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BHU : छात्रा के साथ फिर छेड़खानी और मारपीट, सिरफिरे ने क्लासरूम के अंदर जड़ा थप्पड़

Rishi
Published on: 29 Jan 2018 10:06 PM IST
BHU : छात्रा के साथ फिर छेड़खानी और मारपीट, सिरफिरे ने क्लासरूम के अंदर जड़ा थप्पड़
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वाराणसी : क्या बीएचयू में छात्राएं महफूज नहीं हैं ? क्या कैंपस में मनचलों पर लगाम लगाने में विश्वविद्यालय प्रशासन फेल हो चुका है ? ये बात इसलिए उठी है। क्योंकि सोमवार को कैंपस में एक बार फिर से एक छात्रा के साथ छेड़खानी और मारपीट की घटना सामने आई है। पॉलिटिकल साइंस के एमए सेकेंड ईयर की एक छात्रा के साथ उसके ही क्लास में पढ़ने वाले इस युवक ने मारपीट और छेड़खानी की। हैरानी इस बात की है कि आरोपी पिछले डेढ साल छात्रा को परेशान कर रहा था। फिलहाल पुलिस ने आरोपी छात्र के खिलाफ केस दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है।

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6 महीने के लिए सस्पेंड हुआ आरोपी

छेड़खानी और मारपीट की इस घटना के बाद कैंपस में हड़कंप मच गया। बताया जा रहा है कि आरोपी छात्र ने क्लास रूम के अंदर ही पीड़ित के साथ बदसलूकी की। खबर मिलते ही प्रॉक्टोरियल बोर्ड के जवान मौके पर पहुंच गए और आरोपी को पकड़ लिया। विश्वविद्यालय प्रशासन ने घटना को गंभीरता से लेते हुए आरोपी छात्र को 6 महीने के लिए सस्पेंड कर दिया है।

बगैर कुलपति के चल रहा है बीएचयू

कैंपस के अंदर छात्राओँ के साथ छेड़खानी का ये कोई पहला मामला नहीं है। इसके पहले सितंबर महीने में छेड़खानी की घटना के बाद जमकर बवाल हुआ था। इस घटना के बाद कैंपस की सुरक्षा को लेकर तमाम कवायदे की गईं लेकिन सभी कोशिशें नाकाफी साबित होती दिख रही हैं। आपको बता दें कि अक्टूबर महीने के बाद से कैंपस बगैर कुलपति के चल रहा है। चार महीने बीतने को हैं बावजूद इसके अब तक किसी कुलपित की नियुक्ति नहीं हुई है।



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Rishi

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आशीष शर्मा ऋषि वेब और न्यूज चैनल के मंझे हुए पत्रकार हैं। आशीष को 13 साल का अनुभव है। ऋषि ने टोटल टीवी से अपनी पत्रकारीय पारी की शुरुआत की। इसके बाद वे साधना टीवी, टीवी 100 जैसे टीवी संस्थानों में रहे। इसके बाद वे न्यूज़ पोर्टल पर्दाफाश, द न्यूज़ में स्टेट हेड के पद पर कार्यरत थे। निर्मल बाबा, राधे मां और गोपाल कांडा पर की गई इनकी स्टोरीज ने काफी चर्चा बटोरी। यूपी में बसपा सरकार के दौरान हुए पैकफेड, ओटी घोटाला को ब्रेक कर चुके हैं। अफ़्रीकी खूनी हीरों से जुडी बड़ी खबर भी आम आदमी के सामने लाए हैं। यूपी की जेलों में चलने वाले माफिया गिरोहों पर की गयी उनकी ख़बर को काफी सराहा गया। कापी एडिटिंग और रिपोर्टिंग में दक्ष ऋषि अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं।

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