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Amethi News: विद्युत विभाग की बड़ी लापरवाही, लकड़ी के खंभे से दौड़ाई जा रही 11 हजार वोल्ट की Bijali
Amethi News: अमेठी जिले में ग्यारह हजार वोल्ट की मेन बिजली की सप्लाई लकड़ी के खंभे से दौड़ाई जा रही है।
Amethi News: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के अमेठी (Amethi) जिले से हैरान कर देने वाली तस्वीरें आ रही है। चौंकिए मत ग्यारह हजार वोल्ट की मेन लाइन की सप्लाई लकड़ी के खंभे से दौड़ाई जा रही है। बारिश के मौसम में जानलेवा विद्युत लाइन से कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। ग्रामीणों का आरोप है शिकायत के बाद कर्मचारी पैसे की मांग कर रहे है। मामले को लेकर ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है। तो वहीं विद्युत विभाग के आला अफसर इससे बेखबर हैं।
यह पूरा मामला उत्तर प्रदेश के अमेठी जिले का है। जहां विद्युत वितरण उप केंद्र दखिनवारा में लगभग एक माह पहले मेन लाइन का पोल टूट गया था। जिसके बाद विद्युत विभाग के कर्मचारियों ने लाइन चालू करने के लिए यूकेलिप्टस के पेड़ का पोल बनाकर जुगाड़ से लाइन चला दिए तब से अब तक विद्युत बोर्ड पोल बदलने की जहमत नहीं उठाया पाया है। ग्रामीणों ने बताया कि इसकी शिकायत कई बार विद्युत विभाग से की गई ।
रिश्वत न देने के चलते नही बदला गया पोल
जानकारी के मुताबित विद्युत कर्मचारी खंभे बदलने के लिए रुपए मांगते है। गांव के लोग चंदा नहीं दिए इसलिए बिजली का खंभा नहीं बदला गया। कोई जानवर कभी भी पोल को गिरा सकता है। जिससे बड़ी दुर्घटना हो सकती है। बड़ा सवाल यह है कि पावर हाउस से महज 300 मीटर दूर ही है। यह विद्युत पोल बिजली विभाग की नाकामियों को प्रदर्शित कर रहा है। फोटो में साफ दिख रहा है कि पोल के समीप तालाब है जिसमें पानी भरा हुआ है ऐसी स्थिति में किसी भी अधिकारी द्वारा मामले का संज्ञान ना लिया जाना विभाग की उदासीनता का उदाहरण है।
कभी भी हो सकता है हादसा
गौरतलब पहलू यह है कि खेती किसानी का मौसम है। आस पास के लोगों ने बताया कि वहीं अपने जानवर के साथ व खेतों में काम करते रहते हैं। ऐसी दशा में लकड़ी का खंभा टूट जाए तो कई लोग चपेट में आ सकते हैं। उसका जिम्मेदार कौन होगा। मामले को लेकर स्थानीय लोगों में आक्रोश व्याप्त है। जिसके बाद ग्रामीणों ने जिलाधकारी अरुण कुमार सहित विभाग के उच्चाधिकारियों से पोल बदलवा कर कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
अधीक्षण अभियंता राम प्रीत प्रसाद ने कहा जल्द दूर होगी समस्या
अधीक्षण अभियंता राम प्रीत प्रसाद वर्मा ने पूरे मामले में बताया कि प्रकरण संज्ञान में नहीं था। मीडिया के माध्यम से जानकारी मिली है। एसडीओ जगदीश पुर को निर्देशित कर दिया गया है। जल्द ही समस्या का निराकरण हो जायेगा। वहीं रिश्वत की बात को निराधार बताया। उन्होंने कहा कि इसकी जानकारी हमे नहीं है। शिकायत के लिए ऑनलाइन और मोबाइल दोनों विकल्प खुले है। शिकायत होगी तो निराकरण अवश्य होगा।