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UP Election 2022: अयोध्या की रुदौली विधानसभा सीट पर 'नवाब' का दबदबा, जानिए- 2022 के लिए अब्बास अली जैदी की क्या है तैयारी, उन्हीं की जुबानी

UP Election 2022: अयोध्या (Ayodhya Rudauli Assembly) से 40 किलोमीटर दूर रुदौली विधानसभा से नवाब खानदान से ताल्लुक रखने वाले अब्बास अली जैदी उर्फ रुश्दी मियां (ABBAS ALI ZAIDI URF RUSHDI MIYAN) का परचम लहराता था।

Rahul Singh Rajpoot
Published on: 14 Nov 2021 3:03 PM IST
UP Election 2022: अयोध्या की रुदौली विधानसभा सीट पर नवाब का दबदबा, जानिए- 2022 के लिए अब्बास अली जैदी की क्या है तैयारी, उन्हीं की जुबानी
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अब्बास अली जैदी। (Social Media)

UP Election 2022: धर्मनगरी अयोध्या (Ayodhya News) हिंदुओं की पावन नगरी है। लेकिन यहां के सियासतदान भी एक से बढ़कर एक रहे हैं। अयोध्या से 40 किलोमीटर दूर रुदौली विधानसभा (Ayodhya Rudauli Assembly पड़ती है। इस विधानसभा (Rudauli Assembly) में वैसे तो दलित और ओबीसी मतदाता (OBC Voter) की संख्या ज्यादा है। लेकिन दूसरे नंबर पर सबसे ज्यादा अल्पसंख्यक वोटर हैं। जो अगर एक साथ मिलकर किसी को अपना वोट दे दें तो उसकी जीत पक्की हो जाएगी। यहां पिछले दो चुनाव 2012-17 में भारतीय जनता पार्टी (BJP) का परचम लहराया है। उससे पहले नवाब खानदान से ताल्लुक रखने वाले अब्बास अली जैदी उर्फ रुश्दी मियां (ABBAS ALI ZAIDI URF RUSHDI MIYAN)का परचम लहराता था। एक बार फिर रुदौली (Rudauli Assembly) के 'नवाब' 2022 में सपा की साइकिल पर सवार होकर रेस जीतने निकल पड़े हैं। तो चलिए आपको बताते हैं इस बार रुश्दी मियां (Rushdie Mian) की क्या है तैयारी? कैसे वह भाजपा के विजय रथ (BJP Vijay Rath) को इस बार रोकेंगे?

बता दें कि अब्बास अली जैदी (Abbas Ali Zaidi) रुदौली विधानसभा (Ayodhya Rudauli Assembly) से सपा (Samajwadi Party) के टिकट पर दो बार विधायक रह चुके हैं। खानदानी तौर पर अब्बास अली जैदी उर्फ रुश्दी मियां (ABBAS ALI ZAIDI URF RUSHDI MIYAN) मशहूर जमींदार खानदान से ताल्लुक रखते हैं।


समाज सेवा इनके खानदानी व्यवहार में शामिल है। इनके दादा नब्बन अली नरौली गांव के मशहूर तालुकेदार थे। उस जमाने से ही इनके परिवार के द्वारा सामाजिक कार्यों में हिस्सा लिया जाता रहा है। वर्तमान में इनका परिवार रुदौली (rudauli assembly constituency) की मशहूर इरशाद मंजिल इमारत इमामबाड़ा और मस्जिद की देखरेख करता है। आज भी अब्बास अली जैदी (Abbas Ali Zaidi) उर्फ रुश्दी मियां (Rushdie Mian) के रहन-सहन में नवाबी अंदाज कायम है।

सवाल- आप दो बार विधायक रह चुके हैं, मिशन 2022 (2022 Uttar Pradesh Legislative Assembly election) को लेकर क्या तैयारी चल रही है?

अब्बास अली जैदी- देखिए 2022 (up election 2022 date में हम लोगों का प्राइम टारगेट हर वो वर्ग है जिस वर्ग ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर विश्वास किया, परन्तु सरकार से वो बहुत मायूस हुआ। अगर आप महंगाई की बात करेंगे तो सभी उससे परेशान हैं। लेकिन किसानों पर खास तौर पर हम लोग फोकस कर रहे हैं। हम लोग किसानों के बीच में और तेजी से अपना संपर्क बढ़ा रहे हैं। उनको बता रहे हैं और उन्हें इसका प्रमाण भी दे रहे हैं कि वह अखिलेश यादव की सरकार (Akhilesh Yadav Government) से इस सरकार की तुलना जरुर करें।

सवाल- अभी प्रत्याशी के नाम का एलान होना बाकी है, लेकिन आपको रुदौली से चुनाव लड़ना है यह लगभग पक्का है तो प्रचार कैसा चल रहा है?

अब्बास अली जैदी- देखिए मैं और हमारे कार्यकर्ता सुबह 9 बजे से रात 10 बजे तक क्षेत्र में रहकर चुनाव प्रचार कर रहे हैं। पार्टी की ओर से जो बूथ कमेटियां बनाई गई है, जो सेक्टर कमेटियां बनी हैं, उनके बीच हमारा जनसंपर्क पूरा हो चुका है। अब हम गांव-गांव घर-घर जाकर जनसंपर्क अभियान (public relations campaign) कर रहे हैं। प्रत्येक रविवार को अपने घर के दफ्तर पर सुबह 9 बजे से जब तक लोग रहते हैं उनकी समस्याएं सुनता हूं और उसे हर संभव निपटाने की कोशिश करता हूं। उसके बाद क्षेत्र में जाता हूं, इसके साथ ही अगर मैं कहीं बाहर हूं तो मोबाइल पर अपने क्षेत्र के लोगों के लिए हमेशा उपलब्ध रहता हूं।

सवाल- राजनीति में आने की प्रेरणा कहां से मिली और कब से सियासत शुरू की?

अब्बास अली जैदी- देखिए चुनाव की राजनीति में आने की पहले से कोई इच्छा नहीं थी। 1993 में समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के यूथ विंग से मैं जुड़ा। उस वक्त मैं लखनऊ विश्वविद्यालय (Lucknow University) से पढ़ाई कर रहा था। 1993 से सपा के यूथ विंग से जुड़कर आज तक सपा में रहकर जनता की सेवा कर रहा हूं। 1996 में मुझे गांव वापस आना पड़ा, मेरे दादाजी की तबीयत ज्यादा खराब रहने लगी थी और मेरे पिताजी तेहिजबुल हसन सऊदी अरब में थे। दादाजी का हाथ बंटाने और खेती संभालने के लिए गांव चला आया था। यहां आ करके मैंने देखा जो हमारे लोग थे, बुजुर्गों का जो प्यार मिला, यहां के लोगों ने जो सम्मान दिया उससे अभिभूत होकर मैं उनका बनकर रह गया।

सवाल- आप पहली बार चुनावी मैदान में कब उतरे?

अब्बास अली जैदी- गांव आने के बाद मैं अपने क्षेत्र की जनता की सेवा में लगा रहा। 2002 (UP Election 2022) में समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के टिकट पर पहली बार चुनाव लड़े और जीत हासिल की। 2007 में दूसरा चुनाव लड़ा और उसमें भी जीत हासिल की। 2012 सपा के पूर्व जिला अध्यक्ष रामचंद्र यादव (Former District President Ramchandra Yadav) से चुनाव में हार मिली। चौथी बार 2017 में सिर्फ 671 वोट से भारतीय जनता पार्टी (BJP) के प्रत्याशी रामचंद्र यादव (Former District President Ramchandra Yadav) से हार गये।

सवाल- आपके कितने बच्चे हैं और क्या कर रहे हैं?

अब्बास अली जैदी- मेरे तीन बच्चे हैं, सबसे बड़ा बेटा लखनऊ से एमबीबीएस कर रहा है, दूसरे नंबर की बेटी है इस बार वह इंटरमीडिएट की परीक्षा देगी। छोटा बेटा 9वीं क्लास में पढ़ रहा है।

सवाल- एक बेटा आपका डॉक्टर बन गया है, दूसरा बेटा और बेटी की रुचि क्या राजनीति में आने की है?

अब्बास अली जैदी- देखिए मेरा परिवार पुरखों के जमाने से जिस प्रकार से समाज सेवा करता आया है। जिसे मैं भी कर रहा हूं, मेरा यह प्रयास रहेगा कि मेरे बच्चे भी इस सेवा को करें और क्षेत्र के लोगों की मदद करें उनके लिए उपलब्ध रहें। लेकिन राजनीति में आने का फैसला उनका स्वंय का होगा। क्योंकि आप किसी को उसकी इच्छा के बिना किसी चीज में ला नहीं सकते हैं।

सवाल- सांसद निधि और विधायक निधि पर आपकी क्या राय है?

अब्बास अली जैदी- देखिए सांसद निधि और विधायक निधि का जिस प्रकार से दुरुपयोग देखा गया है। मेरा यह मानना है कि जब मैं दो बार एमएलए रहा उस वक्त विधायक निधि बहुत कम मिलती थी और विधायक निधि के ऊपर बहुत सारे अंकुश थे। अब सांसद निधि और विधायक निधि पर से स्पेंडिंग पावर के अंकुश इतने कम हो गए हैं कि निश्चित तौर पर इसका दुरुपयोग हो रहा है। जो रिजल्ट निकलकर आना चाहिए वह नहीं आ रहा है। हम लोगों को याद पड़ता है बहुत सारे सांसद और विधायक विद्यालयों को पैसा देते थे। अखिलेश यादव की सरकार (Akhilesh Yadav Government) में यह निर्धारित हो गया कि आप पूरे कार्यकाल में 25 लाख रुपये से ज्यादा सरकारी धन किसी भी शिक्षण संस्थान को नहीं दे सकते हैं। हमारी सरकार ने प्रयास किया कि विधायक निधि के दुरुपयोग को रोकें और सांसद निधि के दुरुपयोग को भी रुकना चाहिए। क्योंकि ये देश की जनता की गाढ़ी कमाई का पैसा है। जो विकास के लिए मिलता है और उसे विकास के लिए केंद्रित भी रहना चाहिए।

सवाल- इस वक्त देश और प्रदेश की राजनीति पर आपकी क्या राय है?

अब्बास अली जैदी- देखिए वर्ष 2014 में देश की राजनीति की परिस्थित बदली है। देश में सीधे-सीधे तौर पर एक विभाजन की राजनीति शुरू हुई। परंतु अब मैं जो देख रहा हूं एक भारतीय के नाते मैं यह कह सकता हूं अब राजनीति फिर से असल मुद्दों की ओर लौट रही है। अभी जो कुछ प्रदेश और हाल ही में उपचुनाव हुए हैं उसमें असल मुद्दों पर जनता ने वोट किया। जो जनता की मूलभूत सुविधाएं हैं बिजली, पानी, सड़क, खेती किसानी, रोजगार या महंगाई है अब फिर से राजनीति इस पर आ गई है। यह भारत के लिए शुभ संकेत है।

सवाल- राजनीति और परिवार के बीच कैसे सामंजस्य बैठाते हैं?

अब्बास अली जैदी- मैं पूरी तरह से अपने कार्य समपर्ण की वजह से अपने परिवार को बहुत कम समय दे पाया। मैं इसका श्रेय अपनी धर्मपत्नी को देता हूं, आज बच्चे जो भी तरक्की किए हैं वो उन्हीं की देन है। मेरी पत्नी पीएचडी स्कॉलर हैं, वह एमबीए स्टूडेंट को पढ़ा चुकी हैं। फिलहाल मेरी बेटी इंटरमीडिएट और बेटा नौवीं में है तो वह नौकरी छोड़कर अब पूरी तरह से बच्चों की पढ़ाई का ध्यान दे रही हैं। मेरी पत्नी को ही यह श्रेय जाएगा की 18 साल की उम्र में मेरा बड़ा बेटा बोर्ड की परीक्षा 98 प्रतिशत अंक के साथ पास किया और उसी साल 18 साल की उम्र में ही उसने नीट की परीक्षा में सफलता हासिल किया। वो अपने क्लास और मेडिकल कॉलेज में आज सबसे युवा डॉक्टर है।

सवाल- आपको खाने में क्या पसंद है?

अब्बास अली जैदी- स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए मुझे वेज खाना ज्यादा पसंद है

इनका कहना है कि भाजपा शासन में सपा सरकार (SP Government) के दौरान विभिन्न परियोजनाएं जो स्वीकृत हुई थी उन्हीं का फीता काटकर वाहवाही लूट रहे हैं! इसी तरह रुदौली ओवर ब्रिज का निर्माण 4 वर्ष बीत गया अभी तक पूरा नहीं हुआ जबकि आईटीआई

सुन बा इंटर कॉलेज, सीएचसी सपा सरकार (SP Government) की देन है भाजपा सरकार (BJO Government) को गुमराह कर रही है! पहली बार रुदौली विधानसभा (Rudauli Assembly) से विधायक निर्वाचित होने को सबसे बेहतरीन यादगार मानते हैं।

Deepak Kumar

Deepak Kumar

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