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Amethi News: जालसाजों ने वृद्ध की जमीन का करवा लिया वरासत, साहब मेरी जमीन बचा लो का बोर्ड टांग न्याय के लिए चक्कर काट रहा पीड़ित
Amethi News: गाँव के स्वामीचरन पुत्र बाबूलाल द्वारा फर्जी प्रमाण पत्रों को तैयार करके पीड़ित को अपना पिता बता कर सभी दस्तावेजों पर दस्तखत करा लिया।
अमेठी में जालसाजों ने जमीन का करवा लिया वरासत (photo: social media )
Amethi News: यूपी सरकार जहां भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम कर रही है। वही अमेठी तहसील में आए दिन भ्रष्टाचार के मामले सामने आ रहे है। हद तो तब हो गई जब जालसाजों ने संतान हीन वृद्ध की मौत के बाद राजस्व कर्मचारियों की मिली भगत जमीन की वरासत अपने नाम करवा लिया। अब मृतका का पति गले में तख्ती टांग कर न्याय के लिए सरकारी कार्यालयों का चक्कर काट रहा है।
जिले के अमेठी तहसील क्षेत्र अंतर्गत ग्राम-मल्लेपुर मजरे-भोजपुर परगना-आसल निवासी अपनी जमीन के लिए सरकारी कार्यालयों का चक्कर काट रहा है। उपरोक्त गांव निवासी रामजियावन पुत्र राम अंजोर ने डीएम को दिए गए शिकायती पत्र में आरोप लगाया है कि वह अपने जीवन की कमाई जमा पूंजी से भूमि गाटा सं0-296/0.2040हे0, 126/0.1520हे0 स्थित ग्राम-भोजपुर का बैनामा अपनी पत्नी चन्द्रावती के नाम क्रय किया गया था। जिसे उसके गांव के जालसाजों ने उसकी पत्नी की मृत्यु के बाद अपने नाम वरासत करवा लिए। पीड़ित ने आगे बताया कि जब उसकी पत्नी की मृत्यु हो गई तो वह अपनी पत्नी के क्रिया कर्म में वयस्त हो गया। इसी दौरान उसी गाँव के स्वामीचरन पुत्र बाबूलाल द्वारा फर्जी प्रमाण पत्रों को तैयार करके पीड़ित को अपना पिता बता कर सभी दस्तावेजों पर दस्तखत करा लिया।
भूमि के क्रय-विक्रय पर रोक
जब पीड़ित को गांव के लोगों द्वारा इसकी जानकारी प्राप्त हुई तो हल्का लेखपाल व कानूनगो को प्रकरण के विषय में जानकारी दी गई। पीड़ित ने तहसीलदार न्यायालय में मामले दायर किया। जिस पर तहसील दार न्यायालय द्वारा साक्ष्य के आधार पर सुनवाई करते हुए अपने आदेश में यह स्पष्ट तौर पर मानते हुए कि पीड़ित रामजियावन सन्तानहीन है, वरासत उपरोक्त अविधिक ढंग से हुआ है। लिहाजा वादग्रस्त भूमि के क्रय-विक्रय पर रोक लगा दी गई। उसके बावजूद अब तक न्यायालय तहसीलदार द्वारा पारित त्रुटिपूर्ण आदेश को निरस्त नही किया गया।
न्याय के लिए तहसील पहुंच गया पीड़ित
शुक्रवार को पीड़ित अपने गले में 'साहब मेरी जमीन बचा लो' का बोर्ड टांग कर न्याय के लिए तहसील पहुंच गया। फिलहल अभी तक पीड़ित को न्याय नहीं मिल सका है। पूरे मामले में एसडीएम अमेठी आशीष सिंह ने बताया कि प्रकरण जानकारी में है। एक व्यक्ति गलत वरासत की शिकायत लेकर आया था। जिसका वाद न्यायालय में विचाराधीन है, हमने पत्रावली मंगवा कर अवलोकन किया है। जल्द ही न्यायोचित कार्यवाही की जाएगी।