Aligarh News: खैर विधानसभा के उप चुनाव में जानिए किस प्रत्याशी की क्या है ताकत

Aligarh News: समाजवादी पार्टी द्वारा जाट वोट बैंक और दलित वोट बैंक को निशाने पर लेकर चारु केन को अपना प्रत्याशी बनाया है ।

Lakshman Singh Raghav
Published on: 28 Oct 2024 5:21 AM GMT
Aligarh News: खैर विधानसभा के उप चुनाव में जानिए किस प्रत्याशी की क्या है ताकत
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खैर विधानसभा उप चुनाव (photo: social media )

Aligarh News: खैर विधानसभा में उपचुनावों को लेकर प्रशासन के द्वारा तैयारियां शुरू कर दी है । तो वहीं दूसरी और प्रत्याशियों के द्वारा भी दमखन के साथ मैदान में उतरते हुए अपने दाव पेच लगाना शुरू कर दिया है ।

विधानसभा खैर में चुनाव के आंकड़े और प्रत्याशियों की ताकत की अगर बात कही जाए तो सबसे पहले नितिन कुमार चोटेल के द्वारा आजाद समाज पार्टी से यहां नामांकन किया था । आजाद समाज पार्टी की अगर बात कही जाए तो यहां दलित वोट दूसरे नंबर पर आता है । जिसके चलते दलित वोटरों का अच्छा खासा यहां बोल वाला है । आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद के द्वारा नगीना की तरह इस विधानसभा पर भी कोई करिश्मा किया जाता है तो यह चुनाव किसी भी ओर मुड़ सकता है । जिसको लेकर नितिन कुमार चोटेल के द्वारा भी अपने आंकड़े लगाना शुरू कर दिया है ।

बहुजन समाज पार्टी का पुराने चक्रव्यूह पर ही निशाना

वहीं अगर बात बहुजन समाज पार्टी के डॉक्टर पहल की की जाए तो उनके द्वारा पुराने चक्रव्यूह पर ही निशाना साधते हुए पहले की अपेक्षा उसे और भी ज्यादा ताकतवर करने की भरपूर कोशिश की जा रही है । उसकी वजह है 2022 के विधानसभा चुनाव में बहुजन समाज पार्टी का यहां अच्छा बोल वाला रहा था । बहुजन समाज पार्टी इस विधानसभा में दूसरे नंबर की सबसे बड़ी पार्टी बनकर सामने आई थी । यही कारण है डॉक्टर पहल भी अपनी ओर से बहन मायावती का आशीर्वाद लेने के बाद चुनावी समीकरण में जीत की पहल करने के लिए लगातार दावे करते हुए नजर आ रहे हैं । मायावती का नारा सर्वजन हिताय सर्वजन सुखाय को लेकर भी उनके द्वारा बड़े दावे किए जा रहे हैं ।

समाजवादी पार्टी प्रत्याशी चारु केंन

समाजवादी पार्टी द्वारा जाट वोट बैंक और दलित वोट बैंक को निशाने पर लेकर चारु केन को अपना प्रत्याशी बनाया है । समाजवादी पार्टी के द्वारा इस प्रत्याशी को उतारने के बाद विधानसभा खेर में चुनाव के आंकड़े बदलते हुए नजर आ रहे हैं । चारु केंन की अगर बात कही जाए तो वह राजनीतिक परिवार से आती हैं । उनके ससुर से लेकर उनके जेठ और उनके पति सहित उनकी सास भी राजनीति में अपनी अलग पहचान रखते हैं । यही कारण है चारु केन को राजनीतिक परिवार का अच्छा खासा समर्थन मिलता हुआ नजर आ रहा है । चारु कैन ऐससी वर्ग से हैं जिसके चलते ऐससी वोटरों को अपनी ओर आकर्षित करती हैं । लेकिन उनके पति जाट समुदाय से आते हैं जिसके चलते जाट समुदाय भी उनकी ओर आकर्षित हो सकता है । यही कारण है राजनीतिक जानकार डॉक्टर चारु केन को चुनावी संग्राम में हल्के में नहीं ले सकते ।

डॉक्टर चारू केंन की अगर बात कही जाए तो समाजवादी पार्टी का यहां 2024 के लोकसभा चुनाव में अच्छा वोट पड़ा था । जिसका लाभ भी डॉक्टर चारू केन को खास तौर पर मिलेगा लेकिन अगर भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी सुरेंद्र दिलेर की कही जाए तो दादा से लेकर पिता तक के द्वारा राजनीतिक गलियारों में अपनी अच्छी पहचान बनाई थी । तीसरी पीढ़ी भी अब दादा की राह पर चलने के लिए बेकरार है ।

भारतीय जनता पार्टी को सुरेंद्र दिलेर को खास फायदा

भारतीय जनता पार्टी के विधायक अनूप बाल्मीकि भी 2024 में सांसद बनने के बाद यहां उप चुनाव हो रहे हैं । भाजपा का यहां मौजूदा समय में अच्छा दबदबा है । सिंपैथी वोट भी सुरेंद्र दिलेर को मिलेगा । राजनीतिकारों की माने तो राजनीति के दलदल से ही सुरेंद्र दिलेर के पिता की मौत का होना बताया गया जिसके चलते जनता की सिंपैथी भी सुरेंद्र दिलेर को मिलेगी । लेकिन भारतीय जनता पार्टी की मौजूदा सरकार और भारतीय जनता पार्टी के यहां विधायक रहने के बाद और दिलेर परिवार की बादशाहत का सुरेंद्र को खास फायदा मिल सकता है । लेकिन यह चुनाव काफी दिलचस्प नजर आरहा है । जहां एक ओर आजाद समाज पार्टी पर प्रचार के लिए फायर ब्रिगेड नेता चंद्रशेखर आजाद है । तो वहीं समाजवादी पार्टी पर एक अच्छा प्रत्याशी है । लेकिन अगर बात भारतीय जनता पार्टी की कही जाए तो प्रत्याशी के साथ मौजूदा सरकार और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ-साथ तमाम ऐसे नेता मौजूद है! जो विधानसभा खैर पर अपनी बयान बाजी और अपनी कड़ी मेहनत से इस चुनाव का रंग बदल सकते हैं । लेकिन अगर बसपा की बात कही जाए तो बिना आकाश आनंद और बहन कुमारी मायावती के यहां कोई फायर ब्रिगेड नेता चुनावी कैंपिंग के लिए अपना असर नहीं डाल पायेगा ।

खैर विधानसभा का चुनाव काफी दिलचस्प

लेकिन सियासी संग्राम में बसपा को भी कम नहीं आंका जा सकता है । पुरानी बहुमत की अगर बात कही जाए तो दूसरे नंबर की पार्टी बहुजन समाज पार्टी आती है। लेकिन मौजूदा समय में इस चुनावी संग्राम में राजनीति का ऊंट किस ओर करवट लेगा । यह अभी पता नहीं लगाया जा सकता । फिलहाल राजनीतिकारों के द्वारा अबकी बार खैर विधानसभा का चुनाव काफी दिलचस्प बताया है । इसको लेकर चारों पार्टियों के नेताओं के द्वारा इस चुनाव में जान डालने का काम किया है । फिलहाल सभी पार्टियों के नेताओं के द्वारा जीत के दावे किए जा रहे हैं । लेकिन नितिन कुमार चोटेल से लेकर भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी तक अगर बात कही जाए तो यहां चुनावी समर में जो जनता को अपनी ओर आकर्षित करेगा, वही विधायकी का ताज पहनेगा । फिलहाल जीत की चाबी जनता के हाथ में मौजूद है । प्रशासन भी पूरी तैयारी में जुटा हुआ है और प्रत्याशियों को चुनाव आयोग के नियमों के पालन करने का हवाला देता हुआ नजर आ रहा है ।

Monika

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Content Writer

पत्रकारिता के क्षेत्र में मुझे 4 सालों का अनुभव हैं. जिसमें मैंने मनोरंजन, लाइफस्टाइल से लेकर नेशनल और इंटरनेशनल ख़बरें लिखी. साथ ही साथ वायस ओवर का भी काम किया. मैंने बीए जर्नलिज्म के बाद MJMC किया है

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