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यूपी में सभी शिक्षण संस्थान 20 मई तक बंद, ऑनलाइन क्लासेज पर भी रोक
उत्तर प्रदेश में सभी माध्यमिक,उच्च एवं प्राविधिक शिक्षण संस्थानों को 20 मई तक बन्द रखने का फैसला लिया। इस अवधि में ऑनलाइन कक्षाएं भी स्थगित रहेंगी।
लखनऊः उत्तर प्रदेश ( Uttar Pradesh) में सभी माध्यमिक,उच्च एवं प्राविधिक शिक्षण संस्थानों को 20 मई तक बन्द रखने का फैसला लिया। इस अवधि में ऑनलाइन कक्षाएं भी स्थगित रहेंगी। ज्ञातव्य है प्राथमिक स्तर की शिक्षण संस्थाओं को पहले ही 20 मई तक के लिए बन्द कर दिया गया है। इसके अलावा प्रदेश में कोरोना की तीसरी लहर की आशंकाओं को देखते हुए बच्चों के इलाज के लिए पीडियाट्रिक आईसीयू (पीकू) की स्थापना का कार्य शुरू किया जा रहा है। छोटे जनपदों में 25 बेड और बड़े जनपदों एवं मण्डल मुख्यालयों में 100 बेड तक का पीकू स्थापित जाएंगे। साथ ही,पीडियाट्रीशियन की ट्रेनिंग का कार्य भी साथ ही साथ चलाया जाएगा। इसके लिए सभी कोविड अस्पतालों में पर्याप्त संख्या में भर्ती प्रक्रिया को तेज किया जाएगा ।
बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए राज्य सरकार द्वारा किये जा रहे प्रयासों के आशाजनक परिणाम आ रहे हैं। कोविड संक्रमण से बचाव एवं उपचार की व्यवस्थाओं को और प्रभावी बनाये जाने पर बल देते हुए उन्होंने सभी विभागों को अपने कार्यों में और तेजी लाने को कहा हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ यहां वर्चुअल माध्यम से आहूत एक उच्चस्तरीय बैठक में प्रदेश में कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा कर रहे थे। बैठक के दौरान कहा गया कि विगत 24 घण्टों में 2 लाख 29 हजार 186 टेस्ट किये गये हैं। इसमें आरटीपीसीआर0 के माध्यम से टेस्ट की संख्या एक लाख 11 हजार से अधिक है। विगत 24 घण्टों में 23,333 नये मामले मिले हैं तथा स्वस्थ होने के पश्चात 34,636 व्यक्तियों को डिस्चार्ज किया गया है। वर्तमान में प्रदेश में कोविड के एक्टिव केसेज की संख्या दो लाख 33 हजार 981 है। यह 30 अप्रैल,को सर्वाधिक एक्टिव मामलों की संख्या से लगभग 77 हजार कम है।
इस मौके पर योगी ने कहा कि प्रभावी कोविड प्रबन्धन के लिए लागू आंशिक कोरोना कर्फ्यू के बेहतर नतीजे मिल रहे हैं। आंशिक कोरोना कर्फ्यू की अवधि में चिकित्सा सबंधी कार्य, वैक्सीनेशन, औद्योगिक गतिविधियों सहित आवश्यक और अनिवार्य सेवाएं जारी रहेंगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि गांवों को संक्रमण से सुरक्षित रखने के लिए विशेष स्क्रीनिंग एवं टेस्टिंग अभियान को प्रभावी और त्वरित गति से चलाया जाए। इसके लिए प्रत्येक दशा में सभी जनपदों में पर्याप्त संख्या में आरआरटी का गठन किया जाए।
उन्होंने कहा कि ग्रामीण इलाकों में स्क्रीनिंग के दौरान निगरानी समितियों द्वारा सभी लक्षणयुक्त तथा संदिग्ध लोगों को मेडिकल किट उपलब्ध करायी जाए। योगी ने कहा कि कोविड-19 की रोकथाम में वैक्सीन की उपयोगिता को देखते हुए वैक्सीनेशन की कार्यवाही व्यापक और प्रभावी ढंग से संचालित की जाए। वैक्सीनेशन सेण्टर पर सुचारु व्यवस्था बनाये रखने तथा भीड़ को नियंत्रित कर संक्रमण की आशंका खत्म करने के लिए पूर्व पंजीकृत लोगों का ही वैक्सीनेशन किया जाए। स्पाॅट रजिस्ट्रेशन किसी भी दशा में न किया जाए। वैक्सीनेशन सेण्टर पर उन्हीं लोगों को बुलाया जाए, जिनका वैक्सीनेशन किया जाना है। मुख्यमंत्रीने कहा कि प्रदेश के 11 अन्य जनपदों में 18 से 44 वर्ष आयुवर्ग का वैक्सीनेशन के लिए पर्याप्त संख्या में वैक्सीनेशन सेण्टर स्थापित किये जाएं। वैक्सीनेशन में वेस्टेज को न्यूनतम करने के लिए प्रभावी प्रयास किये जायें।