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गजब हाल है : रेबीज का इंजेक्शन लगने के 3 माह बाद वृद्ध की मौत 

जहां एक ओर उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा जनहित में पूरे प्रदेश में करोड़ों रुपए के रेबीज के इंजेक्शन गरीबों के लगवाने के लिए भेजे जा रहे हैं। वहीं चिकित्सा कर्मियों की लापरवाही के चलते एटा में एक व्यक्ति की रेबीज के इंजेक्शन लगवाने के बाद भी मौत हो गई।

Rishi
Published on: 18 March 2019 2:53 PM GMT
गजब हाल है : रेबीज का इंजेक्शन लगने के 3 माह बाद वृद्ध की मौत 
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एटा : जहां एक ओर उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा जनहित में पूरे प्रदेश में करोड़ों रुपए के रेबीज के इंजेक्शन गरीबों के लगवाने के लिए भेजे जा रहे हैं। वहीं चिकित्सा कर्मियों की लापरवाही के चलते एटा में एक व्यक्ति की रेबीज के इंजेक्शन लगवाने के बाद भी मौत हो गई।

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जनपद के थाना कोतवाली देहात क्षेत्र के ग्राम भगवान पुर निवासी 60 वर्षीय भीकम सिंह पुत्र बुद्ध सैन को 8 जनवरी को गांव के ही एक कुत्ते ने काट लिया था। गांव के नजदीक स्थित जनपद कासगंज के सरकारी अस्पताल में भीकम सिंह ने नियमित सात इंजेक्शन लगवा लिए गए थे।

मृतक के पुत्र गोविंद ने बताया कि मेरे पिता को तीन माह पूर्व 8 जनवरी को गांव के ही एक पागल आवारा कुत्ते ने काट लिया था। जिसके इंजेक्शन उन्होंने अमापुर के सरकारी अस्पताल में लगवा लिए थे जहाँ उनके चिकित्सा कर्मियों ने नकली इंजेक्शन लगा दिये जिस कारण कुत्ते का असर हो जाने पर उनकी मौत हो गयी।

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मृतक के शव का पोस्टमार्टम किये जाने के बाद चिकित्सक ने बताया कि मृतक के शव का बिसरा सुरक्षित कर जांच हेतु भेजा गया है। रिपोर्ट आने के बाद ही सही जानकारी मिल सकेगी कि मौत कुत्ते के काटने से हुई है या किसी अन्य कारण से।

मुख्य चिकित्साधिकारी से कई बार फोन से सम्पर्क करने के बाद भी सम्पर्क नहीं हो पाया है। पुलिस ने मृतक के शव का पोस्टमार्टम करा शव को उसके परिजनों को सौंप दिया गया है।

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आशीष शर्मा ऋषि वेब और न्यूज चैनल के मंझे हुए पत्रकार हैं। आशीष को 13 साल का अनुभव है। ऋषि ने टोटल टीवी से अपनी पत्रकारीय पारी की शुरुआत की। इसके बाद वे साधना टीवी, टीवी 100 जैसे टीवी संस्थानों में रहे। इसके बाद वे न्यूज़ पोर्टल पर्दाफाश, द न्यूज़ में स्टेट हेड के पद पर कार्यरत थे। निर्मल बाबा, राधे मां और गोपाल कांडा पर की गई इनकी स्टोरीज ने काफी चर्चा बटोरी। यूपी में बसपा सरकार के दौरान हुए पैकफेड, ओटी घोटाला को ब्रेक कर चुके हैं। अफ़्रीकी खूनी हीरों से जुडी बड़ी खबर भी आम आदमी के सामने लाए हैं। यूपी की जेलों में चलने वाले माफिया गिरोहों पर की गयी उनकी ख़बर को काफी सराहा गया। कापी एडिटिंग और रिपोर्टिंग में दक्ष ऋषि अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं।

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