Ambedkar Nagar News: होमगार्ड कार्यालय में बड़ा फर्जीवाड़ा, प्रताड़ित होमगार्ड ने की जांच की मांग

Ambedkar Nagar News: अम्बेडकरनगर जिले में होमगार्ड कार्यालय भ्रष्टाचार के नए-नए कीर्तिमान बना रहा है।

Manish Mishra
Report Manish MishraPublished By Divyanshu Rao
Published on: 14 July 2021 8:36 AM GMT
Ambedkar Nagar News: होमगार्ड कार्यालय में बड़ा फर्जीवाड़ा, प्रताड़ित होमगार्ड ने की जांच की मांग
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फर्जीवाड़े की प्रतीकात्मक फोटो-सोशल मीडिया

Ambedkar Nagar News:उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में अम्बेडकरनगर (Ambedkar Nagar) जिले में होमगार्ड कार्यालय भ्रष्टाचार के नए-नए कीर्तिमान बना रहा है। कुछ दिन पूर्व फर्जी (Fraud) मस्टररोल बनाकर किए गए लाखों रुपए के भुगतान के मामले में ब्लॉक स्तरीय कई कर्मचारियों पर कार्यवाही हो चुकी है, लेकिन इस विभाग में भ्रष्टाचार खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। विभागीय अधिकारियों ने भ्र्ष्टाचार करने का ऐसा रास्ता निकाला है जिसे पकड़ पाना आसान नहीं है।

स्वास्थ्य कर्मियों की मिलीभगत से होता है फर्जीवाड़ा

होमगार्ड विभाग के साथ-साथ स्वास्थ्य महकमे के कुछ कर्मचारियों की मिलीभगत से यह फर्जीवाड़ा काफी आसानी से फल फूल रहा है। होमगार्ड विभाग में कार्यरत कोई जवान यदि विकलांगता का शिकार हो जाता है तो उसके आश्रित को नौकरी में रखे जाने का प्रावधान है। साथ ही उसके इलाज के लिए भी होमगार्ड मुख्यालय से सहायता राशि प्रदान की जाती है। इसी व्यवस्था की आड़ लेकर होमगार्ड विभाग के अधिकारी भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने में लगे हुए हैं।

फर्जीवाड़े की प्रतीकात्मक फोटो-सोशल मीडिया

होमगार्ड कमांडेंट महेंद्र यादव फर्जीवाड़े के मास्टर माइंड

अंबेडकरनगर में कार्यरत होमगार्ड कमांडेंट महेंद्र यादव इस पूरे खेल में काफी माहिर माने जाते हैं। अपने विभाग के ही अधीनस्थ कर्मचारियों की मदद से वह विकलांगता की आड़ में खूब खेल, खेल रहे हैं। जानकारी के अनुसार ऐसे लोगों को मोहरा बनाया जाता है जिनकी सेवानिवृत्त (Retirement) का समय काफी कम होता है। कुछ माह पूर्व ही महरुआ थाना क्षेत्र के नरसिंहदासपुर निवासी हौसला प्रसाद शर्मा को विकलांग बताकर सेवानिवृत्ति प्रदान कर दी गई। जिस समय उनको सेवानिवृत्ति प्रदान की गई उस समय उनका सेवाकाल केवल 1 माह 18 दिन बचा हुआ था।

फर्जी विकलांगता प्रमाण पत्र बनवाकर दे दी जाती है सेवानिवृत्ति

मिली जानकारी के अनुसार स्वास्थ्य महकमे के कर्मचारियों की मिलीभगत से हौसला प्रसाद शर्मा का फर्जी विकलांगता प्रमाण पत्र बनाया गया जिसके आधार पर उन्हें सेवानिवृत्ति प्रदान कर दी गई। बाद में उनके स्थान पर उनके ही लड़के को नियुक्त करने का ताना-बाना बुना गया। जांच के उपरांत लड़के की ऊंचाई कम हो जाने पर अब उनकी जगह लड़की को होमगार्ड का जवान बनाने की प्रक्रिया शुरू की गई है।

प्रताड़ित होमगार्ज ने फर्जीवाड़े की से जांच की मांग की

ऐसा ही मामला होमगार्ड के जवान तिलकदेव यादव से भी संबंधित है। विभाग में चल रहे इस खेल से प्रताड़ित होमगार्ड के ही जवान ने पूरे मामले की शिकायत मुख्यमंत्री व जिलाधिकारी से करते हुए विभाग में हुए भ्रष्टाचार की जांच कराए जाने की मांग की है। इस सम्बंध में जब होमगार्ड कमांडेंट महेंद्र यादव से जानकारी चाही गई उन्होंने कार्यालय में ही कुछ बताने को कहा । हैरत की बात यह है कि जब सीएमओ कार्यालय में हौसिला प्रकाश शर्मा की विकलांगता से संबंधित मेडिकल बोर्ड के बारे में जानकारी लेने का प्रयास किया गया तो वहां से भी कोई जानकारी उपलब्ध नहीं हो सकी।

Divyanshu Rao

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