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प्रोटोकॉल से हटकर स्मृति ईरानी ने नव निर्मित ऑक्सीजन प्लांट का किया उद्घाटन
केंद्रीय मंत्री व अमेठी सांसद स्मृति ईरानी बिना प्रोटोकॉल के सड़क मार्ग से अपने संसदीय क्षेत्र पहुंची।
Amethi News: केंद्रीय मंत्री व अमेठी सांसद स्मृति ईरानी बिना प्रोटोकॉल के सड़क मार्ग से अपने संसदीय क्षेत्र पहुंची। जहां जिला चिकित्सालय में नव निर्मित ऑक्सीजन प्लांट का उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग को इस वैश्विक महामारी से निपटने के लिए जरूरी दिशा निर्देश दिए।
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी शनिवार को बिना किसी लाव लश्कर के अपने संसदीय क्षेत्र अमेठी आ पहुंची। सर्व प्रथम उन्होंने जिला चिकित्सालय में आदित्य बिरला ग्रुप द्वारा नवनिर्मित आक्सीजन प्लांट का उद्घाटन किया। इस यूनिट के चालू होने से अब जनपद वासियों को प्राण वायु के लिए जरूरत पड़ने पर संकट का सामना नहीं करना पड़ेगा। स्मृति ईरानी ने जिला अधिकारी और मुख्य विकास अधिकारी को कोविड से निपटने के लिए जरूरी दिशा निर्देश दिए। उन्होंने वैक्सिनेशन के बारे में जानकारी लिया और अधिक से अधिक लोगों को वैक्सीन लगवाने के लिए स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिया।
75 लाख की लागत से स्थापित हुआ प्लांट
आदित्य बिरला ग्रुप के यूनिट हेड राजेंद्र संखेय ने इस मौके पर जानकारी देते हुए बताया कि यह ऑक्सीजन प्लांट स्थापित होने में लगभग 75 लाख रुपए की लागत आई है। इस प्लांट से प्रतिदिन लगभग 100 सिलेंडर ऑक्सीजन निर्मित होगी। जो जरूरतमंद मरीजों के प्राण बचाने के काम आयेगी। इस वैश्विक महामारी में आदित्य बिरला ग्रुप द्वारा जो सहयोग किया गया उससे मैं बहुत खुश हूं।
अन्य परियोजनाएं भी जल्द होगी: डीएम
जिलाधिकारी अरुण कुमार ने बताया कि आज सांसद द्वारा नवनिर्मित ऑक्सीजन प्लांट का लोकार्पण किया गया। इससे अब जनपद में ऑक्सीजन की किल्लत दूर हो सकेगी। इसकी क्षमता 100 सिलेंडर प्रति दिन की है। सात-आठ परियोजनाएं और लंबित है जो अति शीघ्र पूर्ण कर ली जाएगी। वहीं इसके बाद केंद्रीय मंत्री स्मृति इरानी ने टिकरिया के पास भारतीय जनता पार्टी के पोस्ट कोविड परामर्श केन्द्र का भी उद्घाटन किया।
ब्लाक प्रमुख के घर पहुंची केन्द्रीय मंत्री
स्थानीय सांसद व केन्द्रीय वस्त्र मंत्री स्मृति ईरानी ने शनिवार को तिलोई के ब्लाक प्रमुख मुन्ना सिंह के आवास पर पहुंची। केन्द्रीय मंत्री ने उनके पिता ब्रम्हदेव सिंह के निधन पर शोक जताते हुये परिजनों को ढांढस बंधाया और नम आंखों से भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की है। उसके बाद फरियादियों से मुलाकात करते हुए मुसाफिरखाना के रास्ते जगदीशपुर होते हुए लखनऊ के लिए निकल गईं।