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औरैया:धान बिक्री का भुगतान नहीं होने पर किसान परेशान, लगा रहे गुहार
जनपद के विकास खंड भाग्यनगर क्षेत्र के ग्राम नया पुरवा निवासी किसान ने करीब 4 माह पूर्व नेफेड क्रय केंद्र में अपने धान..
औरैया: जनपद के विकास खंड भाग्यनगर क्षेत्र के ग्राम नया पुरवा निवासी किसान ने करीब 4 माह पूर्व नेफेड क्रय केंद्र में अपने धान उपज की बिक्री की थी। जिसका भुगतान अभी तक नहीं हो सका है। किसान का कहना है कि भुगतान नहीं होने से उसके सामने समस्या खड़ी हो चुकी हैं। आपको बताते चलें कि विगत तहसील दिवस में भी तकरीबन आधा दर्जन किसानों ने धान बिक्री का भुगतान नहीं होने से संबंधित शिकायती प्रार्थना पत्र दिए थे।
क्षेत्र के ग्राम नया पुरवा निवासी ज्ञान सिंह ने नेफेड क्रय केंद्र मंडी समिति को धान बिक्री किया था
क्षेत्र के ग्राम नया पुरवा निवासी ज्ञान सिंह ने नेफेड क्रय केंद्र मंडी समिति को धान बिक्री किया था। उसका भुगतान आज तक नहीं हो पाया। जबकि 72 घंटे में भुगतान कराए जाने का मुख्यमंत्री का आदेश था। धान बिक्री होने के बाद 94 हजार रुपए से अधिक का भुगतान होना है लेकिन भुगतान नहीं हो पाया। कृषक ज्ञान सिंह ने बताया विद्युत विभाग वाले व सोसाइटी वाले कर्ज लेने आ रहे हैं बच्चों को पढ़ाई के लिए पैसा चाहिए नहीं हो पा रहा है। बीमारी में पैसा चाहिए मगर भुगतान नहीं हो पा रहा। अब वह कैसे जीवन यापन करें। उन्होंने बताया यदि समय से उनका शीघ्र भुगतान न कराया गया तो वह आमरण अनशन करने के लिए बाध्य होगे।
जिलाधिकारी और अन्य अधिकारियों को जानकारी दी जा चुकी है
इस संबंध में मुख्यमंत्री, जिलाधिकारी और अन्य अधिकारियों को जानकारी दी जा चुकी है। इसके बावजूद उनकी समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा है। ज्ञान सिंह ने बताया कि वह कृषक का कार्य भी अच्छे तरीके से नहीं कर पा रहे है। मजबूरी बस खेती बर्बाद हो रही है। वही घर बर्बाद हो रहा है। मुख्यमंत्री के आदेशों का संज्ञान लेते हुए जिलाधिकारी व कृषि अधिकारी शीघ्र भुगतान कर समस्या का समाधान करें।
अर्थाभाव में यदि कोई घटना घटित होती है तो इसके लिए शासन व प्रशासन जिम्मेदार होगा। आगे कहा कि उन्होंने माह नवंबर 2020 में अपना धान उपरोक्त क्रय केंद्र पर बेचा था। चार माह बीत चुके है अभी तक उनके धान का भुगतान नहीं हो सका है। जिसके चलते वह एवं उनका परिवार विषम परिस्थितियों में फंसा हुआ है। उन्होंने प्रशासन से अतिशीघ्र धान बिक्री का भुगतान कराए जाने की गुहार लगाई है। आपको बताते चलें कि विगत तहसील दिवस के अवसर पर आधा दर्जन किसानों ने धान बिक्री का भुगतान कराए जाने के लिए शिकायती प्रार्थना पत्र दिए थे।
रिपोर्ट- प्रवेश चतुर्वेदी