TRENDING TAGS :
Barabanki Me ED Ki Badi Karrwai: शुगर मिल सील कर कब्जे में लिया गया, मायावती सरकार में हुई थी नीलाम
दिल्ली से बाराबंकी पहुंचे ईडी के अधिकारियों अजय गुप्ता और तुषार मलिक के नेतृत्व में डीएम डा. आदर्श सिंह के निर्देश पर नायब तहसीलदार और पुलिस बल के साथ ईडी की टीम सोमैया नगर स्थित शुगर मिल पहुंची।
बाराबंकीः जिले में शुक्रवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम ने बड़ी कार्रवाई की है। यह मिल मायावती सरकार के कार्यकाल के दौरान बाराबंकी में नीलाम हुई थी। उप्र राज्य चीनी निगम लिमिटेड की शुगर मिल सोमैया नगर को ईडी की टीम ने कब्जे में लेकर सील कर दिया है।
दिल्ली से बाराबंकी पहुंचे ईडी के अधिकारियों अजय गुप्ता और तुषार मलिक के नेतृत्व में डीएम डा. आदर्श सिंह के निर्देश पर नायब तहसीलदार और पुलिस बल के साथ ईडी की टीम सोमैया नगर स्थित शुगर मिल पहुंची।
मिल में 12 साल तक काम कर चुके एक कर्मचारी ने बताया कि जनवरी 1998 में यह मिल बंद की गई थी। हालांकि उस समय कल्याण सिंह की सरकार में गन्ना मंत्री ओमप्रकाश सिंह को प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने मिल दोबारा चलवाने का निर्देश दिया था। लेकिन उन्होंने अटल जी की बात नहीं मानी। उसके बाद मिल को स्थायी रूप से बंद कर दिया गया। उस समय हम लोगों को वीआरएस लेने का ऑप्शन देने की बात की गई, लेकिन जिनकी नई सर्विस थी, उन्हें इसका लाभ न मिलता। इसलिए सभी लोग कोर्ट चले गए।
फिर 2007 में मायावती सरकार आई और उसने मिल का उपयोग परिवर्तन कर उसे कामर्शियल दिखाकर बेचने की कोशिश की। 2011 में यह मिल बिक गई। लेकिन हाईकोर्ट ने इसे गलत माना और मायावती सरकार के फैसले पर रोक लगा दी। हाईकोर्ट ने कहा मिल को चलाने के बजाय उसके उपयोग को परिवर्तित करके बेचना गलत है। हाइकोर्ट के इस फैसले के खिलाफ मायावती सुप्रीम कोर्ट चली गईं। जहां यह केस चलता रहा। मिल कर्मचारी ने ईडी की आज की कार्रवाई को सही बताया है।
इसे लेकर नायब तहसीलदार तपन मिश्रा ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर ईडी नीलाम हुई शुगर मिलों में हुई गड़बड़ियों की जांच कर रही है। यह संपत्ति मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत आ गई है। इसी क्रम में सोमैया नगर शुगर मिल को सील कर दिया गया है। गेट पर पूरा आदेश भी लिखवाया गया है।