TRENDING TAGS :

Aaj Ka Rashifal

Atiq Ahmed: अतीक का खाता और नोएडा की मन्नत कोठी कनेक्शन, पुलिस ने फिर लिया एक्शन

Atiq Ahmed: अतीक ट्रेडर्स के नाम से खोले गए खाते में लाखों रुपए का लेनदेन हुआ था, जो स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) में हुआ था। पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है।

Aakanksha Dixit
Published on: 6 Feb 2024 3:02 PM IST
India News
X

Atiq Ahmed source: social media 

Atiq Ahmed: माफियाअतीक अहमद ने 'अतीक ट्रेडर्स' नाम के एक बैंक खाते में आई रकम से ग्रेटर नोएडा स्थित मन्नत कोठी खरीदी थी। अतीक ट्रेडर्स के नाम से खोले गए खाते में लाखों रुपए का लेनदेन हुआ था। ये खाता स्टेट बैंक ऑफ इंडिया यानी एसबीआई बैंक का है। पुलिस द्वारा छानबीन के दौरान मिली जानकारी के अनुसार इस मामले में अब उन लोगों पर जांच शुरू की है, जिन्होंने इस खाते से लेन-देन किया है।

बैंक खाते में अनियमित लेनदेन

सूत्रों का कहना है कि माफिया अतीक ने बैंक में अतीक ट्रेडर्स के नाम से खाता खुलवाया था और इस खाते में वर्ष 2014 में 55 लाख रुपये का ट्रांजेक्शन हुआ था। पुलिस द्वारा की गई जांच में पता चला कि इस खाते में वर्षों से नकदी जमा की जाती रही है, और आयकर विभाग से कंपनी के आयकर रिटर्न की जांच कराई गई, जिससे पता चला कि वर्ष 1990 से बाद के वर्षों तक कोई रिटर्न दाखिल नहीं किया गया है।

कौन जमा कर रहा पैसा?

कंपनी को आईटीआर शून्य होने के आधार पर फर्जी माना गया है। इस मामले में पुलिस द्वारा जांच जारी है ताकि बैंक खाते में पैसा जमा करने वाले व्यक्ति की पहचान की जा सके, और यह भी देखा जा सके कि वे पीड़ित हैं या माफिया के करीबी हैं।

बैंक खाते में जमा पैसे की छानबीन तेज़

अतीक ट्रेडर्स खाते में पैसा जमा करने वालों की पूरी सूची तैयार की गई है, और उनके एकाउंट के आधार पर छानबीन आगे बढ़ाई जा रही है। हाल ही में पुलिस कमिश्नर कोर्ट ने करीब चार करोड़ रुपये की मन्नत कोठी को गैंगस्टर एक्ट के तहत कुर्क करने का आदेश दिया। पुलिस द्वारा जांच के दौरान पता चला कि कोठी को अपराध से अर्जित पैसे से खरीदने के बिंदु पर जांच की जा रही, जिससे अतीक ट्रेडर्स नाम के बैंक खाते का पता चला। पुलिस जल्द ही मन्नत कोठी को कुर्क करने की कार्रवाई करेगी।



\
Aakanksha Dixit

Aakanksha Dixit

Content Writer

नमस्कार मेरा नाम आकांक्षा दीक्षित है। मैं हिंदी कंटेंट राइटर हूं। लेखन की इस दुनिया में मैने वर्ष २०२० में कदम रखा था। लेखन के साथ मैं कविताएं भी लिखती हूं।

Next Story