TRENDING TAGS :

Aaj Ka Rashifal

Allahabad University Bomb Blast: यूनिवर्सिटी हॉस्टल में बम बना रहा था छात्र, तभी हो गया धमाका, फिर हुआ ये हाल

Allahabad University Bomb Blast: घटना में एक छात्र के दाहिने हाथ की हथेली उड़ गई, साथ ही उसके सीने और चेहरे पर भी गंभीर चोटें आई हैं।

Krishna Chaudhary
Published on: 14 Dec 2023 12:16 PM IST (Updated on: 14 Dec 2023 12:18 PM IST)
Allahabad University Bomb Blast
X

Allahabad University Bomb Blast  (photo: social media )

Allahabad University Bomb Blast: उत्तर भारत के प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थानों में शुमार इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के हॉस्टल में दो छात्र चुपके से बम बना रहे थे, तभी अचानक ब्लास्ट हो गया। इस घटना में एक छात्र के दाहिने हाथ की हथेली उड़ गई, साथ ही उसके सीने और चेहरे पर भी गंभीर चोटें आईं। वहीं, दूसरा छात्र आंशिक रूप से जख्मी हुआ। घटना बुधवार शाम की है। धमाके के बाद पूरे कैंपस में हड़कंप मच गया।

जानकारी के मुताबिक, धमाके में घायल छात्र प्रत्युष सिंह और प्रभात यादव यूनिवर्सिटी के पीसी बनर्जी हॉस्टल के एक कमरा में बम बना रहे थे। धमाके के बाद हॉस्टल के अन्य छात्र दोनों घायलों को लेकर बेली अस्पताल पहुंचे थे, जहां डॉक्टरों को उन्होंने बताया कि पटाखे से दोनों घायल हो गए। लेकिन घायल प्रभात यादव की गंभीर हालत को देखकर डॉक्टरों को शक हुआ और उन्होंने इलाज करने से मना कर दिया। इसके बाद मामला पुलिस तक पहुंचा, फिर सारी हकीकत सामने आई।

दोनों घायल छात्रों के खिलाफ एफआईआर दर्ज

विश्वविद्यालय के छात्रावास अधीक्षक डॉ. सुजीत कुमार सिंह की तहरीर पर धमाके में घायल प्रभात यादव और प्रत्युष सिंह के विरूद्ध कर्नलगंज थाना पुलिस ने आईपीसी की धारा 286 और विस्फोटक पदार्थ अधिनियम के तहत एपआईआर दर्ज की है। आरोपी प्रभात यादव गाजीपुर जिले के सैदपुर थाना के भटौला गांव का रहने वाला है। वह इलाहबाद यूनिवर्सिटी में एमएम का छात्र है।

प्रभात ने दूसरे छात्र के कमरे पर कर लिया था कब्जा

यूनिवर्सिटी हॉस्टल के जिस कमरा नंबर 68 में बम बनाने के दौरान धमाका हुआ, वह आरोपी प्रभात यादव के नाम पर अलॉट नहीं था। उसे हॉस्टल में कोई कमरा अलॉट नहीं किया गया था। कमरा नंबर 68 आयुष कुमार सिंह बीएससी द्वितीय वर्ष के छात्र और विशाल कुमार सिंह बीए द्वितीय वर्ष को आवंटित हुआ था। दोनों डेढ़ महीने से अपने गांव गए हुए हैं। उनकी अनुपस्थिति में प्रभात यादव इस कमरे पर कब्जा कर रहने लगा था।



\
Monika

Monika

Content Writer

पत्रकारिता के क्षेत्र में मुझे 4 सालों का अनुभव हैं. जिसमें मैंने मनोरंजन, लाइफस्टाइल से लेकर नेशनल और इंटरनेशनल ख़बरें लिखी. साथ ही साथ वायस ओवर का भी काम किया. मैंने बीए जर्नलिज्म के बाद MJMC किया है

Next Story