×

UP Nikay Chunav 2023 Result: 28 साल बाद भी इटावा में ‘पर’ नहीं मार पायी भाजपा, सपा के तीनों चेयरमैन जीते

UP Nikay Chunav 2023 Result: वर्ष 1995 में जब नगरपालिका के चुनाव कराए गए थे, उस समय भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी के रूप में जसवंत सिंह वर्मा चेयरमैन चुने गए और उन्होंने 5 वर्ष का कार्यकाल पूरा किया था।

Snigdha Singh
Published on: 13 May 2023 7:37 PM GMT (Updated on: 13 May 2023 8:06 PM GMT)
UP Nikay Chunav 2023 Result: 28 साल बाद भी इटावा में ‘पर’ नहीं मार पायी भाजपा, सपा के तीनों चेयरमैन जीते
X
UP Nikay Chunav 2023 Result (photo: social media )

UP Nikay Chunav 2023 Result: नगर पालिका इटावा के चेयरमैन का पद जीतने की भारतीय जनता पार्टी की ख्वाहिश 28 साल बाद भी पूरी नहीं हो पाई। वर्ष 1995 में जब नगरपालिका के चुनाव कराए गए थे, उस समय भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी के रूप में जसवंत सिंह वर्मा चेयरमैन चुने गए और उन्होंने 5 वर्ष का कार्यकाल पूरा किया था।

उसके बाद जो भी चुनाव हुए, उनमें भाजपा को विजय नहीं मिल पाई। समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी या समाजवादी पार्टी के समर्थित प्रत्याशी चुनाव जीतकर नगर पालिका के चेयरमैन पद पर काबिज होते रहे। इस बार फिर भाजपा ने चुनाव जीतने के लिए दम लगाई थी। पूर्व विधायक व पूर्व विधान परिषद सदस्य स्वर्गीय अशोक दुबे की पत्नी कुसुम दुबे को भारतीय जनता पार्टी ने अपना प्रत्याशी बनाया था और पार्टी के नेताओं व कार्यकर्ताओं ने जोरदार ढंग से उनका प्रचार-प्रसार भी किया था लेकिन कामयाबी नहीं मिल सकी। एक बार फिर नगर पालिका इटावा के चेयरमैन पद का चुनाव भारतीय जनता पार्टी वोटों के बड़े अंतर से हार गई। इटावा नगर पालिका के चेयरमैन पद पर भाजपा नेता को बैठाने का ख्वाब एक बार फिर पूरा नहीं हो पाया।

तीनों नगरपालिकाओं में सपा के प्रत्याशी ही चेयरमैन चुने गए

नगर निकाय के चुनाव परिणामों की घोषणा कर दी गई है। एक बार फिर जिले की तीनो नगरपालिकाओं में सपा के प्रत्याशी ही चेयरमैन चुने गए हैं। जहां तक इटावा जिले का सवाल है तो यह समाजवादी पार्टी के मुखिया का गृह जिला है और इसका असर माने इटावा के ज्यादातर निकायों में समाजवादी पार्टी का चेयरमैन बनता है। सरकार किसी भी दल की रही हो लेकिन निकाय चुनाव में समाजवादी पार्टी का दबदबा रहता है।

जहां तक इटावा नगर पालिका का सवाल है वर्ष 1996 के बाद से समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी चेयरमैन बनते रहे। वर्ष 1996 में राष्ट्रपति शासन में हुए चुनाव में भाजपा के जसवंत सिंह वर्मा चुनाव जीते थे। उसके बाद से सपा के प्रत्याशी जीतते रहे। 2002 में भाजपा की सरकार में सपा के प्रत्याशी जहीर अहमद अंसारी चेयरमैन चुने गए थे। 2007 में बहुजन समाज पार्टी की सरकार में सपा के फुरकान अहमद चेयरमैन पद का चुनाव जीते थे। 2012 में सपा की सरकार में कुलदीप गुप्ता संटू चेयरमैन बने थे। इसके उलट 2017 में भारतीय जनता पार्टी की सरकार में चुनाव कराए गए थे और तब भी समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी नौशाबा फुरकान अध्यक्ष पद का चुनाव जीत गई।

वर्ष 2017 के चुनाव में तो जिले की तीनों नगरपालिकाओं में समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी चुनाव जीते थे और भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी काफी पीछे रहे थे। जिले की जो दो अन्य नगरपालिका हैं जसवंत नगर तथा भरथना, इन दोनों में भी ज्यादातर समय समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी नगर पालिका के चेयरमैन रहे। भरथना में 2017 से चेयरमैन हाकिम सिंह समाजवादी पार्टी के हैं। इससे पहले 2012 में सपा समर्थित रंजना यादव चुनाव जीतकर नगर पालिका अध्यक्ष रही थी। जसवंतनगर में 2012 में सुनील कुमार जौली समाजवादी पार्टी से चेयरमैन रहे और इससे पहले भी जसवंतनगर में सदैव नगर पालिका चेयरमैन पद समाजवादी पार्टी के पास ही रहा है यहां किसी अन्य पार्टी का चेयरमैन पिछले 5 चुनावों में नहीं हुआ।

Snigdha Singh

Snigdha Singh

Next Story