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इलाहाबाद हाईकोर्ट में सबसे छोटा कार्यकाल, 13 दिन में ही क्यों रिटायर हो रहे चीफ जस्टिस संजय यादव

Allahabad High Court: चीफ जस्टिस संजय यादव 25 जून को सेवानिवृत्त हो रहे हैं। उनका कार्यकाल केवल 13 दिनों का ही था। जो अब तक इलाहाबाद हाईकोर्ट में सबसे छोटा कार्यकाल है।

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Newstrack NetworkPublished By Shreya
Published on: 23 Jun 2021 5:00 AM GMT
इलाहाबाद हाईकोर्ट में सबसे छोटा कार्यकाल, 13 दिन में ही क्यों रिटायर हो रहे चीफ जस्टिस संजय यादव
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इलाहाबाद हाईकोर्ट (कॉन्सेप्ट फोटो साभार- सोशल मीडिया)

Allahabad High Court: इलाहाबाद हाईकोर्ट (Allahabad High Court) के नए चीफ जस्टिस (New Chief Justice) की तलाश पूरी हो गई है। मौजूदा जजों में सबसे सीनियर जस्टिस मुनीश्वरनाथ भंडारी (Munishwar Nath Bhandari) को कार्यवाहक चीफ जस्टिस के तौर पर कार्यभार सौंपा जाएगा। भंडारी मौजूदा चीफ जस्टिस संजय यादव की जगह लेंगे। मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट कोलेजियम (Supreme Court Collegium) की ओर से इस बाबत अधिसूचना भी जारी कर दी गई है।

बता दें कि मौजूदा चीफ जस्टिस संजय यादव (Chief Justice Sanjay Yadav) 25 जून को सेवानिवृत्त (Retire) हो रहे हैं। उनका कार्यकाल केवल 13 दिनों का ही था। जो अब तक इलाहाबाद हाईकोर्ट में सबसे छोटा कार्यकाल है। संजय यादव ने चीफ जस्टिस के तौर पर हफ्ते भर पहले ही शपथ लिया था। वो 25 जून को सेवानिवृत्त हो रहे हैं। उनके रिटायर होने के बाद 26 जून से मुनीश्वरनाथ भंडारी कार्यभार संभालेंगे।

क्यों रिटायर हो रहे चीफ जस्टिस संजय यादव?

अगर आप सोच रहे हैं कि आखिर 13 दिनों में ही चीफ जस्टिस संजय यादव रिटायर क्यों हो रहे हैं। उनका इतना छोटा कार्यकाल क्यों रहा है। तो बता दें कि उच्च न्यायालयों के मुख्य न्यायाधीश और न्यायाधीश 62 वर्ष की आयु में रिटायर्ड होते हैं, जबकि देश के प्रधान न्यायाधीश और उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीशों की सेवानिवृत्ति की उम्र 65 वर्ष है। ऐसे में निर्धारित उम्र पूरी हो जाने की वजह से चीफ जस्टिस संजय यादव रिटायर हो जाएंगे।

बता दें किए जिस दिन संजय यादव ने राजभवन में शपथ ली थी, उसी दिन से नए चीफ जस्टिस की भी तलाश शुरू कर दी गई थी। कई दिनों तक चली तलाश के बाद यह निश्चय किया गया है कि मौजूदा जजों में सबसे सीनियर जस्टिस मुनीश्वरनाथ भंडारी को कार्यवाहक चीफ जस्टिस का कार्यभार सौंपा जाएगा। 25 जून को चीफ जस्टिस संजय यादव के रिटायर होने के बाद जस्टिस मुनीश्वरनाथ भंडारी पदभार ग्रहण करेंगे।

हालांकि अभी जस्टिस मुनीश्वरनाथ भंडारी का करीब पंद्रह महीनों का कार्यकाल बचा हुआ है। वो साल 2007 में सबसे पहले राजस्थान हाईकोर्ट के जज बने थे। उसके बाद साल 2019 में भंडारी इलाहाबाद हाईकोर्ट में आ गए थे।

13 दिनों के कार्यकाल में किए उल्लेखनीय काम

वहीं अगर बात करें जस्टिस संजय यादव की तो उन्होंने 13 जून 2021 को राजभवन में शपथ ली थी। इससे पहले यादव कुछ दिनों तक एक्टिंग चीफ जस्टिस के तौर पर काम कर चुके हैं। जस्टिस संजय यादव मध्य प्रदेश से ट्रांसफर होकर इलाहाबाद हाईकोर्ट आए थे। भले ही उनका कार्यकाल 13 दिनों का रहा हो, लेकिन इस छोटे से ही कार्यकाल में उन्होंने कई उल्लेखनीय काम किए और यहां के वकीलों का दिल जीत लिया।

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Shreya

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