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UP Politics: ओवैसी को लगा बड़ा झटका, यूपी के 200 से अधिक AIMIM पदाधिकारियों ने इस्तीफा देने का किया ऐलान
UP Politics: जिला कमेटी और महानगर कमेटी के 250 से अधिक पदाधिकारी और कार्यकर्ता मंगलवार शाम दाराशाह अजमल स्थित नगर कार्यालय में असदुद्दीन ओवैसी को सामूहिक त्यागपत्र सौंपेंगे।
UP Politics: उत्तर प्रदेश में एआईएमआईएम (AIMIM) सुप्रीमो असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) को बड़ा झटका लगने जा रहा है। एआईएमआईएम प्रयागराज के सैंकड़ों कार्यकर्ताओं ने आज यानी मंगलवार को सामूहिक इस्तीफा ( mass resignation) देने का ऐलान किया है। पार्टी के जिला और महानगर के पदाधिकारियों ने आलाकमान से नाराज होकर यह कदम उठाया है।
जानकारी के मुताबिक, जिला कमेटी और महानगर कमेटी के 250 से अधिक पदाधिकारी और कार्यकर्ता मंगलवार शाम चार बजे दाराशाह अजमल स्थित नगर कार्यालय में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी को सामूहिक त्यागपत्र सौंपेंगे।
पार्टी आलाकमान से नाराज होकर दे रहें इस्तीफा
10 जून को नूपुर शर्मा के विवादित बयान को लेकर प्रयागराज में जुमे की नमाज के बाद हुई जबरदस्त हिंसा में कई एआईएमआईएम नेताओं पर मुकदमा दर्ज किया गया है। पार्टी के प्रयागराज जिलाध्यक्ष मोहम्मद शाह आलम को अटाला प्रकरण में आरोपी बनाया गया है। पुलिस की इस कार्रवाई पर पार्टी के प्रदेश और राष्ट्रीय नेतृत्व की चुप्पी पर स्थानीय नेताओं में भारी रोष है। पार्टी के जिला मुख्य महासचिव फैसल वारसी ने कहा कि उनकी तरफ से प्रदेश अध्यक्ष शौकत अली एवं पूर्वांचल अध्यक्ष इरफान मलिक से कई बार निवेदन किया गया कि वह प्रयागराज जिलाध्यक्ष शाह आलम के लिए आवाज उठाएं, मगर उनकी ओर इसे गंभीरता से नहीं लिया गया।
जिला अध्यक्ष शाह आलम पूरी तरह से निर्दोष हैं, उन्हें इस प्रकरण में जबरदस्ती फंसाया गया है। अटाला मामले में उनका दूर – दूर तक कोई हाथ नहीं था। वे हमेशा से समाज में शांति और भाईचारे के पक्षधर रहे हैं। प्रयागराज जिले के नेताओं और कार्यकर्ताओं में पार्टी नेतृत्व की चुप्पी को लेकर काफी आक्रोश है। इसी को लेकर 250-300 पदाधिकारियों ने सामूहिक त्यागपत्र देने का निर्णय लिया है। बता दें कि एआईएमआईएम शाह आलम और जीशान रहमानी के खिलाफ गैर – जमानती वारंट जारी है। दोनों फरार हैं, दोनों पर 25-25 हजार रूपये का इनाम भी घोषित किया गया है।
दरअसल ओवैसी को इससे पहले बिहार में झटका लग चुका है। पार्टी के पांच में से चार विधायक राजद में शामिल हो चुके हैं। ऐसे में बिहार के बाद अब यूपी में पार्टी के अंदर बगावत असदुद्दीन ओवैसी के लिए एक बड़ा झटका है।