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UP News: बाबा खेत में घेर कर, पिता हाथ-पैर बांधकर तो चाचा कमरे में बंद कर करता था नाबालिग से दुष्कर्म
UP News:जब नाबालिग को गर्भ ठहर गया तो दो दरिंदों ने उसे मारने की योजना बना ली लेकिन गनीमत यह रही कि इसी दौरान मासूम अपनी मौसी के पास चली गई।
UP News: आज महिलाएं और लड़किया अपने घरों में भी सुरक्षित नहीं हैं। यूपी के औरैया जिले के बिधूना से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। एक नाबालिग से उसके बाबा, पिता और चाचा एक साल से हैवानियत कर रहे थे। जब नाबालिग ने इस बारे में चाची और दादी को बताया तो वे भी चुप्पी साध बैठ गए। इस दौरान नाबालिग लड़की के मौसी को इस हैरान कर देने वाली घटना के बारे में पता चला तो उन्होंने बड़ा कदम उठाया। मौसी ने आरोप लगाया है कि गर्भवती होने पर चाची ने दवा देकर गर्भपात की सलाह दी थी। यही नहीं यहां तक की तीनों आरोपी नाबालिग की हत्या की साजिश भी रच रहे थे। इन दरिंदों की क्रूरता की हद देखिए कि बाबा खेत में पौत्री को दबोचता था, पिता हाथ-पैर बांधकर हैवानियत करता और चाचा कमरे में बंद करके उसके साथ दुष्कर्म करता था। जबकि घर में नाबालिग की दादी और चाची भी हैं।
14 साल की नाबालिग ने बिधूना थाने में बाबा, पिता और चाचा पर दुष्कर्म करने की रिपोर्ट दर्ज कराई है। इसमें पीड़िता के दो माह के गर्भ से हो जाने की बात ने सभी को झकझोर कर रख दिया है। नाबालिग के साथ दूसरी मां के तौर पर उसके साथ मौसी खड़ी नजर आईं।
नाबालिग के बाबा, पिता और चाचा की हैवानियत केवल नबालिग बेटी तक की सीमित नहीं थी। उन दरिंदों द्वारा नाबालिग की मां को भी यातनाएं देने की बात सामने आ रही है। मौसी ने बताया कि नाबालिग की मां को ससुरालीजनों ने बहुत परेशान किया था। इससे आजीज आ कर दस साल पहले वह बेटे और बेटी को लेकर दिल्ली चली गई थी। लेकिन हैंरान करने वाली बात यह रही कि रिश्तेदारों से लेकर किसी सगे संबंधी ने भी इस मामले में हस्तक्षेप करने की हिम्मत नहीं जुटाई।
मां के साथ भी करते थे हैवानियत
चार साल पहले नाबालिग के पिता और उसके घर वाले नाबालिग व उसके बड़े भाई को दिल्ली से घर ले आए। इन हैवानों के क्रूरता की हद देखिए कि बाबा खेत में पौत्री को दबोचता था। पिता हाथ-पैर बांधकर हैवानियत करता और चाचा कमरे में बंद करके नाबालिग से दुष्कर्म करता था। जबकि घर में नाबालिग की दादी और चाची भी रहती हैं। रिपोर्ट में बताया गया है कि नाबालिग पिछले एक साल से हैवानियत की शिकार थी। नाबालिग ने अपनी व्यथा दादी और चाची को भी बताई लेकिन वह भी कुछ भी नहीं बोलीं और चुप्पी साध लीं। हद तो तब हो गई जब नाबालिग के गर्भवती होने पर चाची दवा देकर गर्भपात कराने की सलाह दे रही थी। वहीं दरिंदे बाबा, पिता और चाचा ने नाबालिग के गर्भवती हो जाने पर उसे जान से मारने की साजिश भी रची लेकिन, वह समय रहते अपनी मौसी के पास जा पहुंची।
मौसी के मुताबिक 22 दिसंबर को वह उसके पास आई और उसने उन्हें आप बीती सुनाई। मौसी ने बताया कि नाबालिग का बड़ा भाई चंडीगढ़ में पत्थर फैक्टरी में काम करने गया था। जानकारी होने पर अब वह लौट आया है। वह दादी-चाची के पास है।
स्कूल भी नहीं जाने दिया
पीड़िता की मौसी ने बताया कि ग्राम पंचायत में ही परिषदीय स्कूल है। इन लोगों ने नाबालिग का स्कूल में एडमिशन तो कक्षा चार में करा दिया, लेकिन कभी भी स्कूल जाने नहीं दिया। क्यों कि दरिंदों को डर था कि अगर पीड़िता बाहर जाएगी और किसी बाहरी व्यक्ति से बात करती तो इनके द्वारा किए जा रहे हैवानियत का राज खुल जाता।
नाबालिग की मां का निधन हुआ तो शव लेने तक नहीं गए
नाबालिग की मौसी ने बताया कि उसकी बहन दिल्ली में 10 साल से रह रही थी। डेढ़ माह पहले उसका दिल्ली में ही निधन हो गया था। पुलिस ने निधन की सूचना परिजनों को दी थी, लेकिन कोई भी उसका शव तक लेने नहीं गया। ऐसे में पुलिस ने नाबालिग की मां का लावारिश में अंतिम संस्कार कर दिया था।