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Lucknow News: बालू अड्डे से सबक, मेयर संयुक्ता भाटिया ने दूषित पीने के पानी की शिकायत के लिए जारी किया नंबर
Lucknow News: राजधानी के हजरतगंज स्थित बालू अड्डे पर डायरिया का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा है।
Lucknow News: राजधानी के हजरतगंज स्थित बालू अड्डे पर डायरिया का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब तक 200 से ज्यादा लोग बीमारी की चपेट में आ चुके हैं। जिसको लेकर मेयर संयुक्ता भाटिया ने नगर निगम और जलकल और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक में महापौर बालू अड्डे पर फैली डायरिया और दूषित जल को लेकर चर्चा की।
इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि बालू अड्डा समेत शहर में जहां भी पीने के पानी की समस्या है उसे जल्द दूर किया जाए। मेयर संयुक्ता भाटिया ने दूषित जल की शिकायत मोबाइल नंबर 6390260100 जारी किया है। जिसपर कोई भी दूषित जल की शिकायत दर्ज करा सकता है।
बालू अड्डे मामले की जल्द सौंपे जांच रिपोर्ट
महापौर संयुक्ता भाटिया बालू अड्डे में फैली बीमारी पर जांच कर रहे अधिकारियों को निर्देश दिया है कि जिसकी भी लापरवाही रही है, उनकी जांच जल्दी पूरी कर रिपोर्ट प्रस्तुत करें, जिससे आगे की कार्यवाही की जा सके। इस तरह की लापरवाही पर जिम्मेदारी तय की जाएगी और दोषियों के विरुद्ध कार्यवाही भी की जाएगी। ऐसे कृत्यों पर लीपापोती बिल्कुल न की जाए।इसकी पुनरावृत्ति शहर में न हो, इसके लिए उचित व्यवस्था बनाए। जनता को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराना हम सबका दायित्व है।
पूरे शहर में होगी पीने के पानी की जांच
महापौर संयुक्ता भाटिया ने महाप्रबंधक जलकल को पूरे शहर में हर स्थान पर पीने के पानी की जांच कर रिपोर्ट उनके कैम्प ऑफिस भेजने के लिए निर्देशित किया। साथ ही दूषित पानी पाए जाने पर तत्काल टैंकरों के माध्यम से शुद्ध पेयजल आपूर्ति करने का भी निर्देश उन्होंने महाप्रबंधक को दिया है। महापौर ने कहा कि नगर निगम के पास पर्याप्त मात्रा में पेयजल के लिए टैंकर उपलब्ध है जिसे उपयोग में लाकर शहरवासियों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराया जाए। साथ ही समस्या का निस्तारण तत्परता से किया जाए।
स्वेज कंपनी और जलकल विभाग में होगा समन्वय
वहीं लखनऊ में सीवर सफाई का काम देख रही निजी कंपनी स्वेज इंडिया और जलकल में समन्वय की कमी को दूर करने के लिए जलकल और स्वेज के अधिकारियों की समिति बनाए जाने के निर्देश महापौर संयुक्ता भाटिया द्वारा दिये गए। बता दें दोनों के बीच ठीक ढंग से समन्वय नहीं होने पर लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
पानी के पाइपलाइनों को बदलने के निर्देश
दूषित पानी की शिकायत पर नगर अभियंता ने मेयर को बताया कि कई ऐसे स्थान हैं जहां नालों और नालियों के बीच में पेयजल की पाइपलाइनें गुजर रही हैं। जिससे पेयजल में संक्रमण का खतरा लगातार बना रहता है, इसके साथ ही कई वर्षों पुरानी पड़ी हुई पाइपलाइनों की लाईफ लाइन भी समाप्त हो रही है। जिसपर महापौर ने ऐसे सभी पाइपलाइनों की जांच कर उन्हें रेड, येलो और ग्रीन कैटेगरी में विभाजित कर रेड कैटेगरी की पाइपलाइनों को चरणबद्ध तरीके से बदलने का निर्देश दिए। साथ ही नालों और नालियों से गुजर रही पीने के पाइपलाइनों को भी हटाने के निर्देश दिए।