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UP News: अब UP के मदरसों में भी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, कंप्यूटेशनल थिंकिंग, डाटा साइंस पढ़ेंगे बच्चे
UP News: अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री धर्मपाल सिंह और बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) संदीप सिंह ने सोमवार को जिला शिक्षण एवं प्रशिक्षण संस्थानों (डायट) के प्रधानाध्यापक एवं प्रवक्ताओं के प्रशिक्षण कार्यशाला का उद्घाटन किया।
UP News: उत्तर प्रदेश के मदरसों में पढ़ने वाले बच्चों को भी अब आधुनिक शिक्षा दी जाएगी। परिषदीय स्कूलों और मदरसों में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुरुप शिक्षा देने के लिए अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री धर्मपाल सिंह और बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) संदीप सिंह ने सोमवार को जिला शिक्षण एवं प्रशिक्षण संस्थानों (डायट) के प्रधानाध्यापक एवं प्रवक्ताओं के प्रशिक्षण कार्यशाला का उद्घाटन किया।
पहली बार पाठ्यक्रम में होने जा रहा बदलाव
इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित कार्यक्रम में अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री धर्मपाल सिंह ने बताया कि नई शिक्षा नीति के तहत अब मदरसों में छात्रों को दीनी तालीम के साथ-साथ नवीनतम तकनीकी ज्ञान देने की व्यवस्था की गई है। शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) द्वारा तैयार पाठ्यक्रम को पहली बार मदरसों में लागू किया जा रहा है। नई शिक्षा नीति के लागू हो जाने के बाद अब बच्चे उर्दू, अरबी ,फारसी के साथ-साथ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई), कंप्यूटेशनल थिंकिंग, डाटा साइंस और कोडिंग को भी पढ़ाया जाएगा।
एक हाथ में कुरान तो दूसरे हाथ में लैपटाप
धर्मपाल सिंह ने कहा कि मदरसों में गरीब मुसलमान के बच्चे बढ़ते हैं, इस लिए लोग दीनी तालीम के नाम पर राजनीति करते रहते हैं। उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि जिसे मौलवी बनना है बने। लेकिन जो आइएएस, पीसीएस, डॉक्टर और इंजीनिय बनना चाहते हैं। वे यहां से पढ़क भी अपने सपनों को साकार कर सकें। हम उन्हें एक हाथ में कुरान तो दूसरे हाथ में लैपटाप देना चाहते हैं।
विश्व स्तरीय सुविधाएं उपलब्ध होंगी
कार्यक्रम में उपस्थित बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) संदीप सिंह ने बताया कि यूपी के प्रत्येक जिले में मुख्यमंत्री अभ्युदय विद्यालय तैयार किया जाएगा, जहां पर विश्व स्तरीय सुविधाएं उपलब्ध होंगी। योगी सरकार ने आंगनबाड़ी को भी प्राइमरी स्कूल में बदलकर उसे आगे बढ़ाने का कार्य किया है। अब विद्यार्थियों को नयी टेक्नोंलाजी का ज्ञान दिया जाएगा।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अल्पसंख्यक कल्याण के अपर मुख्य सचिव मोनिका एस गर्ग ने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का ज्ञान भविष्य की जरूरत है। क्योंकि वैश्विक स्तर पर एआई की ओर अग्रसर है। यही वजह है कि हम बच्चों को इसका ज्ञान प्राइमरी में ही दे रहे हैं।