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Barabanki News: बाराबंकी में पिता की विरासत बचाने उतरे उत्तराधिकारी, गोप का बेटा कर रहा दिन-रात मेहनत, तो राजा के बेटे ने निर्दल ताल ठोंकी

Barabanki News: बाराबंकी की सियासत में नई पीढ़ी कदम रख चुकी है। एक तरफ जहां पूर्व केंद्रीय मंत्री स्व. बेनी प्रसाद वर्मा की पोती श्रेया वर्मा समाजवादी पार्टी महिला सभा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के तौर पर अपने बाबा की सियासत के मैदान में कूद पड़ी हैं, तो वहीं यूपी के पूर्व कैबिनेट मंत्री अरविंद सिंह गोप के बेटे अविरल भी सियासत के मैदान में अपनी ताल ठोक रहे हैं।

Sarfaraz Warsi
Report Sarfaraz WarsiPublished By Deepak Kumar
Published on: 7 Feb 2022 9:45 PM IST
चुनावी घोषणापत्र- मुफ्त चीजें बांटने पर जोर, लोगों की कमाई बढ़ाने और उद्योग-धंधे की कोई फ़िक्र नहीं
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(कॉन्सेप्ट फोटो- न्यूजट्रैक) 

Barabanki News: उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले (Barabanki District) की सियासत में नई पीढ़ी कदम रख चुकी है। एक तरफ जहां पूर्व केंद्रीय मंत्री स्व. बेनी प्रसाद वर्मा (Former Union Minister Late. Beni Prasad Verma) की पोती श्रेया वर्मा समाजवादी पार्टी महिला सभा (Samajwadi Party Mahila Sabha) की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के तौर पर अपने बाबा की सियासत के मैदान में कूद पड़ी हैं, तो वहीं यूपी के पूर्व कैबिनेट मंत्री अरविंद सिंह गोप (Former cabinet minister Arvind Singh Gope) के बेटे अविरल भी सियासत के मैदान में अपनी ताल ठोक रहे हैं।

वहीं, कांग्रेस के दिग्गज नेता पीएल पुनिया (Congress leader PL Punia) के बेटे तनुज पुनिया भी एक बार फिर चुनावी मैदान में हैं, तो छह बार विधायक रहे स्व. राजा राजीव कुमार सिंह उर्फ राजा हड़ाहा के बेटे रितेश कुमार सिंह उर्फ रिंकू सिंह भी इस बार के विधानसभा चुनाव (UP Assembly Election 2022) में अपने पिता की विरासत और अपने सियासी भविष्य को संवारने के लिये आगे आ चुके हैं। यानी कुल मिलाकर जिले की सियासत में कई नेताओं ने अपने उत्तराधिकारी के रूप में अपने बच्चों को राजनीति के अखाड़े में उतार दिया है।

सपा के दो दिग्गज नेताओं की दूसरी पीड़ी सियासी मैदान में ताल ठोंकी

बात अगर बाराबंकी जिले (Barabanki District) की सबसे हॉट सीट दरियाबाद विधानसभा की करें तो यहां सपा के दो दिग्गज नेताओं की दूसरी पीड़ी सियासी मैदान में ताल ठोंक चुकी है। चाहे बात समाजवादी पार्टी के दिग्गज नेता और पूर्व कैबिनेट मंत्री अरविंद सिंह गोप (Former cabinet minister Arvind Singh Gope) की करें या फिर छह बार विधायक बनकर रिकॉर्ड बनाने वाले स्व. राजा राजीव कुमार सिंह की, दोनों के ही बेटे अपने-अपने पिता की इच्छा पर चुनावी मैदान में कूद चुके हैं। अरविंद सिंह गोप (Former cabinet minister Arvind Singh Gope) का बेटा अविरल अपने पिता को दरियाबाद विधानसभा सीट (Dariyabad assembly seat) से जीत दिलाने के लिये दिन-रात एक किये हुए है, तो उसी सीट पर स्व. राजा हड़ाहा के बेटे रिंकू सिंह अपने पिता की सियासी विरासत को बचाने के लिये समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के खिलाफ जाकर निर्दलीय मैदान में कूद पड़े हैं और उन्होंने पर्चा भी दाखिल कर दिया है।

स्व. राजा हड़ाहा सपा से विधायक और मंत्री रहे थे विधायक और मंत्री

दरअसल स्व. राजा हड़ाहा सपा से ही विधायक और मंत्री रहे थे, लेकिन 2022 के विधानसभा चुनाव (2022 assembly elections) में उन्होंने अपने बेटे रिंकू के लिये दरियाबाद से टिकट मांगा था। लेकिन अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने यहां से रिंकू सिंह को टिकट न देकर गोप को अपना प्रत्याशी बनाया। वहीं, टिकट न मिलने से राजा हड़ाहा को ऐसा आघात लगा कि उनकी तबीयत खराब हुई और उसके बाद इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। इसी के चलते हड़ाहा स्टेट की राजमाता ने अपने बेटे रिंकू सिंह को निर्दलीय मैदान में उतार दिया है। इसके अलावा राजा का परिवार और उनके समर्थक समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के प्रत्याशी गोप का विरोध कर रहे हैं।

अरविंद सिंह गोप का प्रदेश की सियासत में बड़ा नाम

वहीं, छात्र राजनीति से मशहूर हुए अरविंद सिंह गोप (Former cabinet minister Arvind Singh Gope) प्रदेश की सियासत में बड़ा नाम हैं। गोप ने अपने जीवन का पहला चुनाव उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे राजनाथ सिंह के खिलाफ लड़ा था। समाजवादी सरकार (Samajwadi Government) में वह कई बार मंत्री रहे। उनका संघर्षों भरा जीवन रहा, लेकिन अपनी अलग पहचान बनाते हुए वह सियासत में आगे बढ़ते रहे। अब इसी सियासती सफर को उनके बेटे अविरल आगे बढ़ाने में दिन-रात मेहनत कर रहे हैं। अविरल अभी युवा हैं और हरियाणा से ओपी जिंदल यूनिवर्सिटी से BA. (फिलॉसफी) के छात्र हैं। अविरल सामाजिक कार्यो में बहुत आगे रहते हैं। पिता के सियासी सफर को आगे ले जाने की शुरुआत कर चुके अविरल की मानें तो मुझे पिताजी को देख कर राजनीति में बचपन से आने का बड़ा शौक था। अभी जनता के बीच जाकर उनकी सेवा करना है। अविरत के मुताबिक वह पापा के लिये क्षेत्र में काफी मेहनत कर रहे हैं और उनकी पूरी कोशिश है कि वह इस चुनाव में पिता को जीत दिला सकें।

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Deepak Kumar

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