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DIG का विवादित बयान, कहा-सजा देने लायक गलती नहीं, चेतावनी देकर छोड़े गये रोमियो मुहिम में युवक
डीआईजी ने बताया कि सभी जिलों में एंटी रोमियो दल सक्रिय किये गये हैं और पहली बार गलती करने वालों को चेतावनी देकर छोड़ दिया गया है और महज 17 लोगों पर कार्रवाई हुई है। यह इतनी गंभीर गलती नहीं कि पहली बार में ही दंड दिया जाय।
मुज़फ्फरनगर: प्रदेश सरकार के एंटी रोमियो अभियान के बीच सहारनपुर मंडल के डीआईजी जितेंद्र कुमार शाही ने एक विवादित बयान दे दिया है। पत्रकारों से बात करते हुए डीआईजी ने कहा कि इन बच्चों ने इतनी गंभीर गलती नहीं की है, कि उन्हें पहली बार में ही दंड दिया जाय।
डीआईजी ने कहा कि इसलिए युवकों को पूछताछ के बाद चेतावनी देकर छोड़ा जा रहा है। उन्होंने जानकारी दी कि एंटी रोमियो अभियान के तहत 17 लोगों के चालान किये गये हैं।
आगे स्लाइड्स में जानिये क्या कहा डीआईजी ने और देखिये कुछ और फोटोज...
बंद हो गया जमावड़ा
डीआईजी ने बताया कि सभी जिलों में एंटी रोमियो दल सक्रिय किये गये हैं और महिलाओं को परेशान करने वालों पर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिये गये हैं।
उन्होंने कहा कि अभियान के बाद महिला विद्यालयों के बाहर जमावड़ा लगना बंद हो गया है।
डीआईजी जितेंद्र कुमार ने कहा कि असामाजिक तत्वों की पहचान आसान है। अगर कोई परिवार का सदस्य है, तो उसे प्रमाण देना होता है।
उन्होंने कहा कि पुलिस टीम मौके की रिकॉर्डिंग करती है और अगले दिन लोगों की फिर पहचान करती है।
जिंतेंद्र शाही ने कहा कि पहली बार गलती करने वालों को चेतावनी देकर छोड़ दिया गया है और महज 17 लोगों पर कार्रवाई हुई है।
उन्होंने अब तक पूछताछ किये जाने वाले युवकों की संख्या 500 से ऊपर बताई।
नहीं मिली अव्यवस्था
बुधवार को डीआईजी सहारनपुर मंडल जितेंद्र कुमार शाही मुज़फ्फरनगर पुलिस लाइन में साफ़ सफाई का जायजा लेने पहुंचे थे।
उनके साथ वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मुज़फ्फरनगर, बबलू कुमार और अन्य आलाधिकारी भी मौजूद थे।
हालांकि, डीआईजी को पुलिस लाइन में पड़े कूड़े करकट के ढेर दिखाई नहीं दिये।
उन्होंने कहा कि कहीं भी अव्यवस्था या गंदगी नहीं है
इस दौरान, पुलिस लाइन में खड़ी दो लावारिस बाइक के बारे में न तो डीआईजी कोई जवाब दे सके, न जिले की पुलिस।
यह भी पता नहीं चल सका कि ये मोटरसाइकिलें पुलिस विभाग की हैं या इन्हें कोई और यहां खड़ा कर गया है।