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औरैया: आरक्षण प्रक्रिया पर ग्रामीणों ने दर्ज कराई आपत्ति, की ये मांग
बताया कि सन 1995 के बाद पहली बार उनकी ग्राम पंचायत के प्रधान पद की सीट शासनादेश द्वारा पिछड़ा वर्ग हुई थी।
औरैया : हाई कोर्ट के निर्देश पर दोबारा से आरक्षण प्रक्रिया को लागू किए जाने से जहां कुछ जगहों पर खुशी का माहौल है तो कुछ लोगों में मायूसी छा गई है। ऐसा ही एक मामला विकासखंड अछल्दा की ग्राम पंचायत चंद्रपुरा में देखने को मिला। जिसमें सोमवार को करीब आधा सैकड़ा ग्रामीणों ने आकर आपत्ति दर्ज कराते हुए जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा है। जिसमें उन्होंने सीट को परिवर्तन किए जाने की मांग की है।
पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित
अछल्दा विकासखंड की ग्राम पंचायत चंदपुरा की सीट पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित कराए जाने के लिए करीब आधा सैकड़ा ग्रामीण जिला मुख्यालय पहुंचे। यहां पर उन्होंने डीएम को शिकायती पत्र देकर आपत्ति जताई है।
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ग्राम प्रधान की सीट 1995 में सामान्य
डीएम को दिए शिकायती पत्र में ग्रामीणों ने बताया कि अछल्दा विकासखंड की ग्राम पंचायत चंदपुरा की ग्राम प्रधान की सीट 1995 में सामान्य थी। सन 2000 में सामान्य, सन 2005 में आरक्षित महिला, 2010 में अनुसूचित जाति महिला, 2015 में सामान्य रही है। उन्होंने बताया कि शासन के शासनादेश द्वारा सन 2020 में ग्राम पंचायत की प्रधान पद की सीट पिछड़ा वर्ग महिला की गई थी जो नवीन सूची के अनुसार अनुसूचित महिला हो गई है।
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शासनादेश द्वारा पिछड़ा वर्ग
बताया कि सन 1995 के बाद पहली बार उनकी ग्राम पंचायत के प्रधान पद की सीट शासनादेश द्वारा पिछड़ा वर्ग हुई थी। उक्त ग्राम पंचायत में सामान्य वर्ग के करीब तीन प्रतिशत, पिछड़ा वर्ग के करीब 63 प्रतिशत व अनुसूचित जाति के करीब 34 प्रतिशत मतदाता है।
ऐसी स्थिति में पूर्व में सन 1995 में सीट की स्थिति व मतदाताओं की संख्या को दृष्टिगत रखते हुए ग्राम प्रधान की सीट को पिछड़ा वर्ग रहने दिया जाएगा। ज्ञापन देने वालों में अमर सिंह, महावीर, अशोक कुमार के अलावा आधा सैकड़ा ग्रामीण शामिल रहे।
रिपोर्ट प्रवेश चतुर्वेदी