×

Amethi News : राज्य मार्गों पर लग रही गिट्टी मोरंग की मंडी, दे रहे दुर्घटना को दावत

Amethi News:राज्य मार्गों पर मोरंग मंडी लग रही। मुख्य मार्गों से ग्रामीण मार्गों तक दुकानदारों ने अतिक्रमण कर लिया।

Surya Bhan Dwivedi
Report Surya Bhan DwivediPublished By Shraddha
Published on: 2 July 2021 6:01 AM GMT
राज्य मार्गों पर लग रही गिट्टी मोरंग की मंडी
X

राज्य मार्गों पर लग रही गिट्टी मोरंग की मंडी

Amethi News : राज्य मार्गों पर गिट्टी मोरंग (Ballast Morang) की मंडी लग रही है। मुख्य मार्गों (Main Routes) से ग्रामीण मार्गों तक दुकानदारों ने अतिक्रमण (Encroachment) कर लिया है। रोड पर खड़े ट्रक (Truck) व बिल्डिंग मटेरियल के सामान दुर्घटना को दावत दे रहे हैं। शासन-प्रशासन के खेल निराले हैं। दावे पर दावे किए जाते हैं। जनप्रतिनिधियों की बातें सिर्फ़ हवा हवाई साबित हो रहे हैं। प्रशासन के अधिकारियों के दावे सिर्फ कागजों पर ही सिमट कर रह गए हैं। बाकी नजराना की तलाश में कायदे कानून ठेगे पर चले जाते हैं।

जिले में उप संभागीय कार्यालय और पुलिस विभाग के साथ यातायात विभाग का गठजोड़ शासन के शासनादेश के ऊपर भारी पड़ रहा है। जिला मुख्यालय के रायबरेली मार्ग पर सुबह होते ही गिट्टी और मोरंग से लदे ट्रक आकर खड़े हो जाते हैं। मुख्य राजमार्ग पर खुलेआम मंडी लगती है। सुबह 5:00 बजे से 10:00 बजे तक ट्रकों की नीलामी दलालों और दुकानदारों द्वारा होती है। जिसके चलते राजमार्ग गली में तब्दील हो जाता है आए दिन दुर्घटनाएं होती है।

जिला स्तर से लेकर प्रदेश स्तर तक के अधिकारी नेता उसी रास्ते से गुजरते हैं। मजाल नहीं है इस तरफ इनका दिमाग पड़े। सूत्र बताते हैं कि पुलिस विभाग यातायात विभाग के साथ-साथ उप संभागीय परिवहन विभाग का गठजोड़ है। नजराना महीने में पहुंच जाता है अधिकारी चुप्पी साधे रहते हैं।

अमेठी के में भी सजती है मंडी

यही आलम अमेठी कस्बे के दुर्गापुर मार्ग पर है। यहां पर भी खिलौना गांव के पास ट्रकों की लंबी लंबी लाइन सुबह से ही लग जाती है और 10:00 बजे तक भीड़ जैसा माहौल बना रहता है । लेकिन इनको मना करने वाला कोई नहीं है।

मार्गों पर दुकानदारों का कब्जा

बात यहीं नहीं खत्म होती है। जिला मुख्यालय से लेकर ग्रामीण ग्रामीण मार्गों तक बिल्डिंग मटेरियल वाले दुकानदारों का सड़कों पर कब्जा है। जहां पर दुकानों के सामान बिखरे रहते हैं। वहां सड़क गलियों में तब्दील हो जाती है ।जिलाधकारी पुलिस अधीक्षक जनप्रतिनिधि सभी लोग जरूरत पड़ने पर इन्हीं रास्तों से जाते रहते हैं। बावजूद इसके इस तरफ किसी की नजर नहीं पड़ती है । आए दिन लोग बाइक से अन्य साधनों से दुर्घटना में चोटिल होते रहते हैं। कई लोग अपनी जान से भी हाथ धो बैठे हैं। जहाँ ऐसी हालत हो। ऐसे विभाग का हाल क्या होगा । नागरिकों की सुरक्षा कैसे होगी। लोग स्वयं बचकर चलें।

Shraddha

Shraddha

Next Story