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KGMU: गुर्दे के कैंसर का कीमोथेरेपी से निजात नहीं, लखनऊ के तमाम विशेषज्ञों ने उपचार हेतु की चर्चा

KGMU: शनिवार को राजधानी के किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्विद्यालय (KGMU) के यूरोलॉजी विभाग ने गुर्दे के कैंसर से पीड़ित रोगियों के प्रबंधन में नई प्रगति पर एक बैठक (सीएमई) आयोजित की।

Shashwat Mishra
Published on: 30 April 2022 4:54 PM GMT
KGMU: There is no cure for kidney cancer with chemotherapy, all the experts of Lucknow discussed the treatment
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गुर्दे के कैंसर का इलाज: Photo - Social Media

Lucknow: शनिवार को राजधानी के किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्विद्यालय (KGMU) के यूरोलॉजी विभाग (Department of Urology) ने गुर्दे के कैंसर (kidney cancer) से पीड़ित रोगियों के प्रबंधन में नई प्रगति पर एक बैठक (सीएमई) आयोजित की। गुर्दे का कैंसर कभी-कभी तब देखा जाता है, जब रोग पहले से ही अन्य अंगों में फैल चुका होता है। आमतौर पर फेफड़े में फैलता है। ऐसे रोगियों का परिणाम खराब होता है। अधिकांश अन्य कैंसर के लिए, जब रोग उस अंग की सीमाओं के बाहर फैल गया है, जिसे मेटास्टेटिक रोग कहा जाता है। इसका कीमोथेरेपी उपचार का मुख्य आधार है।

गुर्दे के कैंसर का कीमोथेरेपी से निजात नहीं

हालांकि, गुर्दे के कैंसर में पारंपरिक कीमोथेरेपी और रेडियोथेरेपी (Conventional chemotherapy and radiotherapy in kidney cancer) अधिक कारगर नहीं हैं। हाल ही में, मेटास्टेटिक रीनल कैंसर के उपचार में नए विकास हुए हैं। हालांकि, इन कैंसर के प्रबंधन के संबंध में दिशा निर्देश अभी भी विकसित हो रहे हैं; खासकर भारतीय रोगियों के लिए। हाल ही में, कैंसर जीव विज्ञान की बेहतर समझ के साथ, इस क्षेत्र में कई नई दवाएं विकसित की गई हैं। इस संगोष्ठी में बढ़ी अवस्था के गुर्दे के कैंसर के प्रबंधन में विभिन्न विकल्पों पर चर्चा की गई, जो हमारे रोगियों के लिए सबसे उपयुक्त हैं।

इन विशेषज्ञों ने की शिरकत:-

• डॉ सुधीर रावल (निदेशक, राजीव गांधी कैंसर संस्थान, नई दिल्ली)

•डॉ उदय प्रताप सिंह (यूरोलॉजी, एसजीपीजीआईएमएस, लखनऊ),

• डॉ आलोक गुप्ता निदेशक (चिकित्सा और हेमेटो-ऑन्कोलॉजी मेदांता, लखनऊ)

• डॉ संजय सुरेका (एसजीपीजीआईएमएस, लखनऊ)

• डॉ आलोक श्रीवास्तव (आरएमएलआईएमएस, लखनऊ)

• डॉ ईश्वर राम धयाल (आरएमएलआईएमएस, लखनऊ)

इसके अलावा संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान (SGPGI), डॉ राम मनोहर आयुर्विज्ञान संस्थान और कमांड अस्पताल के संकायों (विशेषज्ञ) ने बैठक में भाग लिया। विशेषज्ञों ने अपने अनुभव साझा किए और प्रबंधन के सर्वोत्तम विकल्पों पर चर्चा की।

किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के प्रतिभागियों में प्रो. एस.एन. शंखवार, प्रो. अपुल गोयल, प्रो. विश्वजीत सिंह, प्रो. भूपेंद्र पाल सिंह, प्रो. मनोज कुमार, डॉ विवेक कुमार सिंह, डॉ. नवनीत मिश्रा और यूरोलॉजी विभाग के डॉ. एन.एस. दासिला सम्मिलित रहे।

Shashi kant gautam

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