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प्रशासनिक स्तर पर बड़ी कार्रवाई, आम्रपाली ग्रुप के निदेशक और सीईओ गिरफ्तार
आम्रपाली ग्रुप पर प्रशासनिक स्तर पर बड़ी कार्यवाई करते हुए कंपनी के सीईओ ऋषि कुमार और कंपनी निदेशक निशांत मुकुल गिरफ्तार किया गया है।
नोएडा: आम्रपाली ग्रुप पर प्रशासनिक स्तर पर बड़ी कार्यवाई करते हुए कंपनी के सीईओ हेल्थ रितिक कुमार सिन्हा और कंपनी निदेशक निशांत मुकुल गिरफ्तार किया गया है। इसके साथ ही सेक्टर 62 स्थित आम्रपाली ग्रुप के ऑफिस को सीज भी कर दिया गया है।
यह कार्रवाई श्रम विभाग द्वारा जारी की गई आरसी पर की गई। विभाग द्वारा भेजी गई आरसी पांच जून को राजस्व विभाग को प्राप्त हुई थी। श्रम विभाग द्वारा आम्रपाली समूह पर मजदूरों के शेष का चार करोड़ 29 लाख रुपए बकाया था। जिसको लेकर दोनों की गिरफ्तारी की गई। हालांकि, इस मामले में आम्रपाली समूह के सीएमडी अनिल शर्मा के खिलाफ गिरफ्तारी का वारंट जारी किया गया था।
निवेशक अपने मकानों पर कब्जे को लेकर आम्रपाली समूह के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। निवेशकों की इस समस्या को लेकर रविवार को जिला अधिकारी ने क्रेडाई के साथ बैठक कर बिल्डरों पर शिकंजा कसने का आश्वासन दिया था। जिसके 24 घंटे बाद प्रशासनिक स्तर पर बड़ी कार्रवाई की गई।
एसडीएम दादरी अमित कुमार सिह और तहसीलदार दादरी पीएल मोर्य के द्बारा यूपी रेबेन्यू कोड की धारा 171 का प्रयोग करते हुये आम्रपाली कोर ग्रुप के निदेशक निशांत मुकुल और सीईओ हैल्थ रितिक कुमार सिन्हा को दादरी तहसील की जेल भेज दिया गया। यदि इसके बाद भी संबंधित ग्रुप के द्बारा आरसी की धनराशि जमा कराने की कार्यवाही नहीं की जाती है तो इस प्रकरण में अग्रिम कार्यवाही की जाएगी।
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सीईओ रितिक कुमार अनिल शर्मा के दामाद भी है। आरसी मिलने के बाद सोमवार को एसडीएम अमित कुमार के निर्देश पर तहसीलदार अपनी टीम लेकर सेक्टर-62 स्थित आम्रपाली के कॉर्पोरेट ऑफिस पहुंचे। यहां फाइलों को खंगाला गया। जिसमें भारी अनिमितता पाई गई।
कई सालों से शेष के रूप में बकाया जमा नहीं कराया गया। इसको लेकर श्रम विभाग द्वारा कंपनी को नोटिस भी जारी किया जा चुका था। रिमाइंडर जारी होने के बाद भी कंपनी द्वारा शेष जारी नहीं किया गया था। ऐसे में बड़ी कार्रवाई करते हुए प्रशासनिक टीम ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया है। फिलहाल इस मामले में दोनों ही अधिकारियों से पूछताछ की जा रही है।
क्या कहना है उपश्रमायुक्त का ?
उपश्रमायुक्त बीके राय ने कहा कि आम्रपाली समूह पर लेबर शेष के रूप में चार करोड़ 29 लाख रुपए का बकाया था। जिसको आरसी जारी की गई थी। एसडीएम स्तर पर छापेमारी कर कार्यवाई की गई।
क्या कहना है एसडीईएम का ?
एसडीएम अमित कुमार ने कहा कि आरसी जारी होने के बाद तहसील दार को कार्यवाई करने के आदेश जारी किए गए थे। मंगलवार को टीम के साथ कॉर्पोरेट ऑफिस पर रेड डाली गई। यहा कंपनी के सीएमडी अनुपस्थित मिले। जिसके बाद कंपनी के सीईओ और निदेशक दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया है।