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फाइल दर फाइल खुल रही नोएडा प्राधिकरण की पोल, मंत्री कर रहे समीक्षा
नोएडा : नोएडा प्राधिकरण की कार्यशैली व परियोजना बिल्डर-बायर्स की समस्याओं को लेकर औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना अधिकारियों के साथ बैठक कर रहे हैं। अलग-अलग विभागों से बैठकों का दौरा जारी है। सुबह 10 बजे शुरू हुआ यह दौर शाम छह बजे तक चलेगा।
इस दौरान क्रेडाई व निवेशकों के साथ बैठक में निवेशकों द्वारा औद्योगिक मंत्री के छह साल से पजेशन नहीं मिलने की समस्या से अवगत कराया गया। साथ ही प्राधिकरण व बिल्डर की साठगांठ की पोल भी खोली। निवेशकों ने शासन स्तर पर कमेटी बनाकर रेरा लागू करने की मांग की। साथ ही बिल्डर द्वारा वसूल की जा रही अतरिक्त रकम का हवाला भी दिया।
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कई परियोजनाओं के निरस्त होने का खतरा
औद्योगिक विकास मंत्री पांच करोड़ रुपए से ज्यादा की रकम वाले परियोजना की समीक्षा कर रहे हैं। ऐसे में मंत्री ने कहा कि जिन परियोजना का 50 से 70 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है। वह परियोजनाएं निरंतर रूप से चलती रहेंगी। फिजूलखर्ची बिल्कुल भी नहीं होगी। जिन परियोजनाओं की जरूरत है सिर्फ वहीं चलेंगी। ऐसे में जो परियोजना सिर्फ कागज पर बन चुकी है और धरातल पर नहीं उतरी हैं। उन परियोजना को निरस्त व उनके बजट में कास्टकटिंग की जा सकती है।
फिजूल खर्ची को लेकर दो परियोजना का होगा रिव्यू
सतीश महाना ने स्पष्ट कहा कि सेक्टर-39 में निर्माणाधीन अस्पताल व सेक्टर-96 में प्राधिकरण का दो ब्लाकों में पहला ब्लाक आठ मंजिल व दूसरा ब्लाक 18 मंजिल का बनाया जा रहा है। जबकि आठ फ्लोर का बनाया जा रहे सरकारी अस्पताल के बजट का रिव्यू किया जाए, साथ ही इन परियोजना की पूरी समीक्षा की जाए। इनके बजट को कम व परियोजना में बदलाव किया जा सकता है।
भूखंडों को लेकर जारी समीक्षा
प्राधिकरण द्वारा गत शासन काल से अब कितनी आवासीय, औद्योगिक व कमर्शियल भूखंड स्कीम लागई गई, व कितनी लाई जाने वाली है। इनकी पूरी जानकारी मंत्री के समक्ष रखी गई है। ऐसे में कई भूखंड स्कीम भी जांच के दायरे में है।
निवेशकों ने किया हंगामा
उधर, औद्योगिक विकास मंत्री द्वारा निवेशकों को मिलने का समय तय था। लेकिन ज्यादा संख्या में निवेशकों के पहुंचने के बाद पुलिस प्रशासन ने उन्हें अंदर नहीं जाने दिया। जिसके बाद उन्होंने प्राधिकरण गेट पर हंगामा करना शुरू कर दिया। प्रशासन ने कहा कि सिर्फ बायर्स एसोसिएशन ही बात कर सकता है। फिलहाल निवेशक गेट के बाहर अपनी बारी का इंतजार कर रहे है।