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Mahashivratri 2022: जगमगा उठे शिवाले, 'हर हर महादेव' की गूंज, लोधेश्वर महादेव में जनसैलाब, उन्नाव में शिव बारात

mahashivratri 2022: आज महाशिवरात्री के पर्व पर शिव भक्तों का मंदिर में सुबह से ही जन सैलाब देखने को मिला है।

Sarfaraz Warsi
Published on: 1 March 2022 5:05 AM GMT (Updated on: 1 March 2022 7:36 AM GMT)
Mahashivratri 2022
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महाशिवरात्री पर जगमगा उठे यूपी के शिवालय 

Mahashivratri 2022 : यूपी के बाराबंकी (Barabanki) जिले में पौराणिक लोधेश्वर शिवमंदिर (Lodheswar Mahadev Temple) में उमड़ रहा आस्था का जनसैलाब सैलाब। महाशिवरात्रि के पर्व पर यहां भारी संख्या में श्रद्धालुओं का तांता लगा हुआ है। वहीं, सुरक्षा ब्यवस्था के मद्देनजर पुलिस भी अलर्ट हो गयी है।

बमभोले के नारों के साथ उमड़ा शिवभक्तों का हुजूम

रामनगर में स्थित प्राचीन पौराणिक महादेवा लोधेश्वर शिवलिंग पर जलाभिषेक के लिए मंदिर में शिवभक्तों का जबरदस्त हुजूम उमड़ रहा हैं , पुलिस ने इसके लिए सुरक्षा व्यवस्था के भी कड़े इंतजाम किये हैं। इस मंदिर में आने के लिए दूर दराज से शिवभक्त बाराबंकी पहुंच रहे है। बमभोले के जयकारो से रामनगर का महादेवा गूंज रहा हैं।


जलाभिषेक से भक्तों की सारी मनोकामना पूरी होती है

शिवरात्रि के मौके पर लाखों शिवभक्त महादेवा लोधेश्वर में दर्शन करेंगे। जनपद के चारों ओर बमभोले के नारों से पूरा शिवालय गूंज उठा। महादेवा मन्दिर पर शिवभक्तों का जबरदस्त उत्साह देखने को मिल रहा हैं। शिवलिंग पर जलाभिषेक के लिए लाखों की संख्या में शिव भक्त सोमवार रात से लंबी लाइन लगा रखे हैं। इस मंदिर में जलाभिषेक से भक्तों की सारी मनोकामना पूरी हो जाती है।

उन्नाव में निकलेगी शिव बारात, इन रास्तों पर लगी है रोक

महाशिवरात्रि पर्व पर शहर व ग्रामीण क्षेत्रों के विभिन्न शिव मंदिरों में मंदिर संगठनों, समितियों व कार्यकर्ताओं ने फूलों और बिजली झालरों आदि से सजावट की है। भक्तों ने पूजा अर्चना के लिए मंदिर परिसरों की साफ सफाई करवाई गई।मंदिर राजा शंकर सहाय इंटर कालेज में रामेश्वर मंदिर, कल्याणी देवी, सिद्धनाथ मंदिर, झंडेश्वर मंदिर, अन्नापूर्णाधाम आदि शिव मंदिरों में एक दिन पहले रंगाई पुताई करके फूल पत्तों व बिजली की झालरों से सजावट की गई। बड़े चौराहे के झंडेश्वर मंदिर के पास भव्य तोरणद्वार बनाया गया। मंदिर परिसर में भक्तों की पूजा अर्चना और पाठ के लिए व्यवस्था की गई।


रामचरित मानस का पाठ

कई शिव मंदिरों में सोमवार को रामचरित मानस का पाठ कराया जा रहा था, जो आज खत्म होगा। लोधेश्वर जाने वाले शिव भक्तों की गंगा तट पर खासी भीड़ रही। क्योंकि शिव भक्त गंगाजल लेकर बाराबंकी में लोधेश्वर स्थित मंदिर में जल चढ़ाते है। मान्यता है कि शिवरात्रि के दिन पूजा करने से प्रसन्नता व प्रभुत्व की प्राप्ति होती है।

रूट डायवर्जन के कारण आज वाहन नहीं आ सकेंगे अंदर

शिवरात्रि के दिन कमला मैदान से उठने वाले जुलूस के लिए यातायात में फेरबदल किया जाएगा। भारी वाहनों का प्रवेश शहर के अंदर सुबह से ही बंद कर दिया जाएगा। सभी वाहनों को ओवरब्रिज तथा बाईपास के रास्ते से गुजारा जाएगा। जुलूस के दौरान चार पहिया और दो पहिया वाहनों पर भी रोक लगी रहेगी।


जुलूस के दौरान शहर के लोगों को आवागमन में दिक्कतें न आने पाएं इसके लिए पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर पुख्ता इंतजाम किए हैं। हरदोई से आने वाले सभी बड़े वाहनों को दोस्तीनगर के पास रोककर डायवर्ट कर बाईपास भेजा जाएगा। लखनऊ से कानपुर जाने वाला यातायात को बाईपास से ही भेज दिया जाएगा। जुलूस के दौरान जो रास्ते बंद किए जाने हैं उनमें अचलगंज तिराहा, गांधीनगर चौराहा, फायर बिग्रेड से टाइप टू कालोनी को जाने वाला रास्ता, लोकईयाखेड़ा रेलवे क्रासिंग और ओवरब्रिज से कोई भी दोपहिया और चार पहिया अंदर नहीं आ सकेंगे।

इन रास्तों से निकलेगी यात्रा

यात्रा के निकलने का मार्ग कमला मैदान, आईबीपी, नगरपालिका, कसाई चौराहा, धवन रोड, बड़ा चौराहा, छोटा चौराहा, गांधीनगर कोतवाली, अचलगंज तिराहा से टाइप टू कालोनी के गायत्री मंदिर होते हुए डीएसएन कालेज से निकल कर फिर छोटे चौराहा से छिपियाना से सिद्धनाथ मंदिर, भूरी देवी, छतुरिया कुंआ से आईवीपी चौराहे से झांकियां अपने-अपने गंतव्य को रवाना होने लगेगी। शहर की झांकियां बड़ा चौराहा के झंडेश्वर मंदिर पर आकर समाप्त हो जाएगी।

सिद्धपीठ पुरामहादेव मंदिर पर उमड़ा आस्था का सैलाब

बागपत के एतिहासिक सिद्धपीठ पुरामहादेव मंदिर पर जलाभिषेक करने के लिए आस्था का सैलाब उमड़ा हुआ है। मंदिर परिसर के बाहर कावड़ियों की लंबी-लंबी कतारें लगी हैं। हर तरफ केसरिया रंग ही नजर आ रहा है। बोल बम, बम- बम के जयकारे गूंज रहे हैं। मंदिर की मान्यता दूर-दूर तक है और जिसने भी महादेव से जो मांगा उसकी हर मन्नत पूरी कर दी।

बागपत के पुरामहादेव मंदिर में शिवलिंग की स्थापना भगवान परशुराम ने की थी। इसलिए इसे परशुरामेश्वर महादेव मंदिर भी कहा जाता है। महाशिवरात्रि के चलते सुबह से ही मंदिर परिसर में जलाभिषेक शुरू हो गया था तभी से कावड़िये कतारों में लगे हैं। जलाभिषेक को लेकर सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम भी किये गये है। चप्पे चप्पे पर पुलिस बल को तैनात किया गया है । पुलिस व पीएसी बल के साथ साथ सीसीटीवी कैमरे से भी निगरानी की जा रही है।

दूर दूर तक फैली है मान्यता

इस मंदिर की मान्यता दूर दूर तक है। कई प्रदेशों से शिवभक्त कावड़िये यहाँ जलाभिषेक करके खुद को धन्य समझते है। बालौनी कस्बे में एक छोटा से गाँव पुरा में भगवान शिव का एक प्राचीन मंदिर है जो शिवभक्तों का श्रृद्धा का केन्द्र है। इसे एक प्राचीन सिध्दपीठ भी माना गया है। केवल इस क्षेत्र के लिये ही नहीं प्रत्युत्त समस्त पश्चिमी उत्तर प्रदेश में इसकी मान्यता है। हरियाणा , राजस्थान, दिल्ली तमाम जगहों से शिवभक्त कावड़िया यहा आते है और जलाभिषेक करते है | डीएम व एसपी बागपत खुद नज़र बनाये हुए है।

डीएम बागपत राजकमल यादव का कहना है कि उनकी तरफ से सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम है और पर्याप्त मात्रा में पुलिस फाॅर्स को भी लगाया गया है, वे किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए पूर्ण रूप से तैयार है । शांतिपूर्ण जलाभिषेक चल रहा है । मेले को सकुशल सम्पन्न कराया जाएगा ।

Baghpat Report

बांदा - महाशिवरात्रि पर आज शिवालयों में उमड़ा सैलाब आपको बता दें महाशिवरात्रि पर्व पर आज बाम्बेश्वर पर्वत स्थित मंदिर बामदेश्वर में सुबह से ही शिवालयों में ओम नमः शिवाय और बम बम भोले आदि शिव मंत्र से गूंजते रहे, मंदिर को बड़ी रंग रोगन से सजाया संवारा गया है। महाशिवरात्रि पर्व पर आज 5 बजे सुबह से ही बड़ी संख्या में श्रृद्धालु और भक्त मंदिर में आये और शिवलिंग पर बेल पत्र, पान, सुपाड़ी, रोली, मौली, चंदन, इलायची, दूध, दही शहद, धतुरा आदि अर्पित करते हुए भक्तों ने अपनी मन्नत मांगी।

शिव भक्तों में महाशिवरात्रि को लेकर खास उल्लास है, बांदा शहर के बामदेश्वर मंदिर में शिव भक्तों का मंदिर में दर्शन करने के लिए तांता लगा हुआ है , सभी श्रृद्धालु अपनी मनोकामनाएं मन्नत मांगी है

रिपोर्ट - अनवर रज़ा बांदा

Ragini Sinha

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