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ये क्या हो रहा है! इलाहाबाद विश्वविद्यालय में देशद्रोही वीसी...आरोप तो यही है

Rishi
Published on: 8 July 2017 7:44 PM IST
ये क्या हो रहा है! इलाहाबाद विश्वविद्यालय में देशद्रोही वीसी...आरोप तो यही है
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इलाहाबाद : पूरब का ऑक्सफोर्ड कहे जाने वाले इलाहाबाद यूनिवर्सिटी की दीवारों पर चस्पा है, विवादित पोस्टर। जिसमें यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो रतन लाल हांगलू को देशद्रोही बताया गया है। इस पोस्टर से यूनिवर्सिटी में सनसनी मच गई है। जैसे ही यूनिवर्सिटी प्रशासन को पता चला कि कैम्पस व छात्र संघ के पास की दीवारों को इस विवादित पोस्टरों से पाट दिया गया है। रजिस्ट्रार ने अज्ञात छात्रों के खिलाफ थाना कर्नलगंज में मुकदमा दर्ज करा दिया और कहा कि यह गलत है।

यूनिवर्सिटी की दीवारों पर चस्पा इस पोस्टर में कुलपति प्रो हांगलू की तस्वीर लगी है। जिसपर बड़े-बड़े शब्दों में देशद्रोही लिखा है। यही नहीं विवादित पोस्टर में कुलपति द्वारा भारतीय सेना की ईमानदारी पर सवाल उठाने पर नाराजगी जाहिर की गई है। पोस्टर में एक लिंक का हवाला दिया गया है, कि प्रो हंगलू ने कश्मीर में सेना की ईमानदारी पर सवाल उठाया है कि सेना 1947 के बाद से अबतक कश्मीर मुद्दे पर भारतीय अर्थव्यवस्था पर बोझ बनी हुई है।

कुलपति पर आरोप है कि उनके अनुसार भारतीय सेना ने अपना काम ईमानदारी से न करते हुए कश्मीर को एक व्यापार के रूप में विकसित किया है। सेना को समान की आपूर्ति करने वाले ठेकेदारो से लाभ मिलता रहे। उन्हें देश हित की परवाह नहीं है। वही पोस्टर में बताया गया है कि इलाहबाद यूनिवर्सिटी के हॉस्टलों की फीस पांच सितारा होटलों की तर्ज पर बढ़ा दिया है।

दरअसल कश्मीर के रहने वाले हांगलू ने पिछले दिनों किसी चैनल पर कश्मीर मुद्दे पर बयान दिया था। जिसका लिंक यु ट्यूब पर दर्ज है। उसी के आधार पर छात्रों ने कुलपति के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। गौर करने वाली बात ये है, कि पिछले दो महीने से कुलपति छात्रों के निशाने पर है। क्योंकि इलाहबाद हाईकोर्ट के आदेश के तहत यूनिवर्सिटी के सभी हॉस्टलों को खाली करा लिया गया है। जिससे सालो से कब्जा जमाये छात्र हॉस्टल से बेदखल हो गए।

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आशीष शर्मा ऋषि वेब और न्यूज चैनल के मंझे हुए पत्रकार हैं। आशीष को 13 साल का अनुभव है। ऋषि ने टोटल टीवी से अपनी पत्रकारीय पारी की शुरुआत की। इसके बाद वे साधना टीवी, टीवी 100 जैसे टीवी संस्थानों में रहे। इसके बाद वे न्यूज़ पोर्टल पर्दाफाश, द न्यूज़ में स्टेट हेड के पद पर कार्यरत थे। निर्मल बाबा, राधे मां और गोपाल कांडा पर की गई इनकी स्टोरीज ने काफी चर्चा बटोरी। यूपी में बसपा सरकार के दौरान हुए पैकफेड, ओटी घोटाला को ब्रेक कर चुके हैं। अफ़्रीकी खूनी हीरों से जुडी बड़ी खबर भी आम आदमी के सामने लाए हैं। यूपी की जेलों में चलने वाले माफिया गिरोहों पर की गयी उनकी ख़बर को काफी सराहा गया। कापी एडिटिंग और रिपोर्टिंग में दक्ष ऋषि अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं।

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