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Ambedkarnagar News:भ्रष्टाचार के पैसे से आराम की जिंदगी गुजारते थे अब लग रहा खराब,केंद्रीय कृषि मंत्री ने जड़े तीखे आरोप

Ambedkar Nagar News: केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि वो लोग भ्रष्टाचार के माध्यम से अपनी जिंदगी में आनंद में गुजारते थे। इनकी मोनोपॉली ध्वस्त हो रही है, इसलिए ये लोग एक मंच पर आ रहे हैं।

Anant kushwaha
Published on: 21 Jun 2023 3:55 PM IST
Ambedkarnagar News:भ्रष्टाचार के पैसे से आराम की जिंदगी गुजारते थे अब लग रहा खराब,केंद्रीय कृषि मंत्री ने जड़े तीखे आरोप
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Narendra Singh Tomar, Agriculture Minister, Ambedkar Nagar

Ambedkarnagar News: जनपद दौरे पर आए केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने विपक्ष के गठबंधन को ठगबंधन बताते हुए बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि वो लोग भ्रष्टाचार के माध्यम से अपनी जिंदगी में आनंद में गुजारते थे। इनकी मोनोपॉली ध्वस्त हो रही है, इसलिए ये लोग एक मंच पर आ रहे हैं।
कांग्रेस भुगत रही प्रभु श्रीराम के विरोध का परिणाम

केंद्रीय कृषि मंत्री ने कहा कि कांग्रेस ने शुरु से प्रभु राम का विरोध किया है, जिसका परिणाम भुगत रही है। मोदी सरकार के 9 पूरे होने पर भाजपा द्वारा चलाये जा महा जनसम्पर्क अभियान के तहत जिले के दो दिवसीय दौरे पर पहुंचे नरेंद्र सिंह तोमर ने मीडिया से तमाम बातें साझा कीं। कहा कि मोटा अनाज कम लागत से बनता है, इसलिए उस पर सब्सिडी नहीं दी जा रही है। विपक्षी दलों के बारे में उन्होंने कहा कि जो गठबंधन किया जा रहा है वह पूरी तरह जनता को ठगने वाला ठगबंधन है। इसके पीछे कोई उद्देश्य, कोई विचार नहीं है। इन सब की कोशिश है कि मोदी सरकार जो पारदर्शिता के साथ कार्य कर रही है, कानून का राज स्थापित कर रही है, उसे रोका जाए। चूंकि इसी से ये लोग अपनी जिंदगी में आनन्द उड़ाते थे।

किसी गठबंधन का नहीं पड़ेगा कोई असर, जनता सब जानती है

नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि कोई पश्चिम बंगाल या तमिलनाडु से आता है तो उसका उत्तर प्रदेश में क्या प्रभाव पड़ेगा। यूपी में उनके कहने से कौन वोट दे देगा। कुल मिलाकर एक अच्छी फोटो मीडिया में छप जाए और दो चार दिन चर्चा में रहें बस यही विपक्ष का प्रयास है। मोटे अनाज पर सब्सिडी न दिए जाने पर उन्होंने कहा कि इसमें पानी, खाद और दवाओं की कम आवश्यकता पड़ती है। पैदावार अधिक होती है। मोटा अनाज के उत्पादन के साथ पशुओं के चारे की भी व्यवस्था होती है। फिलहाल इसके लिए सब्सिडी की आवश्यकता महसूस नहीं हो रही है।



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