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Amethi News: भाजपा ने गरिमा सिंह का टिकट काटा, डॉ संजय सिंह बने नए प्रत्याशी

Amethi News: बीजेपी ने कल देर रात काफी मंथन के बाद अमेठी में प्रत्याशी की घोषणा कर दिया। भाजपा से वर्तमान विधायक गरिमा सिंह का टिकट पार्टी ने काट दिया है।

Surya Bhan Dwivedi
Report Surya Bhan DwivediPublished By Monika
Published on: 7 Feb 2022 4:29 AM GMT
Garima Singh-Dr. Sanjay Singh
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गरिमा सिंह-डा संजय सिंह (फोटो : सोशल मीडिया )

Amethi News: गांधी परिवार का गढ़ कहे जाने वाले अमेठी (Amethi) में बीजेपी (BJP) ने बड़ा दांव चल दिया है। बीजेपी ने वर्तमान विधायक गरिमा सिंह (Garima Singh) का टिकट काट कर उनके पति पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ संजय सिंह (Dr. Sanjay Singh) को प्रत्याशी बनाया है। डॉ संजय सिंह को तुरुप के पत्ते के रूप में चल कर भाजपा ने सभी को चौका दिया है। डॉ संजय सिंह के मैदान में आने से बीजेपी की राह आसान हो गई है। डा संजय सिंह अतीत में गांधी परिवार के सबसे करीबी और विश्वसनीय थे।

बीजेपी (BJP) ने कल देर रात काफी मंथन के बाद अमेठी (Amethi) में प्रत्याशी की घोषणा कर दिया। भाजपा से वर्तमान विधायक गरिमा सिंह (Garima Singh) का टिकट पार्टी ने काट दिया है। उनके स्थान पर उनके पति और देश के राजनीतिक में बड़े नेताओं में शुमार डॉक्टर संजय सिंह को बीजेपी ने प्रत्याशी बनाया है । फिलहाल भाजपा से अमेठी विधानसभा के लिए इनके पुत्र अनंत विक्रम सिंह ,बहू शांभवी सिंह के नाम की भी चर्चा बहुत तेजी से चल रही थी। इनके अतिरिक्त भाजपा नेता आशीष शुक्ला काशी प्रसाद तिवारी और रश्मि सिंह ने भी टिकट के लिए आवेदन किया था। शीर्ष नेतृत्व ने लंबी जद्दोजहद के बाद डॉक्टर संजय सिंह को उपयुक्त मानते हुए उनके नाम पर अंतिम मोहर लगा दी। डॉक्टर संजय इसके पूर्व कई चुनाव लड़ चुके हैं और विभिन्न विभागों के मंत्री भी रह चुके हैं। डा संजय सिंह के नाम की घोषणा होते ही अमेठी में खलबली मच गई।

डॉ संजय सिंह का राजनीतिक कैरियर (Sanjay Singh political career)

डॉ संजय सिंह ने कांग्रेस (congress) से अपने राजनीतिक कैरियर (Sanjay Singh political career) की शुरआत की थी । 1985 में भी डा संजय सिंह ने कांग्रेस से चुनाव जीत कर सदन पहुंचे। 1989 में भी अमेठी से विधायक चुने गए। 1989 में डा संजय सिंह ने पार्टी बदल कर जनता दल से विधान सभा का चुनाव लड़े।फिलहाल कांग्रेस के हरिचरण यादव से चुनाव हार गए।अस्सी के दश में डा संजय सिंह का राजनीति में सिक्का चलता था।गांधी परिवार के बेहद करीबी माने जाते थे।पूर्व प्रधान मंत्री इंदिरा गांधी के बेटे संजय गांधी से बहुत गहरी दोस्ती थी।तत्कालीन कांग्रेस सरकार में कई विभागों के मंत्री भी रह चुके हैं। डा संजय संजय सिंह राजनीतिक के मझे खिलाड़ी है।1998 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने संजय सिंह को टिकट दिया। डा संजय सिंह ने कांग्रेस के कैप्टन सतीश शर्मा को चुनाव हरा कर लोक सभा पहुंच गए। अगले साल हुए लोकसभा चुनाव में सोनिया गांधी ने अमेठी से पर्चा भरा और संजय सिंह को हार का सामना करना पड़ा था। डा संजय सिंह 2003 में एक बार फिर कांग्रेस में वापस लौटे। 2009 में उन्होंने कांग्रेस के टिकट से सुल्तानपुर से जीत हासिल की। बाद में कांग्रेस ने उन्हें राज्यसभा भेजा दिया। लेकिन कार्यकाल खत्म होने से पहले वह जुलाई 2019 में कांग्रेस का साथ छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गए।

अमेठी सीट से मैदान में उतरे डॉ संजय सिंह

अब बीजेपी ने विधानसभा चुनाव में अमेठी सीट से मैदान में उतार दिया है। समाजवादी पार्टी ने इस सीट से महाराज जी प्रजापति को चुनावी मैदान में उतारा है।महराजी प्रजापति सपा सरकार की चर्चित मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति की पत्नी है। बताना मुनासिब होगा कि गायत्री प्रसाद प्रजापति को गैंगरेप के मामले में कोर्ट ने आजीवन कारावास की सजा कर दिया है। गायत्री प्रजापति उपरोक्त मामले में सलाखों के पीछे हैं। समाजवादी पार्टी ने उनकी पत्नी को टिकट दिया है। महराजी प्रजापति विधानसभा क्षेत्र में अपने परिवार के साथ अमेठी की जनता से न्याय मांग रही हैं। लोगों के बीच में जाकर अपने पति को छुड़ाने के लिए लोगों से वोट की अपील कर रही हैं। वहीं बीजेपी ने अमेठी से डॉक्टर संजय सिंह के नाम पर मोहर लगाकर तुरुप का पत्ता फेंक दिया है। डॉक्टर डॉक्टर संजय सिंह की पकड़ अमेठी के सभी वर्ग के लोगों के बीच में है हर वर्ग के लोग डॉक्टर संजय सिंह को पसंद करते हैं अब इनके मैदान में आने से विपक्षी पार्टियों में खलबली मची हुई है।

फिलहाल कांग्रेस अभी तक अमेठी से अपने कैंडिडेट की घोषणा नहीं की है। राजनीतिक गलियारे में चर्चा है कि कांग्रेश बीजेपी की घोषणा का इंतजार कर रही थी जल्द ही कांग्रेसी उम्मीदवार घोषित कर सकती है।

Monika

Monika

Content Writer

पत्रकारिता के क्षेत्र में मुझे 4 सालों का अनुभव हैं. जिसमें मैंने मनोरंजन, लाइफस्टाइल से लेकर नेशनल और इंटरनेशनल ख़बरें लिखी. साथ ही साथ वायस ओवर का भी काम किया. मैंने बीए जर्नलिज्म के बाद MJMC किया है

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