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Mahant Nritya Gopal Das Latest News: महंत नृत्य गोपाल दास की हालत बिगड़ी, मेदांता में हो सकते हैं भर्ती

Mahant Nritya Gopal Das Latest News: श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास की तबीयत खराब हो गई है। उन्हें लखनऊ के मेदांता में भर्ती कराया जा सकता है।

NathBux Singh
Report NathBux SinghPublished By Chitra Singh
Published on: 3 Oct 2021 8:34 AM GMT (Updated on: 3 Oct 2021 8:40 AM GMT)
Nritya Gopal Das
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महंत नृत्य गोपाल दास (डिजाइन फोटो- सोशल मीडिया) 

Mahant Nritya Gopal Das Latest News: श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास की तबियत ख़राब हो गई है। जिला अस्पताल के डॉक्टरों की टीम ने महंत नृत्य गोपाल दास का मेडिकल चेकअप किया है। कल सुबह लखनऊ मेंदांता के प्रमुख डॉक्टरों का पैनल महंत नृत्य गोपाल दास का मेडिकल चेकअप करेगा। डॉक्टरों की राय के बाद मेंदांता में शिफ्ट किया जा सकता है।

जानकारी के मुताबिक महंत नृत्य गोपाल दास को खांसी अत्यधिक यूरिन डिस्चार्ज की शिकायत के बाद डॉक्टरों को सूचित किया गया था। महंत नृत्य गोपाल दास के ऑक्सीजन लेवल में भी उतार चढ़ाव हो रहा है। लखनऊ मेदांता के डायरेक्टर डॉ. राकेश कपूर भी अपनी टीम के साथ अयोध्या पहुंच रहे हैं। इसके बाद आगे का निर्णय लिया जाएगा।

महंत नृत्य गोपाल दास रामजन्म भूमि आंदोलन से शुरुआत से जुड़े रहे हैं। वह श्री राममंदिर जन्मभूमि तीर्थ ट्रस्ट के साथ ही श्री कृष्ण जन्मभूमि न्यास के भी अध्यक्ष हैं। बाबा परमहंस के बाद वही राममंदिर आंदोलन के सर्वे सर्वा रहे है। छह दिसंबर की घटना के पहले व बाद में भी वह कांग्रेस, सपा, बसपा सरकारों में उत्पीड़न के शिकार हुए हैं। इस समय राम मंदिर को भव्य स्वरूप देने के शिल्पी वह बने हुए हैं। महंत नृत्यगोपाल दास के नेतृत्व में ही राममंदिर के लिए पत्थर तराशे जाने का काम चला।

महंत नृत्य गोपाल दास (फाइल फोटो- सोशल मीडिया)

हम आपको बता दें कि महंत नृत्य गोपाल दास का जन्म 1938 में मथुरा में हुआ था इस समय वह लगभग 83 वर्ष के हैं। लोग बताते हैं कि वह 27 साल की उम्र में संन्यासी बन गए थे। बाद में उन्हें राम दास छावनी का पीठाधीश्वर बनाया गया। खास बात यह है कि महंत नृत्यगोपाल दास को जितना लगाव रामजन्मभूमि है उतना ही लगाव कृष्ण जन्मभूमि से भी है। शायद ऐसा मथुरा उनकी जन्मभूमि होने के कारण है। दशकों तक उन्होंने राम मंदिर आंदोलन के संरक्षक की भूमिका निभायी है।

गौरतलब है कि गत वर्ष उन्हें कोरोना हुआ था तब उन्हें मेदांता में भर्ती कराया गया था इस दौरान सांस लेने में दिक्कत के चलते उन्हें आक्सीजन पर रखा गया था। इसके बाद कोरोना से जंग तो वह जीत गए लेकिन उनका स्वास्थ्य शिथिल चल रहा है।

Chitra Singh

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