×

Andrew Symonds विवादों ने कर दिया करियर का अंत, चर्चित रहा Monkeygate कांड

हरभजन सिंह ने मंकीगेट विवाद की चर्चा करते हुए कहा था कि मैं अपने क्रिकेट कॅरियर के सबसे बड़े विवाद मंकीगेट कांड की सच्चाई का खुलासा अपनी ऑटोबायोग्राफी में करूंगा।

Anshuman Tiwari
Published on: 15 May 2022 8:01 PM IST
X

Andrew Symonds रोड मार्श और शेर वार्न के निधन के बाद ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट जगत के लिए एक और बुरी खबर सामने आई है। ऑस्ट्रेलिया के पूर्व दिग्गज क्रिकेटर एंड्रयू साइमंड्स की शनिवार रात एक कार दुर्घटना में मौत हो गई। शनिवार रात करीब साढ़े दस बजे हुए इस हादसे की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची मगर साइमंड्स को नहीं बचाया जा सका। इस मामले में हुई शुरुआती जांच में कार के काफी तेज रफ्तार में होने के कारण पलट जाने की बात सामने आई है।

ऑस्ट्रेलिया के लिए 26 टेस्ट खेलने वाले साइमंड्स के क्रिकेट कॅरियर का सबसे बड़ा विवाद 2008 में सिडनी टेस्ट में हुआ था। दरअसल इस टेस्ट मैच के दौरान भारतीय और ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीमों के बीच खूब तनातनी हुई थी और हरभजन पर साइमंड्स को बंदर कहने का आरोप लगा था। दोनों टीमों के आमने-सामने आ जाने के कारण उस समय भारत और ऑस्ट्रेलिया के क्रिकेट रिश्ते सबसे खराब दौर में पहुंच गए थे।

दरअसल भारतीय क्रिकेट टीम ने 2007-08 में ऑस्ट्रेलिया का दौरा किया था। इस सीरीज का दूसरा टेस्ट मैच सिडनी में खेला गया था और इसी दौरान भारत और ऑस्ट्रेलिया के क्रिकेट खिलाड़ियों के बीच विवाद पैदा हुआ था जिसके केंद्र में एंड्रयू साइमंड्स ही थे। ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम ने हरभजन सिंह के खिलाफ नस्लीय टिप्पणी करने और साइमंड्स को बंदर कहने का आरोप लगाया था।

उस समय आस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम की कमान रिकी पोंटिंग के हाथों में थी और पोंटिंग ने मैच के बाद इस बाबत शिकायत भी की थी। बाद में यह पूरा मामला मंकीगेट विवाद के नाम से क्रिकेट जगत में चर्चित हुआ।

दोनों टीमों के बीच का विवाद इतना गहरा गया था कि ऑस्ट्रेलियाई टीम की शिकायत के बाद हरभजन सिंह पर कुछ मैचों का प्रतिबंध लगा दिया गया था। भारतीय टीम शुरुआत से ही हरभजन सिंह के साथ खड़ी थी और उन पर कार्रवाई के बाद भारतीय टीम ने दौरा बीच में ही रद्द कर देने की धमकी दे डाली थी। बाद में दबाव बढ़ने पर हरभजन सिंह के खिलाफ लगाया गया बैन वापस ले लिया गया और उन पर सिर्फ मैच फीस का जुर्माना लगाया गया था।

पिछले साल दिसंबर महीने के दौरान क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा करते समय हरभजन सिंह ने मंकीगेट विवाद की भी चर्चा की थी। उनका कहना था कि मैं अपने क्रिकेट कॅरियर के सबसे बड़े विवाद मंकीगेट कांड की सच्चाई का खुलासा अपनी ऑटोबायोग्राफी में करूंगा। उनका कहना था कि किसी ने भी इस मामले में सच्चाई जानने की परवाह नहीं की। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि 2008 के सिडनी टेस्ट के दौरान जो कुछ हुआ वह नहीं होना चाहिए था।

मंकीगेट विवाद के 10 साल बाद 2018 में साइमंड्स ने दावा किया था कि हरभजन ने इस घटना को लेकर उनसे भावुक होकर माफी मांगी थी। साइमंड्स का कहना था कि 2011 में हरभजन ने इस घटना के लिए उनसे माफी मांगी। बाद में दोनों खिलाड़ी आईपीएल में एक ही टीम के सदस्य बन गए थे और साइमंड्स का कहना था कि इसी दौरान एक दिन हरभजन उनके पास आए और घटना पर खेद जताया था। हालांकि साइमंड्स की ओर से दावा किए जाने के बाद भज्जी ने भी इस पर प्रतिक्रिया जताई थी। उनका कहना था कि मेरे ख्याल से साइमंड्स से काफी अच्छे क्रिकेटर रहे हैं,लेकिन अब वे अच्छे फिक्शन राइटर भी बन गए हैं। उन्होंने 2008 में भी यही स्टोरी बेची थी और अब 2018 में भी इस स्टोरी को बेचने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने साइमंड्स को अपनी सोच बड़ा करने की सलाह तक दे डाली थी।

वैसे मंकीगेट कांड के बाद 2009 में साइमंड्स के साथ एक और बड़ा विवाद जुड़ गया था। 2009 में साइमंड्स ने ऑस्ट्रेलिया के लिए आखिरी मैच खेला था और उसी दौरान उन पर शराब पीने और कई नियमों का उल्लंघन करने का बड़ा आरोप लगा था। इसे लेकर इतना विवाद पैदा हो गया था कि साइमंड्स को T20 वर्ल्ड कप के बीच से ही स्वदेश वापस भेज दिया गया था। इस विवाद में फंसने के बाद ऑस्ट्रेलिया का यह दिग्गज ऑलराउंडर कभी भी टीम में अपनी वापसी नहीं कर सका।

वैसे यह सच्चाई है कि साइमंड्स ने अपने खेल से ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट फैंस से ही नहीं बल्कि दुनिया भर के क्रिकेट फैंस का दिल जीता। वे शानदार बल्लेबाज होने के साथ ही शानदार गेंदबाज भी थे और इसकी तस्दीक उनके रिकॉर्ड से होती है। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के लिए 26 टेस्ट, 198 वनडे और 14 T20 मैच खेले। इस दौरान उन्होंने क्रमश: 1462, 5088 और 337 रन बनाए। अंतरराष्ट्रीय मैचों में उन्होंने 165 विकेट भी हासिल किए। शानदार बल्लेबाज और गेंदबाज के साथ उन्हें बेहतरीन फील्डर भी माना जाता था।

Ramkrishna Vajpei

Ramkrishna Vajpei

Next Story