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Aligarh News: निरंकुश एआरटीओ की मनमानी लाखों का नुकसान, खराब हुईं लाखों की सब्जियां

Aligarh News: इस बारे में जब आरटीओ वंदना सिंह से बात की गई तो उन्होंने बताया कि एमवी एक्ट में हरी सब्जियां एवं आवश्यक वस्तुओं से भरे हुए वाहनों को निरुद्ध करने का प्राविधान नहीं है।

Lakshman Singh Raghav
Published on: 23 Oct 2024 10:17 AM IST (Updated on: 23 Oct 2024 12:02 PM IST)
RTO Vandana Singh
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आरटीओ वंदना सिंह  (photo: social media ) 

Aligarh News: Aligarh News: संभागीय परिवहन विभाग में एआरटीओ की मनमानी और निरंकुशता के चलते मंगलवार को एक बार फिर सब्जी व्यापारियों और किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ा, जो कि लाखों में था। जबकि मोटर व्हीकल एक्ट में हरी पत्तेदार सब्जियां एवं कच्चे माल को ले जा रही वाहन को बंद, अथवा सीज करना साफ तौर पर निषेध है। किंतु उसके बाद भी एआरटीओ के द्वारा मंगलवार मध्य रात्रि समय करीब रात 12 बजे खेरेश्वर चौराहे पर आधे दर्जन से अधिक गाड़ियां, जिनमें अधिकतर हरी सब्जियों को लाने वाली वाहन थी को चालान करके आरटीओ कार्यालय प्रांगण में बंद कर दिया गया। जबकि सब्जी व्यापारियों एवं किसानों के द्वारा साफ तौर पर एआरटीओ से बार-बार विनती की गई कि एआरटीओ साहब इसमें हरी सब्जियां हैं। अगर समय से मंडी नहीं पहुंची तो बहुत बड़ा नुकसान हो जाएगा और सब्जियां खराब हो जाएंगी। किंतु उसके बाद भी एआरटीओ साहब ने सुबह 10 बजे कार्यालय में आकर गाड़ी ले जाने की बात कही।

किसान एवं सब्जी व्यापारियों के द्वारा साफ-साफ कहा गया कि कोई भी, कैसी भी कमी हो उसके लिए हम पूरे जिम्मेदार हैं और वह हर्जाना भरेंगे जो बनता है किंतु अभी केवल हमें मंडी तक सब्जी उतारने दीजिए। इसके बाद भी निरंकुश एआरटीओ ने किसानों एवं सब्जी व्यापारियों की बिल्कुल नहीं सुनी।

प्रति वाहन बीस हजार रुपए की मांग

वाहन राजस्थान के कोटपूतली जिले से जिसकी दूरी लगभग ढाई सौ से तीन सौ किलोमीटर है से चलकर अलीगढ़ सब्जी मंडी आ रही थी। जिनमें फूलगोभी, हरा धनिया, पेठे, दवाइयां आदि सामान लोड थे। सब्जी व्यापारियों एवं किसानों से प्रति वाहन बीस हजार रुपए की मांग एआरटीओ के द्वारा की गई जब व्यापारियों एवं किसान ने इतने पैसे ना होने की बात कही तो एआरटीओ के द्वारा वाहनों का चालान कर आरटीओ प्रांगण में लाकर खड़ा कर दिया गया। रात 12 बजे से लेकर शाम 5 बजे लगभग सत्रह अठारह घंटे बाद कुछ वाहनों के चालान की राशि जमा कर उनको छोड़ दिया गया। किंतु तब तक ज्यादातर सब्जियां खराब हो चुकी थीं एवं काफी बड़ी तादाद में व्यापारियों का नुकसान हो चुका था।

एआरटीओ से स्पष्टीकरण

इस बारे में जब आरटीओ वंदना सिंह से बात की गई तो उन्होंने बताया कि एमवी एक्ट में हरी सब्जियां एवं आवश्यक वस्तुओं से भरे हुए वाहनों को निरुद्ध करने का प्राविधान नहीं है, किंतु उसके बाद भी अगर एआरटीओ के द्वारा ऐसा किया गया है तो एआरटीओ से स्पष्टीकरण लिया जाएगा। प्रवेश यादव से जब बात करने का प्रयास किया गया तो पहले तो उनके द्वारा फोन नहीं उठाया गया लेकिन जब दूसरे नंबर से कॉल किया गया तो फोन उठाकर बात करते ही गाड़ियां पकड़ने की बात पर सीधे-सीधे मना कर दिया गया और बोला गया कि मेरे द्वारा कोई भी वाहन नहीं पकड़ी गई है।

एआरटीओ प्रवेश यादव की कार्यशैली काफी चर्चा का विषय बनी हुई है। अभी कुछ दिन पहले ही यात्रियों से भरी हुई एक प्राइवेट बस को रात करीब दस बजे कार्यालय प्रांगण में बंद करवा कर सभी यात्रियों को अपने हाल पर छोड़ दिया गया था। जबकि उस बस में कई परीक्षार्थी थे जिनकी अगले दिन सुबह परीक्षा थी। जो सवारियां जयपुर जाने वाली थी उनको एआरटीओ प्रवेश कुमार के द्वारा परिवहन निगम की अनुबंधित बस में सिर्फ मथुरा तक ही छुड़वाया गया और स्वयं राया से अपनी विभागीय कार से वापिस अलीगढ़ आया गया।



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Monika

Monika

Content Writer

पत्रकारिता के क्षेत्र में मुझे 4 सालों का अनुभव हैं. जिसमें मैंने मनोरंजन, लाइफस्टाइल से लेकर नेशनल और इंटरनेशनल ख़बरें लिखी. साथ ही साथ वायस ओवर का भी काम किया. मैंने बीए जर्नलिज्म के बाद MJMC किया है

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