TRENDING TAGS :
Amethi News: एंबुलेंस चालकों को जबरन हटाने में लगा प्रशासन
जनपद में प्रशासन ने बर्बरता पूर्वक एंबुलेंस चालकों को धमकी देते हुए प्रदर्शन खत्म करने का असफल प्रयास किया।
Amethi News: जनपद में प्रशासन ने बर्बरता पूर्वक एंबुलेंस चालकों को धमकी देते हुए प्रदर्शन खत्म करने का असफल प्रयास किया। कई चालकों को पुलिस हिरासत में लेकर जेल भेजने की धमकी और वाहन की चाभी लेने का आरोप चालकों ने लगाया है। भारी बारिश और रात के अंधेरे में प्रदर्शनकारी और प्रशासन के बीच तीखी नोक झोंक जारी है।
अमेठी में एंबुलेंस चालकों के यूनियन द्वारा विगत 4 दिनों से चक्का जाम कर प्रदर्शन किया जा रहा है। एंबुलेंस न चलने से विभाग सहित प्रशासन की किरकिरी हो रही है। वहीं मरीजों को भी काफी दुश्वारियां झेलनी पड़ी। आज रात लगभग 8 बजे जिले के आला अधिकारी कंपनी के कर्मचारी के साथ पहुंचे और प्रदर्शन कर रहे चालकों से जबरजस्ती धमकाकर चाबी ले ली और 4 चालकों को पुलिस हिरासत में भेज दिया। फिलहाल अभी तक धरना प्रदर्शन खत्म नहीं हुआ है।
एंबुलेंस चालकों का धरना प्रदर्शन खत्म कराने के लिए देर शाम लगभग 8 बजे मुख्य चिकित्सा अधिकारी एडीएम प्रशासन पुलिस बल के साथ संयुक्त जिला चिकित्सालय के सामने प्रदर्शन स्थल पर पहुंचे उनके साथ कंपनी के कर्मचारी भी मौजूद थे।
चालक यूनियन के नेताओं और प्रशासन के बीच लगभग एक घंटे तक तीखी नोकझोंक चलती रही। यूनियन के नेता अपने आप को कोरोना वैरियर्स बताते हुए अपनी मांगों के लिए प्रशासन के सामने गिड़गिड़ाते रहे। प्रशासन ने उनकी एक भी न सुनी। चालक प्रेम कुमार ने बताया कि मुख्य चिकित्साअधिकारी, सीएमएस, सीओ, एडीएम व अन्य प्रशासन के लोग भारी संख्या में पुलिस बल के साथ आए और हम लोगों की चाभी जबरदस्ती ले लिए।
यह हम लोगों के साथ सरासर अन्याय है। हमारे साथी रमाशंकर सुभाष, शैलेंद्र, उदय भान को पुलिस पकड़ कर ले गई। उन्होंने कहा कि उचित निर्णय नहीं हुआ तो हम लोग हाईकोर्ट जाएंगे।इमरजेंसी मेडिकल टेक्नीशियन राजकुमार ने बताया कि हमारे कंपनी के प्रोग्राम मैनेजर सहित प्रशासन और पुलिस बल के साथ आए अधिकारी हम लोगों की चाबी जबरन ले लिए।
प्रशासन ने हम लोगों को नौकरी से निकालने जेल भेजने की धमकी देते हुए कहा कि काम नहीं करना है तो यहां से भाग जाओ। पुलिस ने भी हम लोगों का सहयोग करने के बजाए धमकी दे रही है। प्रदर्शन स्थल पर भारी बरसात के बीच अधिकांश चालक अपनी जान की परवाह किए बगैर डटे हुए हैं। वहीं प्रशासन 4 चालकों को लेकर चली गई है। अभी तक लुका छुपी का खेल चल रहा है। प्रदर्शन समाप्त नहीं हुआ है।