TRENDING TAGS :

Aaj Ka Rashifal

काशी-तमिल संगमम का समापन, गृह मंत्री शाह बोले-देश की संस्कृतियों को जोड़ने की कोशिश कर रहे PM मोदी

Kashi Tamil Sangamam: आयोजन के समापन के मौके पर केंद्रीय गृह मंत्री ने एक महीने तक चली इस यात्रा को अलौकिक और अद्भुत बताया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने काशी और तमिलनाडु के सांस्कृतिक जुड़ाव को पुनर्स्थापित करने के लिए यह कार्यक्रम आयोजित किया।

Anshuman Tiwari
Published on: 16 Dec 2022 8:28 PM IST
Kashi Tamil Sangamam
X

Kashi Tamil Sangamam (Social Media)

Kashi Tamil Sangamam Conclusion: काशी और तमिलनाडु की संस्कृति के मिलन के एक महीने तक चलने वाले आयोजन काशी तमिल संगमम का समापन हो गया। आयोजन के समापन के मौके पर केंद्रीय गृह मंत्री ने एक महीने तक चली इस यात्रा को अलौकिक और अद्भुत बताया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने काशी और तमिलनाडु के सांस्कृतिक जुड़ाव को पुनर्स्थापित करने के लिए यह कार्यक्रम आयोजित किया। गृह मंत्री ने कहा कि लंबे समय से हमारे देश की संस्कृतियों को जोड़ने की कोई कोशिश नहीं की गई। लंबे समय बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने काशी तमिल संगमम के आयोजन के जरिए इस दिशा में ठोस प्रयास किया है। पीएम मोदी की इस पहल से आगे चलकर देश की भाषाओं और संस्कृतियों को जोड़ने में कामयाबी मिलेगी।

समापन समारोह में गृह मंत्री अमित शाह के अलावा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, तमिलनाडु के राज्यपाल आरएन रवि और केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान समेत कई विशिष्ट लोग मौजूद थे। काशी तमिल संगमम का आयोजन करीब एक महीने तक चला। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गत 19 दिसंबर को काशी हिंदू विश्वविद्यालय के एंफीथिएटर मैदान में काशी तमिल संगमम का भव्य उद्घाटन किया था।

देश में सांस्कृतिक पुनर्जागरण का नया दौर

गृह मंत्री शाह ने कहा कि हमारे देश में लंबे समय तक गुलामी का साया रहा है और गुलामी के दौर में देश की संस्कृति और विरासत को मलिन बनाने की कोशिश की गई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयासों से देश में सांस्कृतिक पुनर्जागरण का नया दौर शुरू हुआ है।

प्रधानमंत्री को इस बड़े काम के लिए बधाई दी जानी चाहिए। गृह मंत्री ने कहा कि भारत विविधता में एकता वाला देश रहा है। इस देश में अनेक संस्कृतियां,भाषाएं, बोलियां और कलाएं रही हैं। इस विभिन्नता के बावजूद देश की आत्मा एक है।

देश को आजादी मिलने के बाद भी देश की सांस्कृतिक एकता में जहर घोलने की साजिश की गई। लेकिन अब हमें एक भारत और श्रेष्ठ भारत की रचना करने के लिए जुटना होगा और यह काम सांस्कृतिक एकता से ही किया जा सकता है।

उन्होंने कहा कि एक माह तक चले काशी तमिल संगमम के आयोजन के दौरान तमिलनाडु से काफी संख्या में लोग काशी आए और काशी के लोगों ने तमिलनाडु के लोगों का दिल खोलकर स्वागत किया है। ऐसे में तमिलनाडु के लोग अब काशी को कभी भुला नहीं सकते। अपने संबोधन के अंत में गृहमंत्री ने हर-हर महादेव का उद्घोष भी किया।

दो संस्कृतियों का हुआ मिलन

इस मौके पर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस महत्वपूर्ण आयोजन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बधाई दी। उन्होंने कहा कि इस आयोजन के जरिए एक भारत श्रेष्ठ भारत की संकल्पना को साकार करने में कामयाबी मिली है।

काशी के लोगों ने इस आयोजन को सफल बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। इस आयोजन के जरिए देश के दो प्राचीन संस्कृतियों के मिलन का मजबूत रास्ता तैयार हुआ है।

इस समापन समारोह के साथ ही एक महीने तक चले इस आयोजन पर अब विराम लग गया है। आयोजन के दौरान तमिलनाडु से काफी संख्या में लोग काशी पहुंचे। उन्होंने बाबा विश्वनाथ का दर्शन करने के साथ ही काशी की संस्कृति को भी करीब से जानने की कोशिश की।

पीएम नरेंद्र मोदी की पहल पर आयोजित हुए इस आयोजन को काफी कामयाब माना जा रहा है क्योंकि इसके जरिए देश की दो प्राचीन संस्कृतियों को फिर से जोड़ने में बड़ी कामयाबी मिली है।



\
Durgesh Sharma

Durgesh Sharma

Next Story