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AmbedkarNagar News: भाजपा नेता ने निर्दलीय प्रत्याशी के नामांकन पत्र फाड़े, फिर मचा बवाल
ब्लाॅक प्रमुख के चुनाव में सपा और भाजपा आमने सामने होकर दो-दो हाथ करने के मुड़ में दिख रही है। आज नामंकन की ताऱीख थी।
Ambedkarnagar News: ब्लॅाक प्रमुख के चुनाव आते ही एक बार फिर यूपी की सियासत गरमा गई है। सभी दल अपने प्रत्याशियों के जिताने के लिए जोर आजमाइश कर रहे हैं। इसी कड़ी में आज अम्बेडकरनगर जिले के टांडा थाने में ब्लॅाक प्रमुख के प्रत्याशी के नामांकन के दौरान हाथापई की नौबत आ गई जिसमें भाजपा व सपा के नेता आपस में उलझ गए। भाजपा नेता ने निर्दलीय प्रत्याशी के नामांकन को फाड़ दिया, लेकिन प्रशासन के ऐन वक्त पर आने से मामला शांत कराया गया और प्रत्याशी को नामांकन फार्म दिया गया जिससे वो अपना नामांकन कर सकें।
सपा नेता के नामांकन पत्र फाड़े गए
आपको बता दें की टांडा ब्लाक प्रमुख पद के नामांकन के दौरान भारतीय जनता पार्टी द्वारा घोषित प्रत्याशी तेजस्वी जायसवाल ने पूर्व मंत्री लालजी वर्मा के हाथ से छीनकर सुरजीत वर्मा का नामांकन पत्र फाड़कर कर फेंक दिया। इस घटना से वहां माहौल तनावपूर्ण हो गया। हालात को देखते हुए पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर सभी को खदेड़ दिया। हालांकि सुरजीत वर्मा के पास मौजूद एक पर्चे से उन्होंने नामांकन पत्र दाखिल कर दिया।
बाद में उन्होंने तीन और नामांकन खरीद कर नामांकन पत्र दाखिल किया। तेजस्वी को स्थानीय विधायक संजू देवी का खास माना जाता है तथा भारतीय जनता पार्टी ने उन्हें अपना अधिकृत प्रत्याशी घोषित कर रखा है। सुरजीत वर्मा को पूर्व मंत्री लालजी वर्मा द्वारा चुनाव मैदान में उतारा गया है। उसे समाजवादी पार्टी ने भी अपना समर्थन दे रखा है। नामांकन पत्र छीने जाने की घटना की जानकारी मिलते ही जिलाधिकारी सैमुअल पोल एन व पुलिस अधीक्षक आलोक ने पुलिस बल के साथ टांडा पहुंचे तथा अधिकारियों को उपद्रवियों के विरुद्ध कड़ी कार्यवाई करने का निर्देश दिया।
प्रशासन ने किया बीच-बचाव
घटनाक्रम के अनुसार तेजस्वी पहले पर्चा दाखिल करने पहुंचे थे। जब वह नामांकन पत्र जमा कर लौट रहे थे तो प्रवेश द्वार पर पूर्व मंत्री लालजी वर्मा व सुरजीत वर्मा मिल गए। तेजस्वी ने पूर्व मंत्री के हाथ से नामांकन पत्र छीनकर फाड़ दिया। चार सेट के नामांकन पत्र में से तेजस्वी ने तीन सेट फाड़ दिया। बचे एक सेट से सुरजीत ने नामांकन दाखिल किया। बाद में जिलाधिकारी द्वारा सुरजीत को तीन सेट नामांकन पत्र दिलवाया गया जिसके बाद उन्होंने दुबारा नामांकन पत्र भरा।
अगर प्रशासन ने समय रहते स्थिति को नहीं संम्भाले होते तो वहां हालात विस्फोटक हो सकती थी। फिलहाल प्रशासन ने स्थानीय दुकानों को बंद करवाकर वँहा पीएसी तैनात कर दिया है। यंहा पर पूर्व मंत्री व स्थानीय विधायक की प्रतिष्ठा दांव पर लग गयी है।