×

TRENDING TAGS :

Aaj Ka Rashifal

बुज़ुर्ग उत्सव में मौका मिला तो बाहर निकल आया सबका दबा हुनर

राम केवी
Published on: 6 Jan 2020 9:36 PM IST
बुज़ुर्ग उत्सव में मौका मिला तो बाहर निकल आया सबका दबा हुनर
X

लखनऊ। राजधानी की संस्था आशा वेलफेयर फाउंडेशन ने बुज़ुर्ग उत्सव भाग दो का आयोजन सरोजिनीनगर स्थित सार्वजनिक शिक्षोनयन संस्थान के वृद्धाश्रम में किया। वृद्धाश्रम में रह रहे बुज़ुर्गों ने जमकर इस आयोजन का आनंद लिया। आयोजन में वृद्धाश्रम में अपने घर से कोसों दूर रह रहे बुज़ुर्गों के लिए गेम्स, गीत, संगीत, कॉमेडी से भरपूर कार्यक्रमों का समावेश किया गया। बुज़ुर्गों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए उन्हें फ्रूट चाट का नाश्ता दिया गया, जिसमें सेब, केला, अंगूर, पपीता इत्यादि आइटम थे।

इसे भी पढ़ें

“आओ साथ चले हम भी” में नेत्रहीन और बुजुर्गो ने किया रैंप-वॉक, देखें तस्वीरें

संस्था के उपाध्यक्ष बृजेन्द्र बहादुर मौर्य ने बुज़ुर्गों के समक्ष तेरी भोली मुस्कानों ने मुझे बाबुल बना दिया गीत से शुरुआत करके कई पुराने गीतों को गाया। रिदम डांस फैक्ट्री के सागर शान ने यूपी वाला ठुमका लगाऊँ पर नृत्य करके बुज़ुर्गों को खुश होने पर मजबूर कर दिया। वागीशा पन्त ने पंजाबी गाने पर एवं आद्यान्शी कपूर ने बुज़ुर्गों के समक्ष प्रस्तुतियां दीं।

बुजुर्गों को गेम्स भी करवाए गए

दिव्य संस्कृति म्यूजिक स्कूल की तरफ से बुज़ुर्गो को गेम्स करवाये गए।अंजली फ़िल्म प्रोडक्शन से प्रोडक्शन हेड एवं सोशल एक्टिविस्ट अंजली पांडेय ने अपने जन्मदिन के मौके पर बुज़ुर्गों के आशीर्वाद के साथ केक काटकर खुशियां मनाई।इसी दौरान प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले छात्र छात्राओं करने वाले दल को उनके वृद्धाश्रम में सेवा के फलस्वरूप सिटीसीएस एवं अंजली फ़िल्म प्रोडक्शन की ओर से सर्टिफिकेट भी प्रदान किये गए।

इसे भी पढ़ें

‘मोटिवेजर्स गाट टैलेंट’ में बुजुर्गों की अनोखी और दिलचस्प प्रस्तुति

संस्था की अर्चना सिंह ने बताया कि बुज़ुर्ग उत्सव वृद्धाश्रम में निवास कर रहे निराश्रित बुज़ुर्गों को समर्पित कार्यक्रम है, जो दो महीने के अंतराल पर राजधानी के प्रत्येक वृद्धाश्रम में करना प्रस्तावित है। संस्था की सचिव ज्योति मेहरोत्रा ने बताया कि प्रत्येक बुज़ुर्ग उत्सव एक थीम पर आधारित किया जाता है और इस बार की थीम मस्ती विद फ्रूट चाट पर थी। वृद्धाश्रम में रहने वाले प्रत्येक बुज़ुर्ग को पारिवारिक महौल मिलता है तो उनकी खुशी देखते ही बनती है और यह दिखा।



\
राम केवी

राम केवी

Next Story