TRENDING TAGS :
Aligarh News: रोबोटिक प्रक्रिया के जरिए सफल हुई डिलीवरी, महिला ने स्वस्थ बच्चे को दिया जन्म
Aligarh News: 26 वर्षीय महिला को प्रसूती से जुड़ी समस्याएं थीं। 6 बार कंसीव किया लेकिन उनकी प्रेग्नेंसी 6 महीने से ज्यादा चल ही नहीं सकी थी।
Aligarh News: सीके बिरला अस्पताल गुरुग्राम के डॉक्टरों ने प्रेग्नेंसी की समस्या से जूझ रही 26 वर्षीय इराकी महिला का सफल इलाज किया। सर्विकल की समस्या के चलते महिला को बार-बार मिसकैरेज हो रहा था। कई बार प्रेग्नेंसी होने के बाद और कई तरह की चुनौतियों के बाद अब महिला ने एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया है। रोबोट असिस्टेड मिनिमली इनवेसिव प्रक्रिया की मदद से महिला के घर में खुशियां गूंजी हैं।
26 वर्षीय महिला को प्रसूती से जुड़ी समस्याएं थीं। 20 की उम्र से ही उन्होंने कंसीव करना शुरू कर दिया था। और 6 बार कंसीव किया लेकिन उनकी प्रेग्नेंसी 6 महीने से ज्यादा चल ही नहीं सकी। हर बार भ्रूण स्वस्थ रहता था, जीवित रहता था। बावजूद इसके पांचवें या छठे महीने में मिसकैरेज हो जाता था। गहन जांच के बाद सर्विकल अक्षमता का पता चला कि महिला का सर्विक्स (यूट्रस का मुंह) कमजोर था जिसके चलते गर्भ ठहर नहीं पा रहा था।
महिला को कई ट्रांसवेजिनल सर्विकल सरक्लेज प्रक्रियाओं से गुजरना पड़ा
प्राप्त जानकारी के अनुसार सीके बिरला अस्पताल गुरुग्राम में ऑब्सटेट्रिक्स एंड गायनेकोलॉजी की डायरेक्टर डॉक्टर अरुणा कालरा ने महिला की कंडीशन के बारे में बताया कि महिला को प्रेग्नेंसी के दौरान तीसरे से चौथे महीने के आसपास कई ट्रांसवेजिनल सर्विकल सरक्लेज प्रक्रियाओं से गुजरना पड़ा था। जिन्हें आमतौर पर सर्विकल टांके के रूप में जाना जाता है। इन प्रयासों के बावजूद, वह अपनी किसी भी प्रेग्नेंसी को पूरा नहीं कर पाईं। जांच करने पर पता चला कि उनका सर्विक्स यानी गर्भाशय फटा हुआ है और बार-बार टांके के कारण कोई सर्विकल टिशू नहीं बचा था। टिशू डैमेज का मतलब था कि अब सर्विकल सरक्लेज के ट्रेडिशनल मेथड का विकल्प नहीं बचा था।
रोबोट के इस्तेमाल ने सर्विकल सरक्लेज सर्जरी को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, क्योंकि इसकी मदद से सटीकता और कंट्रोल पूरा रहता है। जो ऐसे नाजुक ऑपरेशन में काफी जरूरी होता है। रोबोट-असिस्टेड सर्जरी के कारण इंटरवल सरक्लेज को सही जगह प्लेस करने का मौका मिला। और इस कड़ी में आसपास के टिशू को भी नुकसान नहीं पहुंचा। रोबोटिक डिवाइस के कारण अच्छे विजुअल मिले जिसकी मदद से पूरी सटीकता के साथ सर्जरी की गई। इसमें किसी तरह की जटिलता का रिस्क भी कम रहा और महिला के सर्विकल की समस्या का स्थायी समाधान भी मिल गया। इस एडवांस अप्रोच से न सिर्फ महिला मरीज की रिप्रोडक्टिव क्षमताओं को संरक्षित रखने में मदद मिली। बल्कि उनके लिए फुट टाइम प्रेग्नेंसी और डिलीवरी का रास्ता भी खुला।
रोबोटिक तकनीक की मदद
डॉक्टर कालरा ने आगे बताया कि सर्विकल के डैमेज को देखते हुए हमने रोबोटिक तकनीक की मदद से मिनिमली इनवेसिव सर्जरी करने का फैसला किया। इस प्रकिया के तहत इंटरनल ओएस के लेवल पर एक इंटरवल सर्विकल सरक्लेज लगाना था। जब महिला प्रेग्नेंट नहीं थी तब उनकी सर्जरी की गई और सर्विकल समस्या का स्थायी समाधान तलाशने के लिए सरक्लेज को प्लेस किया गया। इस सर्जरी के बाद महिला ने मिसकैरेज के डर के बिना दो बार कंसीव किया। हालांकि, टांकों की वजह से उनके बेबी की डिलीवरी के लिए सिजेरियन करना पड़ा।
गर्भाशय का कमजोर होना, महिलाओं में होने वाली एक जानी -पहचानी समस्या है। जिसके केस 0.1-1% होते हैं। और इसमें दूसरी तिमाही के दौरान अबॉर्शन या प्रीमैच्योर डिलीवरी का रिस्क रहता है। इस बीमारी का डायग्नोज आमतौर पर लेट हो जाता है। क्योंकि इसके कोई स्पेसिफिक लक्षण नहीं होते। लेकिन मरीज की खराब प्रसूति हिस्ट्री जैसे बार-बार मिसकैरेज या प्रीमैच्योर डिलीवरी के आधार इसका अंदाजा लगाया जाता है। प्रेग्नेंसी फेल होने या सर्जरी के कारण सर्विकल अक्षमता का रिस्क काफी बढ़ जाता है।
गर्भाशय ग्रीवा के टांके के ट्रांसवेजिनल प्लेसमेंट
डॉक्टर कालरा ने बताया कि गर्भाशय ग्रीवा अक्षमता (सर्विकल इन्कंपीटेंस) के मामलों में, बैक्टीरियोस्टेटिक सर्विकल म्यूकस के कम प्रोडक्शन के कारण इंफेक्शन से लड़ना चुनौतीपूर्ण हो जाता है। कोलेजन स्ट्रक्चर में बदलाव, स्ट्रेंथ कम होना और डिफेक्टिव कोलेजन भी प्री-टर्म डिलीवरी का रिस्क बढ़ाते हैं। ट्रेडिशनल सर्जिकल ट्रीटमेंट में गर्भाशय ग्रीवा के टांके के ट्रांसवेजिनल प्लेसमेंट होते हैं। हालांकि, इस मामले में इनोवेटिव इंटरवल सरक्लेज की मदद से ज्यादा स्थायी और प्रभावी समाधान मिल पाया।
वर्षों से इमोशनल और फिजिकल चैलेंज से गुजर रही इस महिला का सफल इलाज इस तरह की समस्याओं से जूझ रहा अन्य महिलाओं के लिए उम्मीद देता है। सीके बिरला अस्पताल गुरुग्राम लगातार प्रसूती से जुड़ी एडवांस केयर मुहैया कराने में आगे रहता है। और लेटेस्ट टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर महिलाओं के लिए। अच्छे रिजल्ट लाने में मदद करता है।