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Prayagraj News: इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में छात्र-पुलिस के बीच झड़प, गार्ड ने की कई राउंड फायरिंग, कई घायल, कैंपस में तोड़फोड़-पत्थरबाजी-आगजनी
Prayagraj News: इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में आज छात्रों और पुलिस के बीच झड़प हो गई। देखते ही देखते बवाल बढ़ता चला गया। यूनिवर्सिटी के सुरक्षा गार्ड ने कई राउंड गोलियां चलायी।
Prayagraj News: इलाहाबाद यूनिवर्सिटी (Allahabad Central University) में सोमवार (19 दिसंबर) को छात्रों और पुलिस के बीच झड़प हो गई। देखते ही देखते बवाल बढ़ता चला गया। हालात ऐसे बने कि विश्वविद्यालय के सुरक्षा गार्ड ने कई राउंड फायरिंग की। साथ ही, मारपीट में कई छात्रों के चोटिल होने की भी सूचना है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, हंगामा जारी है। मौके पर भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है।
इलाहाबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी में बवाल बढ़ता ही जा रहा है। विश्वविद्यालय में छात्रों और यूपी पुलिस के जवानों के बीच झड़प तेज हो गई। हालात इतने बिगड़ गए कि, यूनिवर्सिटी के सुरक्षा गार्डों को फायरिंग करना पड़ा। हालांकि, गोली किसी को नहीं लगी। जानकारी के अनुसार, पूर्व छात्र नेता विवेकानंद पाठक पर हमले के बाद छात्र उग्र हो गए। छात्रों ने यूनिवर्सिटी कैंपस में जमकर तोड़फोड़ और पत्थरबाजी की। सूचना मिलने के बाद स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची।
...तो ये थी झड़प की वजह
प्राप्त जानकारी के अनुसार, इलाहाबाद विश्वविद्यालय में छात्रसंघ बहाली की मांग कर रहे स्टूडेंट्स ने छुट्टी के दिन छात्र संघ भवन पर बंद ताले को खोलने का प्रयास किया। इसी दौरान यूनिवर्सिटी में तैनात सुरक्षा गार्ड ने उन्हें रोका। गार्ड छात्रों को ताला खोलने से रोकने की कोशिश करने लगे। तभी दोनों पक्षों में विवाद हो गया। धीरे-धीरे ये विवाद बढ़ता चला गया। बाद में जमकर पत्थरबाजी, आगजनी और तोड़फोड़ हुए। इसमें कई स्टूडेंट्स घायल भी हुए हैं।
सिक्योरिटी गार्ड को थप्पड़ मारने से बढ़ा विवाद
पुलिस का कहना है, 'यूनिवर्सिटी के पूर्व छात्र नेता विवेकानंद पाठक कार से यूनिवर्सिटी के अंदर जा रहे थे। उन्हें यूनिवर्सिटी के सिक्योरिटी गार्ड ने रोक लिया। तब विवेकानंद ने सिक्योरिटी गार्ड को थप्पड़ मार दी। वहां मौजूद सभी सुरक्षा गार्डों ने विवेकानंद को पीट दिया। खबर मिलते ही यूनिवर्सिटी के छात्रों ने इकट्ठा होकर सिक्योरिटी गार्डों के साथ मारपीट की। जिसके बाद सिक्योरिटी गार्ड ने फायरिंग की।'
क्या कहना है छात्रों का?
यूनिवर्सिटी के छात्रों का कहना है, छात्र नेता विवेकानंद पाठक यूनिवर्सिटी परिसर स्थित बैंक में जाने के लिए पहुंचे थे। तभी गार्डों ने गेट खोलने से मना कर दिया। इसी मुद्दे पर उनकी नोकझोंक हो गई। सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने मामले को शांत करा दिया। आरोप है कि कुछ देर बाद यूनिवर्सिटी के 200 से अधिक गार्डों ने गेट बंद कर छात्रों को लाठियों से पीटना शुरू कर दिया। इसमें विवेकानंद पाठक, अमित कुमार एलएलबी का छात्र समेत आधा दर्जन स्टूडेंट चोटिल हुए। जिसके बाद गुस्साए छात्रों ने यूनिवर्सिटी परिसर में तोड़फोड़ शुरू कर दी।छात्रों का आरोप है कि कैंपस में तैनात सुरक्षाकर्मियों ने गोलियां चलाईं। गोलीबारी से छात्र आक्रोशित हो गए। आगजनी के साथ तोड़फोड़ शुरू कर दी। सभी हॉस्टल से छात्र विश्वविद्यालय परिसर में उमड़े और पत्थरबाजी की।
क्या कहा पुलिस कमिश्नर ने?
इस पूरे मामले पर पुलिस कमिश्नर रमित शर्मा ने बताया, हंगामे की खबर मिलते ही भारी संख्या में पुलिस बल इलाहाबाद विश्वविद्यालय परिसर पहुंची। पुलिस के जवानों ने स्थिति संभालने की हर संभव कोशिश की। मामले को लेकर हुए तनाव की गंभीरता को देखते मौके पर पुलिस के उच्चाधिकारी भी पहुंचे।
कैंपस में ACP मौजूद, भारी पुलिस बल तैनात
घटना के संबंध में अपर पुलिस आयुक्त आकाश कुलहरि (Additional Commissioner of Police Akash Kulhari) ने बताया गुस्साए छात्रों को शांत कराने की कोशिश की जा रही है। एसीपी कुलहरि पुलिस बल के साथ कैंपस में मौजूद हैं।
फीस वृद्धि के मसले पर भी मचा था बवाल
इससे पहले, इलाहाबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी में फीस वृद्धि के मसले पर भी छात्र-पुलिस के बीच तीखी झड़प हुई थी। उस दौरान भी कैंपस में अफरा-तफरी का माहौल रहा था। तब आंदोलन कर रहे कुछ छात्रों ने 'भू समाधि' लेने का ऐलान किया था। बाद में भू समाधि लेने की कोशिश करते छात्रों को पुलिस ने जबरन हटाया था। देखते ही देखते छात्रों और पुलिसकर्मियों में झड़प हो गई। छात्रों ने विश्वविद्यालय परिसर में अनशन स्थल के पास कब्र खोद रखी थी। भू समाधि लेने की कोशिश करने वाले स्टूडेंट्स को पुलिसकर्मियों ने घसीट कर वहां से हटाया था। देखते ही देखते वहां माहौल बिगड़ गया था और छात्रों-पुलिस के बीच काफी देर तक धक्का-मुक्की हुई थी।