×

Umesh Pal murder case : बरेली जेल में बंद अशरफ की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से हो सकती है पेशी, खाली हाथ लौटी प्रयागराज पुलिस

Umesh Pal murder case: उमेश पाल मर्डर केस में माफिया अतीक अहमद के भाई अशरफ को भी साजिश रचने का आरोपी बनाया गया है। इसी कड़ी में प्रयागराज पुलिस टीम वारंट लेकर बरेली जेल गई थी। लेकिन, उसे खाली हाथ लौटना पड़ा।

Aman Kumar Singh
Published on: 1 April 2023 4:54 PM GMT (Updated on: 1 April 2023 6:17 PM GMT)
Umesh Pal murder case : बरेली जेल में बंद अशरफ की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से हो सकती है पेशी, खाली हाथ लौटी प्रयागराज पुलिस
X
अशरफ (Social Media)

Umesh Pal murder case: उमेश पाल मर्डर केस में आरोपी अशरफ की पेशी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये हो सकती है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, माफिया अतीक अहमद के भाई अशरफ को लेने बरेली आई प्रयागराज पुलिस (Prayagraj Police) की टीम को शनिवार (01 अप्रैल) दोपहर खाली हाथ वापस लौटना पड़ा। दूसरी तरफ, वकील के साथ बरेली पहुंचीं अशरफ की पत्नी और बहन ने उसकी जान को खतरा बताया। अशरफ की पत्नी बोलीं, वो उमेश पाल मर्डर केस की जांच CBI से कराने की मांग मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से करेंगी।

आपको बता दें, उमेश पाल हत्याकांड (Umesh Pal murder case) मामले में अशरफ का नाम भी साजिशकर्ता में है। वो इस मामले में आरोपी बनाया गया है। इस सिलसिले में अशरफ को प्रयागराज ले जाकर उससे पूछताछ की तैयारी की गई थी। प्रयागराज पुलिस की एक टीम शुक्रवार को बरेली आई भी थी, मगर उसे लौटना पड़ा। प्रयागराज पुलिस के पीछे-पीछे अशरफ के वकील विजय मिश्रा, बहन आयशा और पत्नी जैनब भी बरेली पहुंची थीं।

अशरफ ने CJM कोर्ट में दी याचिका

माफिया अतीक अहमद के भाई अशरफ ने 01 अप्रैल को सीजेएम कोर्ट में याचिका दाखिल की है। जिसमें सुरक्षा की गुहार लगाई गई है। याचिका में 21 मार्च को इलाहाबाद हाईकोर्ट की ओर से दिए दिशा निर्देशों के अनुपालन की मांग की गई। सीजेएम कोर्ट ने सुनवाई करते हुए पुलिस कमिश्नर को निर्देशों का अनुपालन का निर्देश दिया।

परिजनों को अशरफ की जान का खतरा

दरअसल, अशरफ के परिजनों ने उसकी जान को खतरा बताया था। खतरे की वजह से ही अशरफ को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कोर्ट में पेश किया जा सकता है। पुलिस रिमांड मिलने पर ही अब उसे प्रयागराज पुलिस ले जा पाएगी।

बी वारंट लेकर पहुंची थी प्रयागराज पुलिस

आपको बता दें कि, प्रयागराज पुलिस (Prayagraj Police) ने अदालत से अशरफ का बी वारंट लिया था। इसके बाद प्रयागराज पुलिस ने बरेली जिला जेल (केंद्रीय जेल-2) पहुंचकर जेल अधीक्षक राजीव शुक्ला से मुलाकात की थी। उसे यहां से प्रयागराज ले जाने की तैयारी थी। लेकिन, खाली हाथ ही प्रयागराज पुलिस को लौटना पड़ा।

अशरफ ने पुलिस अधिकारी पर लगाया धमकी का आरोप

न्यायिक रिमांड (Judicial Remand) मंजूर होते ही पुलिस उमेश पाल हत्याकांड में पूछताछ के लिए अशरफ का कस्टडी रिमांड मांग सकती है। माना जा रहा है, पुलिस पूर्व विधायक अशरफ का 14 दिनों की कस्टडी रिमांड मांग सकती है। प्रयागराज पुलिस (Prayagraj Police) ने अशरफ को बरेली जेल से लाने के लिए प्रयागराज की सीजेएम कोर्ट से 28 मार्च को ही आदेश प्राप्त कर लिया था। अशरफ ने प्रयागराज से बरेली जेल जाते वक्त कहा था कि, पुलिस के एक अधिकारी ने दो हफ्ते में वापस यहां बुलाकर मारने की धमकी दी है।

मुख्तार अंसारी और अफजाल पर कोर्ट का फैसला सुरक्षित
गाजीपुर की एमपी एमएलए कोर्ट में मुख्तार अंसारी और बहुजन समाज पार्टी (BSP) सांसद अफजाल अंसारी के खिलाफ गैंगस्टर मामले बहस पूरी हो चुकी है। अदालत ने शनिवार (01 अप्रैल) को अपना फैसला सुरक्षित रख लिया है। 15 अप्रैल को कोर्ट फैसला सुनाएगी। आपको बता दें ये मामला कृष्णानन्द राय हत्याकांड (Krishnanand Rai murder case) और नंदकिशोर रूंगटा अपहरण व हत्याकांड से जुड़ा है।

Aman Kumar Singh

Aman Kumar Singh

Next Story