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... और जब अमित शाह के लिए 'राम नाईक' से 'राम भाऊ' बन बैठे UP के गवर्नर

राजधानी स्थित इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में गुरुवार (29 दिसंबर) को पंडित दीनदयाल उपाध्याय संपूर्ण वाङ्मय के लोकार्पण समारोह में यूपी के गवर्नर राम नाईक महामहिम का चोला उतार बीजेपी कार्यकर्ता के रुप में नजर आए।

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By aman
Published on: 29 Dec 2016 9:05 PM IST
... और जब अमित शाह के लिए राम नाईक से राम भाऊ बन बैठे UP के गवर्नर
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लखनऊ: राजधानी स्थित इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में गुरुवार (29 दिसंबर) को पंडित दीनदयाल उपाध्याय संपूर्ण वाङ्मय के लोकार्पण समारोह में यूपी के गवर्नर राम नाईक महामहिम का चोला उतार बीजेपी कार्यकर्ता के रुप में नजर आए। उन्होने संभवतः बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित को खुश करने के नजरिए से उन्हीं की कही हुई बातों को आगे बढ़ाते हुए कहा कि मुझे इस बात का अंदाजा है कि पंडित दीनदयाल द्वारा खड़ी की गई पार्टी के सदस्यों की संख्या अभी 11 करोड़ को भी पार करेगी। इस बात पर सभा में उपस्थित लोगों की तालियों से ऑडिटोरियम गूंज उठा और पीछे से मोदी-मोदी की जय-जयकार होने लगी।

मैं आज राम भाऊ के रूप में ही अच्छा हूं

-गवर्नर राम नाईक ने अमित शाह से इस बात की पुष्टि भी की कि उन्हें लोग कैडर में प्यार से राम भाऊ कहते हैं।

-इस बात पर दीनदयाल समग्र के संपादक डॉ. महेश चंद्र शर्मा ने भी अपनी स्वीकारोक्ति दी।

-गवर्नर राम नाईक ने कहा कि मैं आज राम भाऊ के रूप में ही अच्छा हूं।

-हमने भी दीनदयाल द्वारा लगाए गए वृक्ष को सींचा है।

-हालांकि आयोजकों की ओर से कार्यक्रम की अध्यक्षता के लिए राम नाईक को बतौर गवर्नर ही बुलाया गया था।

-बावजूद इसके वह बार-बार अपनी भूमिका को लेकर संदेह में रहे और अंत में अमित शाह से पूछ बैठे कि मैं यहां पर किस रूप में हूं।

-अमित शाह के भाषण के बाद उन्होंने शाह के सम्मान में अपनी कुर्सी से उठना भी चाहा, लेकिन अमित शाह ने उन्हें फौरन रोक लिया।

वाङ्मय के प्रकाशक के बिजनेसमैन बने गवर्नर

गवर्नर राम नाई इतने से ही नहीं रुके। वे वाङ्मय के प्रकाशक के बिजनेसमैन भी बन बैठे और कहा कि दीनदयाल समग्र की प्रतियां आज विशेष छूट पर मिलेंगी इसलिए ज्यादा से ज्यादा लोग इसे खरीद लें। गौरतलब है कि इस मौके पर पंडित दीनदयाल उपाध्याय पर एक डाक टिकट भी जारी किया गया।

अमित शाह ने क्या कहा?

-कांग्रेस और जनसंघ का मूल अंतर क्रमशः नवनिर्माण और पुनर्निमाण है।

-आप ट्रेन में सफर के दौरान किसी से दीनदयाल जी के बारे में पूछें तो उनको कम लोग ही जानते हैं।

-यही उन्हें बड़ा बनाता है।

-दस लोगों द्वारा खड़ी की गई पार्टी ने आज 13 राज्यों सहित केंद्र में बहुमत की सरकार बना ली है।



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Content Writer

अमन कुमार - बिहार से हूं। दिल्ली में पत्रकारिता की पढ़ाई और आकशवाणी से शुरू हुआ सफर जारी है। राजनीति, अर्थव्यवस्था और कोर्ट की ख़बरों में बेहद रुचि। दिल्ली के रास्ते लखनऊ में कदम आज भी बढ़ रहे। बिहार, यूपी, दिल्ली, हरियाणा सहित कई राज्यों के लिए डेस्क का अनुभव। प्रिंट, रेडियो, इलेक्ट्रॉनिक और डिजिटल मीडिया चारों प्लेटफॉर्म पर काम। फिल्म और फीचर लेखन के साथ फोटोग्राफी का शौक।

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