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Auraiya News : यूपी में उठी शराब बंदी की मांग, संयुक्त मोर्चा ने मुख्यमंत्री को भेजा ज्ञापन
Auraiya News:राष्ट्रीय शराब बंदी संयुक्त मोर्चा ने मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन जिला अधिकारी के पद प्रभारी को सौपा है।
Auraiya News : लगातार जहरीली शराब से मरने वालों की संख्या में इजाफा होता जा रहा है और सरकार द्वारा इस पर कोई भी कानून नहीं बनाया जा रहा है। इस संबंध में सोमवार को राष्ट्रीय शराब बंदी संयुक्त मोर्चा (National Alcoholics United Front) ने मुख्यमंत्री (Chief Minister) को संबोधित एक ज्ञापन जिला अधिकारी के पद नेम कार्यालय प्रभारी को सौपा है।
राष्ट्रीय शराब बंदी संयुक्त मोर्चा (National Liquor Prohibition United Front) विगत कई वर्षों से अपराध और दुर्घटनाओं की जननी शराब को उत्तर प्रदेश में पूर्ण प्रतिबंधित कराने को कानून बनाने की मांग करती आ रही है। विगत 6 वर्षों से उत्तर प्रदेश के कई जिलों में शराब की वजह से सैकड़ों लोगों की जान जा चुकी है। अभी हाल ही में अलीगढ़ घटना में सैकड़ों लोगों की जान शराब की वजह से जा चुकी है। प्रदेश में शराब माफिया अपना समानांतर गोरख धंधा चला रहे हैं जिनको राजनीतिक संरक्षण प्राप्त है।
इस संबंध में लोक समिति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुल्तान सिंह (National President Sultan Singh) ने प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) से प्रदेश में पूर्ण शराबबंदी को लेकर कानून बनाने की मांग की है। उन्होंने इसके लिए पांच सूत्रीय मांगों का एक ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा।
जिसमें उन्होंने मांग की कि राज्य में निर्दोष गरीबों के परिवारों को बचाने के लिए शराब बंदी लागू करें। अलीगढ़ में घटी घटना की न्यायिक जांच कराकर दोषियों को कठोर दंड दिया जाए। अलीगढ़ समेत प्रदेश के अन्य जिलों उन्नाव, अलीगंज, सहारनपुर, कानपुर, बाराबंकी में शराब से मरने वालों की संख्या बताई जाए। इसके अलावा प्रदेश भर में वैध अवैध रूप से चल रहे सभी शराब खानों को बंद किया जाए, अलीगढ़ की शराब घटना में मारे गए प्रत्येक मृतक को 10-10 लाख रुपया मुआवजा दिया जाए। ज्ञापन सौंपने वालों में लोक समिति के जिला प्रभारी मनमोहन सिंह सेंगर, जिला अध्यक्ष लाखन सिंह कुशवाहा, जिलेदार सिंह दोहरे, महेंद्र प्रताप सिंह यादव, मनोज पाल आदि मौजूद रहे।