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अमेठी: मन की बात कार्यक्रम में सोते हुए नजर आए पूर्व विधायक, पास में बैठी थीं स्मृति ईरानी

नवोदय विद्यालय के मीटिंग हाल में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी किसानों के साथ प्रधानमंत्री की बातों को तत्परता से सुनने में व्यस्त थी। भाजपा के अन्य नेता और प्रशासनिक अधिकारी तक सभी पीएम को सुन रहे थे। लेकिन उसी समय केंद्रीय मंत्री के ठीक पीछे बैठकर गौरीगंज के पूर्व विधायक तेजभान सिंह खर्राटे भर रहे थे।

Aditya Mishra
Published on: 24 Feb 2019 4:57 PM IST
अमेठी: मन की बात कार्यक्रम में सोते हुए नजर आए पूर्व विधायक, पास में बैठी थीं स्मृति ईरानी
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अमेठी: मौका था प्रधानमंत्री की किसान सम्मान निधि योजना के तहत किसानों को चेक वितरण कार्यक्रम का। स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गोरखपुर से योजना को हरी झंडी दिखाते हुए देश की जनता से मन की बात कर रहे थे। इस मौके पर अमेठी में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी बीजेपी नेताओं और किसानों के साथ पीएम की मन की बात सुनने में व्यस्त थी, तो उनके ठीक पीछे बैठे तीन बार बीजेपी विधायक रह चुके तेजभान सिंह नींद की गोद में झूल रहे थे।

जी हां, कैमरे में क़ैद ये दृष्य कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के संसदीय क्षेत्र अमेठी के गौरीगंज स्थित नवोदय विद्यालय का है। रविवार को यहां पर किसान सम्मान निधि योजना के तहत किसानों को चेक वितरण कार्यक्रम आयोजित किया गया था उससे ठीक पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लाइव प्रसारण के दौरान लोगों से मन की बात कर रहे थे।

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नवोदय विद्यालय के मीटिंग हाल में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी किसानों के साथ प्रधानमंत्री की बातों को तत्परता से सुनने में व्यस्त थी। भाजपा के अन्य नेता और प्रशासनिक अधिकारी तक सभी पीएम को सुन रहे थे। लेकिन उसी समय केंद्रीय मंत्री के ठीक पीछे बैठकर गौरीगंज के पूर्व विधायक तेजभान सिंह खर्राटे भर रहे थे।

आपको बता दें कि तेजभान सिंह ने अपनी राजनैतिक पारी की शुरुआत 1977 में की थी और जेएन पार्टी से पहली बार विधायक चुने गए थे। उसके बाद वो बीजेपी की कश्ती पर सवार हुए लेकिन उनको लगातार तीन बार 1980, 1985, 1989 में शिकस्त हाथ लगी। लेकिन 1991 के विधानसभा चुनाव से उनकी क़िस्मत का सितारा चमका और फिर लगातार 1991,1993 और 1996 में वो विधायक बने।

इसे दुर्भाग्य ही कहेंगे कि तीन बार विधायकी का मज़ा चखने के बाद पराजय का जिन्न उनके पीछे ऐसे पड़ा कि 2002 और 2012 तक वो बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ते रहे और हारते रहे।

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Aditya Mishra

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