक्षक और जेलर के साथ-साथ अन्य अधीनस्थ अधिकारी मौजूद रहे।

धर्मवीर प्रजापति-...ताकि मानसिकता में आए बदलाव

अलीगढ़ पहुंचे जिला कारागार मंत्री धर्मवीर प्रजापति ने बताया कि, 'सर्दी के मौसम में बंदियों को राहत देने के लिए गर्म कपड़े और कंबल वितरण कराए गए हैं। लगभग 10 बंदियों कों जुर्माना जमा ना करने की वजह से रिहा नहीं किया जा रहा था, उनकी राशि भरी गई है। इसके अलावा, जेल में सुंदरकांड और हनुमान चालीसा का पाठ भी कराया गया है। ताकि, बंदियों की मानसिक स्थिति पर सकारात्मक प्रभाव पड़े। वह थोड़ा आध्यात्मिक से भी जुड़ें। धीरे-धीरे उनकी मानसिकता में भी बदलाव आएगा।'

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अमन कुमार - बिहार से हूं। दिल्ली में पत्रकारिता की पढ़ाई और आकशवाणी से शुरू हुआ सफर जारी है। राजनीति, अर्थव्यवस्था और कोर्ट की ख़बरों में बेहद रुचि। दिल्ली के रास्ते लखनऊ में कदम आज भी बढ़ रहे। बिहार, यूपी, दिल्ली, हरियाणा सहित कई राज्यों के लिए डेस्क का अनुभव। प्रिंट, रेडियो, इलेक्ट्रॉनिक और डिजिटल मीडिया चारों प्लेटफॉर्म पर काम। फिल्म और फीचर लेखन के साथ फोटोग्राफी का शौक।

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